ज़िन्दगी तू...
खुशियों ने मुँह मोड़ लिए।
अपनो ने हाथ छोड़ दिए।
उम्मीदें अब टूट सी रही है।
ज़िन्दगी क्यों तू रूठ सी रही है?
साहिलों पर पहुँच कर भी,मंज़िले दूर है।
नीतिका सक्सेना
ऐ रात....
कही किसी को अकेलेपन में सिराहना भिगोते,
तो किसी के झूठ के मुखौटे उतरते देखे होंगे।
ऐ रात, तूने तो कितनो के असली रूप देखे होंगे।
कितनो को सुकून की नींद सुलाया होगा।
और कितनो को रात भर जगाया होगा। #Poetry#Hindi#poem#nojotohindi
फिर मोहब्बत
बात - बात पर झगड़ कर तुमसे,
मैं रूठ जाया करूँगी।
तुम प्यार से मेरा हाथ पकड़ना ,
मैं मान भी जाया करूँगी।
चलो ना करते ऐसी मासूमियत वाली मोहब्बत।
भूल कर के सारे शिकवे गिले, #Poetry#Love#writer#loveforwords
नीतिका सक्सेना
बिछड़ती मोहब्बत
आज जो तुम मुझसे नफरत करने लगे हो,
तो क्या मैं तुमसे कुछ बातें कर सकती हूँ?
रख कर तुम्हारे कंधे पर सिर,
तुम्हारे लिए लिखी ये कविता पढ़ सकती हूँ?
याद तो होंगी ही तुम्हे वो हसीन राते, #Poetry#Hindi#poem
बारिश उसे एकदम पसंद नही,
फिर भी मेरे संग वो भीग लेता है।
हाँ वो ऐसा ही है।
और मुझे ऐसा ही वो भाता है।
अक्सर मुझसे गुस्सा रहता है,
पर जो मैं रूठो तो टूट जाता है।
हाँ वो ऐसा ही है। #Poetry#Love#poem
बारिश उसे एकदम पसंद नही,
फिर भी मेरे संग वो भीग लेता है।
हाँ वो ऐसा ही है।
और मुझे ऐसा ही वो भाता है।
अक्सर मुझसे गुस्सा रहता है,
पर जो मैं रूठो तो टूट जाता है।
हाँ वो ऐसा ही है। #Poetry#Love#poem
नीतिका सक्सेना
वैसे तो इस इश्क़ की परिभाषएँ कई है,
फिर भी इश्क़ को कोई समझा नही।
मैंने पूछा भी कुछ आशिको से।
तो एक शायर ने बताया कि,
इश्क़ कविता है।
और बैठी जो मयखाने में,
तो शराबी बोला इश्क़ एक नशा है।
दीवानों ने कहा इश्क़ में मज़ा है, #Poetry#Love#Hindi#poem#ishq