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dollkidil1894
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Doli dk

आत्म अनुभव👌

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Doli dk

8 मार्च

मिलन है प्यार की,
ऎहसास मिलन की।
धड़कन तेज होने लगी
जब हम करीब आने लगे थे।
हवाएं तेज चलने लगी ,
और हम पास आने लगे थे।
मिलने की उम्मीद नहीं थी,
पर कोशिश जारी थी।
ऎसा कभी सोची नहीं थी कि,
जन्मो जन्म का संगम होगा,
हमें एकदूजे के ज़िन्दगी में समर्पण होगा।
मिलन का यह दिन है बहुत ही प्यारा,
जी लूं इसे याद कर ज़िन्दगी दोबारा।
मिलन का ये दिन है बहुत प्यारा
है बहुत  प्यारा ।
मिलने वाले भूल गए सारे कसमें वादे,
ऎसे होते हैं इरादे तो क्यों करते हैं कसमें वादे।
रंगो की तरह रंग नहीं बदलना,
क्योंकि प्यार का कोई रंग नहीं होता।
इस मिलन ने है दिल को दिल से मिलाया ,
तभी तो दो अनजान को ईश्वर ने मिलाया।

©Doli dk
  मेरे #प्यार का #मिलन #दिन

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Doli dk

मां का दर्द में मुस्कुराना भी एक तरफ है।

©Doli dk #मां का #दर्द
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Doli dk

औरत मर्द दो पहलू के एक सिक्के

LOGICATS बुरा मत मानिए आज तक किसी कुंवारे लड़के के माता पिता वृद्ध आश्रम नहीं गये लड़कियों को शिक्षित ही नहीं संस्कारी भी बनाए क्यों
मै भी कहना चाहती हूं क्या ये गलत नहीं है.....
आखिर लडकियो के यानी बहू आने से मां बाप को भी क्यू लगता है कि बेटा बदल गया। अब मेरी नहीं सुनता। मुझसे सब छिपाता है। मुझसे झूठ बोलता पत्नी का पक्ष लेता है। उन्हें भी तो समझना चाहिए कि एक लड़की अपने पूरे परिवार को छोड़ आपके घर आती है, सबका ख्याल रखती है। थोड़ा नादानी है पर आप चाहे तो अपनी बेटी समझ कर उसे अपने प्यार से सीखा सकते हैं, समझा सकते हैं

 क्या जिनकी खुद की बेटी होती है ओ बेटी कभी कुछ गलत नहीं करती तब तो उनसे उतना नाराज नहीं होती जितना बहू से होती क्यू? 
अरे थोड़ा वक्त तो चाहिए न ससुराल को समझने के लिए, तो शुरू से ही लोग उनकी गलती निकालना शुरू कर देते हैं। शुरू से ही उन्हें ताना देना शुरू कर देते हैं क्या ये सही है, ये अच्छा संस्कार है। हर बात पर औरतों को ही क्यों बदनाम किया जाता है। 
                  सच कहूं.... तो इस दुनिया में औरत ही औरत को नहीं समझना चाहती तो किसी और से क्या उम्मीद की जा सकती है।
 अगर किसी घर में औरत, औरत का साथ दे दे न तो कभी कोई मर्द औरत पर अंगुली नहीं उठा सकता । न औरतों  को सताता । पर बहुत पुरानी शायद प्रथा है कि औरत ही औरत की दुख न समझे👏😒😔😌🤫 कोई सही बात को भी गलत बोंलने के लिए मजबुर करे एक औरत ही। इसलिए आज बदनाम भी औरत ही है। क्युकी मर्द तो मर्द है। उन्हें न मर्द बोलते है न औरत । उन्हें क्या है कहीं भी कुछ भी बोल कर निकल जाते हैं। क्यूंकि ओ मर्द है और ये भी औरत की गलती से ही होता है। अगर सही के जगह सही और गलत को गलत औरत कहे तो किसी को दम नहीं की उन्हें बदनाम  कर दे। अगर पति बोल रहा तो उसका साथ दे देगी । बेटा बोल रहा तो उसका साथ दे देगी लेकिन गलत को गलत बोलने का दम नहीं होता है बस इसी वजह से औरत बदनाम है। गाली भी कोई से तो भाई, बाप लगा कर नहीं बल्कि औरतों वाली भी देनी होती है। बहन , बेटी, मां लगाकर ही गाली देने में पता नहीं कौन सा सुकून मिलता । कौन सा पुरूस्कार मिल जाता है। हर जगह सिर्फ और सिर्फ औरतों को ही घसीटा जाता है। क्यू...... इसलिए क्यूंकि ओ जन्मदाता है, पालनकर्ता है। ताकि एक दिन ये सारे दिन देखना पड़े। इसलिए ताकि एक दिन लोग उन्हें बदनाम कर सके। इसलिए ताकि उन्हें मां से मां वाली गाली सुनाई जा सके।

©Doli dk #Couple # कान्हा #

Couple # कान्हा #

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Doli dk

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Doli dk

यह कदम का पेड़ अगर मां होता यमुना तीरे,
 मैं भी उस पर बैठ कन्हैया बनता धीरे-धीरे।

कदम का पेड़ अगर मां होता यमुना तीरे,
मै उस पर बैठ कन्हैया बनता धीरे-धीरे।

ले देती अगर बांसुरी तुम दो पैसे वाली,
किसी तरह नीचे हो जाती या कदम की डाली।
 
कदम का पेड़ अगर मां होता यमुना तीरे, 
 मैं भी उस पर बैठ कन्हैया बनता धीरे धीरे।

©Doli dk बचपन की कविता किसको किसको याद है

बचपन की कविता किसको किसको याद है

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Doli dk

नटखट कान्हा

 तू सबके मन का चित चोर,
हर जगह प्रेम के नाम 
पर होता है तेरे नाम का शोर।
तू है नटखट माखन चोर ,
राधा के तन मन का मोर
तू सारे भक्तो के मन का चित चोर।
तू दुनियां के नजरों में क्या क्या नहीं कहलाते,
जन्माष्टमी के दिन में लोग तुझे आज भी झूला झुलाते।
तू राधा के प्रेम को तरसे,
गोपियां तेरे प्रेम को तरसे।
बरसाना में आज भी तेरे प्रेम बरसते हैं,
तभी तो आज भी लोग वहां जाने को तरसते हैं।
तू मेरा भी बचपन से ही सखा श्याम है,
तभी तो हर बात तुझसे ही कहने में आसान है।
मैने आज तक जो मांगा है,
जो जो ठीक लगा मेरे लिए तुमने ओ दिया है।
देर लगी पर उम्मीद नहीं टूटी,
कुछ कुछ अभी भी अधूरा है पर विश्वास नहीं उठी।
जन्म दिन की बधाईयां हर घर में बजे आपकी, 
आप पर विश्वास और प्रेम बनी रहे सबकी ।

©Doli dk कान्हा
#DearKanha

कान्हा #DearKanha #कविता

11 Love

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Doli dk

भरोसा तोड़ने वालों से हमेशा सतर्क रहें, 
वरना धोखा तो खावगे  ही बल्कि खुद से भी नफरत होने लगेगी ।

©Doli dk #Couple 
#DearKanha
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Doli dk

अगर खुद की ज़िंदगी में खुश रहना है, तो दूसरों की खुशियों को मनाना शुरू कर दो।

©Doli dk
  #MereKhayaal
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Doli dk

मज़बूत बेटी हो गई मजबुर

बेटियों की भी होती है अपनी जिंदगी
मां-बाप की इज्जत के लिए बन जाती है बंदगी।
मां-बाप सोचते हैं घर बसा दू इनका,
बस बोझ उतार लो अपना।
उन्हें कौन बताए कि 
बेटियों के भी होते हैं अपने सपने।
बेटी तो बड़ी हो रही होती है 
तो उसे कहां पता कि अगर उनका ना होगा।
पराए लोगों को अपना समझ कर
 अपना-अपना करना होगा।
जब बेटी को एक अच्छा घर संसार ना मिले,
तो मुरझा जाते हैं वो कली जो फूल जैसे थे खिले खिले।
कल तक जो बेटियों को
 घर के अंदर सहेज कर रख रहे थे इज्जत के लिए,
 जब आज तलाक शुदा हुई,
 बाहर भेज दिए सपने पूरे करने के लिए।
क्यूंकि आज ओ कुंवारी न रही,
तभी तो मजबूर बेटी हो गई मजबूर....

©Doli dk #मजबूत बेटी हो गई मजबुर

#मजबूत बेटी हो गई मजबुर #विचार

9 Love

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Doli dk

कुछ लोग बने ही हैं दूसरों की बुराई करने के लिए ही क्यूंकि जब तक वो दूसरों की बुराई नहीं करते तब तक तो उनका दिन ही नहीं गुजरता ....
अब तो सुधारो खुद को और करना ही है तो लोगों की ज़िंदगी में खुशियां लाने सीखो फिर देखो जीने का मजा...

©Doli dk #MereKhayaal
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