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adarshsahu9289
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ADARSH SAHU

" मैं राम लिखता हूं मैं रहीम लिखता हूं वतन के वास्ते हूं मैं वतन की पीर लिखता हूं" दूरभाष नंबर6392888651

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ADARSH SAHU

अर्पित को बारंबार बधाई!
आज तुम्हारे जन्म-दिवस की,
मधुर घड़ी फिर आई।
अर्पित को बारंबार बधाई!

उषा नवल किरणों का तुमको
दे उपहार सलोना,
दिन का नया उजाला भर दे
घर का कोना-कोना,
रात निछावर करे पलक पर
सौ सपने सुखदायी।
अर्पित को बारंबार बधाई!

जीवन के इस नये बरस में
नित आनंद मनाओ,
सुखी रहो तन-मन से अपनी
कीर्ति-कला फैलाओ,
तुम्हें सहज ही में मिल जाएं
सब चीजें मन-भायी।
अर्पित को बारंबार बधाई!

9 Love

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ADARSH SAHU

गहराई में आकर तो हर नदी सांवली हो जाती है
एक तुम हो जो गोरी चमड़ी को ही सुंदर कहते हो गहराई में आकर तो हर नदी सांवली हो जाती है
एक तुम हो जो गोरी चमड़ी को ही सुंदर कहते हो

गहराई में आकर तो हर नदी सांवली हो जाती है एक तुम हो जो गोरी चमड़ी को ही सुंदर कहते हो

11 Love

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ADARSH SAHU

 तू जो कहे हर वचन मान लूंगा तुझे प्रेम का तुझे अवतरण मान लूंगा।
 तू अपनी एक झलक जो दे तोे प्रिये उस पर जीवन का सुख वार दूंगा॥
मेरी यार कोई भी हसरत नहीं है तेरे सिवा मुझ में कोई चाहत नहीं है।
तुम मुझसे मिलने का जो वचन दे वचन पर तेरे संपूर्ण युग काट लूंगा॥

तू जो कहे हर वचन मान लूंगा तुझे प्रेम का तुझे अवतरण मान लूंगा। तू अपनी एक झलक जो दे तोे प्रिये उस पर जीवन का सुख वार दूंगा॥ मेरी यार कोई भी हसरत नहीं है तेरे सिवा मुझ में कोई चाहत नहीं है। तुम मुझसे मिलने का जो वचन दे वचन पर तेरे संपूर्ण युग काट लूंगा॥ #nojotophoto

10 Love

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ADARSH SAHU

 जो जन्म दे नर को नारी वह फिरती क्यों मारी मारी
 सारा जीवन जो वार दे फिर क्यों वही रहे दुखियारी

जो नर को अपना प्राण कहे वह पुरुष उसे पाषाण कहे
छल दंभ द्वेष कपट आज सब लूट रहा नारी की लाज
सदा स्वाभिमान जो सिखलाती निज स्वाभिमान ही हारी
जो जन्म दे नर को नारी वह क्यों फिरती मारी मारी

जो जन्म दे नर को नारी वह फिरती क्यों मारी मारी सारा जीवन जो वार दे फिर क्यों वही रहे दुखियारी जो नर को अपना प्राण कहे वह पुरुष उसे पाषाण कहे छल दंभ द्वेष कपट आज सब लूट रहा नारी की लाज सदा स्वाभिमान जो सिखलाती निज स्वाभिमान ही हारी जो जन्म दे नर को नारी वह क्यों फिरती मारी मारी #nojotophoto

9 Love

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ADARSH SAHU

विद्या विस्तार करो अंबे जीवन उद्धार करो अंबे
मानव में मानवता आए वाणीं में प्यार भरो अंबे
नर नारी का भेद न हो राष्ट्र विश्वगुरु हो फिर से
सत्य निर्झरित करें सदा लेखनी में वो धार भरो अंबे

कोई अशिक्षित ना हो जग में धरा ज्ञान से पूरित हो
मिटे अज्ञान अंध सबका ज्ञान शलाक प्रज्वलित हो
 झूम उठे सारी सृष्टि सप्त सुरभि सदा संचारित हो
 तुक लय गति का ज्ञान रहे वह झंकार भरो अंबे

ज्ञान सदा पूजित जग में हो ज्ञानियों का सम्मान रहे
राष्ट्रभक्ति से पूरित हो सब काव्य सभी अविराम रहे
सत्ता जब भी पथभ्रष्ट हो कविता तब राह प्रशस्त करे
कविता सदा रहे यशस्वी लेखनी में अंगार भरो अंबे विद्या विस्तार करो अंबे जीवन उद्धार करो अंबे
मानव में मानवता आए वाणीं में प्यार भरो अंबे
नर नारी का भेद न हो राष्ट्र विश्वगुरु हो फिर से
सत्य निर्झरित करें सदा लेखनी में वो धार भरो अंबे

कोई अशिक्षित ना हो जग में धरा ज्ञान से पूरित हो
मिटे अज्ञान अंध सबका ज्ञान शलाक प्रज्वलित हो
 झूम उठे सारी सृष्टि सप्त सुरभि सदा संचारित हो

विद्या विस्तार करो अंबे जीवन उद्धार करो अंबे मानव में मानवता आए वाणीं में प्यार भरो अंबे नर नारी का भेद न हो राष्ट्र विश्वगुरु हो फिर से सत्य निर्झरित करें सदा लेखनी में वो धार भरो अंबे कोई अशिक्षित ना हो जग में धरा ज्ञान से पूरित हो मिटे अज्ञान अंध सबका ज्ञान शलाक प्रज्वलित हो झूम उठे सारी सृष्टि सप्त सुरभि सदा संचारित हो #कविता

22 Love

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ADARSH SAHU

प्यार इश्क़ मोहब्बत लिखना मेरे बस की बात नहीं
चूड़ी बिंदिया महावर लिखना मेरे बस की बात नहीं
 जब तक सीमा पर सैनिक मरता व घर में बच्चे मरते हैं
मृग नयनों पर कलम चलाना मेरे बस की बात नहीं

4 Love

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ADARSH SAHU

देखो आज हमारी लूट रही हैं अस्मितायें।
हर पल यहां अब छलि जा रही है सुताए॥

जहां सबसे बड़ा नारी का ही सम्मान था।
जहां प्रथम पूज्य का उनको वरदान था॥
जहां की बेटियों ने त्याग दी स्वर्ण लंका।
संपूर्ण विश्व में बजता था जिसका डंका॥
उसी भारत में अब रो रही है सीतायें॥

करे विश्वास किस पर कुत्सित सभी है।
बिके के सारे संबंध और वहसी सभी है॥
घर परिवार हाट बाजार हर जगह अब।
बेटियां देखो अब कहीं सुरक्षित नहीं है ॥
रोज सड़कों पे देखो दम तोड़ती निर्भयाए।

सत्ता चढ़ने की सीढ़ीयाँ हो गयीं है।
इज्जत बेटियों की रोटियां हो गई है॥
हर तरफ दर-बदर हो रही बेटियां।
न्याय बन करके बैठा है कठपुतलियां॥
एक तरफ देखो आज जल रही है चिताए।

जब तक रहा बचा स्वाभिमान बेटियों का।
 तब तक रहा नाज़ देश को पीढ़ियों का ॥
 ये गरीबी भुखमरी हर तरफ है लाचारी क्यों है।
 क्योंकि बेटियों के देश में बेटियां बेचारी जो है॥
 पतन है उसका जिस घर रोती हैं ललनाए।

चाहते हो यदि उन्नति के सोपान चढ़ना।
 देश के विश्व सारे दुख व्यवधान हरना॥
नारियों को उनके सारे सम्मान दो तुम।
छीना जो उनके सारे अधिकार दो तुम॥
तभी देश अपना विश्व गुरु फिर कहाए। "देखो आज हमारी लूट रही हैं अस्मितायें"

देखो आज हमारी लूट रही हैं अस्मितायें।
हर पल यहां अब छलि जा रही है सुताए॥

जहां सबसे बड़ा नारी का ही सम्मान था।
जहां प्रथम पूज्य का उनको वरदान था॥
जहां की बेटियों ने त्याग दी स्वर्ण लंका।

"देखो आज हमारी लूट रही हैं अस्मितायें" देखो आज हमारी लूट रही हैं अस्मितायें। हर पल यहां अब छलि जा रही है सुताए॥ जहां सबसे बड़ा नारी का ही सम्मान था। जहां प्रथम पूज्य का उनको वरदान था॥ जहां की बेटियों ने त्याग दी स्वर्ण लंका।

4 Love

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ADARSH SAHU

 "सब बढ़िया है"

"सब बढ़िया है" #nojotophoto

1 Love

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ADARSH SAHU

एक दिन हम चले जाएंगे देखना तुम
लौटकर फिर नहीं आएंगे देखना तुम

ना जाने कितनी दिलों को दुखाया
वाणी से नजाने कितने शर चलाया
अब नहीं बोल पाएगें देखना तुम
एक दिन हम चले जाएंगे देखना तुम

ना जाने कितने हितकर वचन कहे हैं
ना जाने कितने विरोधी हम रहे हैं
शब्द मेरे सदा याद आएंगे देखना तुम
एक दिन हम चले जाएंगे देखना तुम

 कभी जो मेरे संस्मरण सताए तुम्हें गर्
कभी ये अकिंचन याद आए तुम्हें गर्
पता मेरा ये गगन बताएंगे देखना तुम
एक दिन हम चले जाएंगे देखना तुम

छोड़ना ना घर का आना जाना कहीं तुम
 ए दोस्त दिल से मुझ को भुलाना नहीं तुम
देखोगे तो गली में दिख जाएंगे देखना तुम
एक दिन हम चले जाएंगे देखना तुम

यह जिस्म दौलत शोहरत है सभी कुछ
साथ में मेरे एक दिन नहीं जाएगा कुछ
बस अकेले ही चले जाएंगे देखना तुम
एक दिन हम चले जाएंगे देखना तुम
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ADARSH SAHU

सदा वही स्पर्श करे,जिस हवा में खुशबू बसती हो
जन्म-दिन के पन्नों में बस सुख से भरी कहानी हो
बार-बार ये दिन आए,जब तक सागर में पानी हो
घर-आँगन गुलज़ार रहे,दामन में बस अच्छाई हो
हृदय-तल से जन्म-दिवस पर बारम्बार बधाई हो

उच्च विचार हो,नेक इरादे,आपकी हर-एक बात अमल हो
हर पल मन हर्षाए जैसे झील में हँसता हुआ कमल हो
मुकद्दर आपसे खफ़ा ना हो,ख्वाहिशें हमेशा पूरी हो
चेहरे पर हो नूर सदा ही,अपनों से ना दूरी हो
बुरे कर्म को हाथ उठे ना,हर पल सदा भलाई हो
हृदय-तल से जन्म-दिवस पर बारम्बार बधाई हो
 जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं

6 Love

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