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sukritirai4830
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sukriti Rai

I am keen of writing poems in Hindi by observing the nature around me I love painting and sketching I too sing and dance as my hobby I help people with disabilities and make them stand by their own on their feet I am NCC cadet and nss volunteer I enjoy listening soft music and also find of eating etc

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sukriti Rai

#patta
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sukriti Rai

दोस्त से प्यार दिल का ऐसा कोना है
जिसमे वो प्यार सा दोस्त रहता है
खिलने वाली कली नहीं 
एक महकने वाली फूलों का गोला है
बिगड़े से संसार में खुशी वो भर जाता है
जब हमारी गलती हो तो गले से लगाता है
रातों के साए ऐसे ही नहीं हमने बिताए है
एक दूसरे से प्यार करने वाले दोस्त हम ऐसे ही नहीं कहलाए है। #Frienship
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sukriti Rai

#abakele

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sukriti Rai

अब अकेले मैं बैठना नहीं चाहती।
   
अब अधूरे सपने मै देखना नहीं चाहती 
तेरे संग पूरे करना हर ख्वाब चाहती हूं
अब अकेले मै बैठना नहीं चाहती
तेरे साए के साथ रहना चाहती हूं

अब अंधेरे से डर लग रहा है
उजाले की आस चाहती हूं
बिना तेरे अब नींद भी नहीं चाहती 
नींद में भी अब तेरा नाम पुकारती हूं

हा पता है मुझे तुझे एहसास हो चुका है 
मेरे घटते बढ़ते सासों की गहराई का
अब सांसे तेरे बिन मै लेना नहीं चाहती
अब मेहसूस किया करती हूं तुझे अपनी सांसों में
अब तुझसे खुदको दूर करना नहीं चाहती
ध्यान से सुनो तुम्हारी हर सांस से जुड़े रहना चाहती हूं

अब सब ठीक है लग रहा है सब ठीक है
तुझसे बात किया करती रहती हूं
बातों ही बातों में तुझसे हर वो बात उगलवा लिया करती हूं
अब वो बातें तेरी मुझे दिन रात सताया करती है
सताई हुई रातों को मै अकेले ही काटती हूं 
अब तुझसे दूर रहकर भी तुझे खुदके बहुत करीब मेहसूस करती हूं
अब दिन बिता रातें बीती अब ये शाम अकेले मै काटना नहीं चाहती 
अब तेरे बीन अकेले मै बैठना नहीं चाहती।। #abakele

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sukriti Rai

#चाहत
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sukriti Rai

लालच नहीं है किसी चीज की मुझको
बस खुदको चाहत की बेबसी मेहसूस करती हूं
सुकुन थोड़ा मिल जाए इस बेबस से दिल को
बस इसी सुकून की चाहत रखती हूं

जब दर्द बढ़ जाता है तब किसी और चीज का खयाल नहीं होता
खयाल का क्या है वो तो आता जाता रहता है
बस इसी खयाल का खयाल करती रहती हूं
मै भी ना जाने किस सोच में डूबी रहती हूं

डूबने से डर नहीं लगता अब मुझको
जब तू होता है सामने तब फ़िक्र नहीं होती मुझको
इस फ़िक्र की क्या बात करू मै
इसी फ़िक्र की मारी मारी फिरती हूं
बस तुझसे ही ये सवाल करती रहती हूं।

मुझे मालूम है कि कुछ सोचने की जरुरत नहीं समझता है तू
पर क्या करे हमने इसी सोच पर तुझे पाया है
जहा भी से नजर घुमाई बस तुझी में खुद को पाया है
अब तुझसे मिलकर खुदको पाती रहती हूं
बस यही सवाल हमेशा से मै खुदसे पूछती रहती हूं।

लालच नहीं है मुझको तेरे इश्क़ की 
बस खुदको इश्क़ की अधूरी सी समझती हूं
क्या करू इस दिल का मै
क्या करू इस बेपर्वाने दिलका मै
बस यही सोचती रहती हूं
बस यही एक सवाल है जो खुदसे हमेशा पूछती रहती हूं।। #तुझसे
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sukriti Rai

लालच नहीं है किसी चीज की मुझको
बस खुदको चाहत की बेबसी मेहसूस करती हूं
सुकुन थोड़ा मिल जाए इस बेबस से दिल को
बस इसी सुकून की चाहत रखती हूं

जब दर्द बढ़ जाता है तब किसी और चीज का खयाल नहीं होता
खयाल का क्या है वो तो आता जाता रहता है
बस इसी खयाल का खयाल करती रहती हूं
मै भी ना जाने किस सोच में डूबी रहती हूं

डूबने से डर नहीं लगता अब मुझको
जब तू होता है सामने तब फ़िक्र नहीं होती मुझको
इस फ़िक्र की क्या बात करू मै
इसी फ़िक्र की मारी मारी फिरती हूं
बस तुझसे ही ये सवाल करती रहती हूं।

मुझे मालूम है कि कुछ सोचने की जरुरत नहीं समझता है तू
पर क्या करे हमने इसी सोच पर तुझे पाया है
जहा भी से नजर घुमाई बस तुझी में खुद को पाया है
अब तुझसे मिलकर खुदको पाती रहती हूं
बस यही सवाल हमेशा से मै खुदसे पूछती रहती हूं।

लालच नहीं है मुझको तेरे इश्क़ की 
बस खुदको इश्क़ की अधूरी सी समझती हूं
क्या करू इस दिल का मै
क्या करू इस बेपर्वाने दिलका मै
बस यही सोचती रहती हूं
बस यही एक सवाल है जो खुदसे हमेशा पूछती रहती हूं।। #तुमसेसवाल
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sukriti Rai

#tujheapnepass
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sukriti Rai

आज ये तुझे आखरी पैग़ाम भेजती हूं
इन नन्ही नन्ही बारिश की बूंदों से तुझे सलाम करती हूं
प्यार का तो पता नहीं पर हा तेरी ज़रूरत सी मेहसूस होने लगी है
सुबह हमेशा तेरी ही हो ऐसी ख्वाहिश मन में जगने लगी है
ना बनाना तुझे अपनी ख्वाहिश बनाना तुझे अपनी हकीक़त है
जो सपना चुना था मैंने उसकी ही तू मूरत है
मूरत मन में नहीं सामने बनाना चाहती हूं
तुझे पहले तो नहीं पर अब हर पल अपने पास रखना चाहती हूं। #आजतुझे
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sukriti Rai

प्यास तो है तेरी बस निगाहें देख के तस्सली कर लेती हूं
कभी आदत बं जाए अगर तेरी तो तेरे एहसास को महसूस कर लेती हूं।

प्यास तो है तेरी बस निगाहें देख के तस्सली कर लेती हूं कभी आदत बं जाए अगर तेरी तो तेरे एहसास को महसूस कर लेती हूं। #Shayari

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