दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो,
तो ज़िंदा हो तुम
नज़र में ख्वाबों की बिजलियाँ लेके चल रहे हो,
तो ज़िंदा हो तुम
हवा के झोकों के जैसे आज़ाद रहना सीखो
तुम एक दरियाँ के जैसे लहरों में बहना सीखो
हर एक लम्हें से तुम मिलो खोले अपनी बाहें #Poetry#Life#Happiness#Love#कविता#myvoice
92 Views
Saurabh Gupta
पिघले 'नीलम' सा बहता हुआ यह 'समाँ',
नीली नीली सी 'ख़ामोशियाँ'
ना कहीं हैं, 'ज़मीन' ना कहीं 'आसमान',
सरसराती हुयी 'टहनियां',पत्तियाँ
कह रही हैं कि बस एक तुम हों यहाँ,
सिर्फ 'मैं' हूँ,मेरी सांसें हैं और मेरी धडकनें,
ऐसी गहराइयाँ,ऐसी तनहाइयाँ,
और 'मैं' सिर्फ 'मैं', #Poetry#Love#Motivation#Hindi#कविता#LOVEGUITAR
तू खुद की खोज में निकल
तू किस लिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की
समय को भी तलाश है
समय को भी तलाश है
जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ
समझ न इन को वस्त्र तू .. (x२)
ये बेड़ियां पिघाल के #Poetry#Motivation#Inspiration#कविता#krishna_flute