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suryabhansinghni5935
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Suryabhan singh nirbhay

kuch dil ne kha, kuch klam ne likha

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Suryabhan singh nirbhay

उसकी खुशबू जाती है रोज मेरे सिरहाने से
मैं रोज दिल बहलाता हूं किसी नए बहाने से

©Suryabhan singh nirbhay
  #Likho

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Suryabhan singh nirbhay

जहन में रहता है मेरे वो रात दिन,
अजब खुमार है मुझमें बर्बादी का....

©Suryabhan singh nirbhay #FadingAway
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Suryabhan singh nirbhay

गुजरती हैं सदियां कुछ लम्हों में
हर लम्हा महज लम्हा नहीं होता

©Suryabhan singh nirbhay #mood
#Drops

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Suryabhan singh nirbhay

मेरी सोच तेरे ख़यालों से टकराती रही है अक्सर,
ये और बात है हक़ीक़त में कुछ कहा नही तुझसे...

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Suryabhan singh nirbhay

वो दौर गया दिल में कोई करार नही
नही अब मेरी जां तुझ पे निसार नही
मैं किसी चाँद का इंतज़ार क्यों करूँ 
मेरा चाँद निकलने के कोई आसार नही।
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Suryabhan singh nirbhay

इससे ज्यादा किसी की बेवफाई के क्या सितम उठाते,
खुद से नफरत करते खुद का जनाजा खुद हम उठाते,
थीं अनमोल चाहतें वो जो मुफ्त में लुटाईं किसी
गैर पे,
तो अब क्या ताउम्र हम फ़क़त इसी बात का गम उठाते........! romantic

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Suryabhan singh nirbhay

अब बो भँवरे नही जो हमेशा फूलों पर मंडराते हैं

अरे अब तो फूलों के महकने से भी भँवरे शरमाते हैं

किसी रोज आते थे हक़ीक़त में जो ख़्वाब बनकर

आज ख़्वाबों में फ़क़त उनके दिलजले ख़त आते हैं
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Suryabhan singh nirbhay

उनकी नफ़रतों पर हमने जिंदगी लुटा दी,
नफ़रत भी कमाल की थी पल में मिटा दी,
एक आह थी दिल में जब थे मुश्किल में,
ये दिल की आह भी दिल में ही दबा दी.....! jindgi ek baar fir hassen lgne lgi hai....

jindgi ek baar fir hassen lgne lgi hai.... #शायरी

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Suryabhan singh nirbhay

एक और रात तड़पती रह गयी उसके इंतज़ार में,
फ़क़त धूमिल ही नज़र आया इश्क़ के कारोबार में....!

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Suryabhan singh nirbhay

एक वफ़ा की चाह में लोग जिंदगी गुज़ार देते हैं
अच्छे होते हैं वो लोग जो हर्फे-आरजू मार देते हैं

तसव्वुर भी सोच-समझकर किया करो दोस्त
रूह में उतर जाते हैं लोग,दिल से उतार देते हैं

हर दिले-खराब के पीछे कुछ दास्ताँ होती है
पागल नही हैं, जो महबूबा पर दिल हार देते हैं

जहन-नशीं हो चाँद को निहारता है अहले-जहाँ
मग़रूर लोग भी चाँद को अज़मत का उपहार देते हैं

ख़्वाओं में ही तसव्वुर करवाते हैं फ़क़त सियासती
मुख़्तलिफ़ हैं वो जो अकेले समाज-सुधार देते हैं

अदाकरी तो लोगों का पेशा है जहां में 'निर्भय'
हीरे वही हैं, ग़म में जो दिल को करार देते हैं
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