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Amit Chauhan Kumar
हजारों दोस्त होते हैं ,जब धन पास होता है बिगड़ जाता है बो रिस्ता ग़रीबी में जो रिस्ता खास होता है रिसता
amaragrwal992gmailcom
रिसता होने से रिश्ता नही बनता ©amaragrwal992gmailcom रिसता होने से रिसता नही बनता जा
Vikram singh Rajput
किसी रिसते को बनाकर ना छोडे ©Vikram singh Rajput अनोखा रिसता
Rakesh Barupal
रिश्तों की दुनिया में हम जरा कच्चे निकले लोग खेलते रहे और हम निभाते रहे ©Rakesh Barupal #Ladki रिसता
writer us
अगर दुःख हूं तुम्हारें लिए तो गला घोट दो मेरा , अगर मोहब्बत हूँ तो सीने से लगा लेना ! ©writer us रिसता ऐहसास का
Md Irfan
Person's Hands Sun Love कान का रिसता दिल से होता है । इसलिए किसी का दिल अगर चाहते हो तो उससे सुनना पसंद करो ।। ©Md Irfan कान का रिसता ।।
Bishal Kumar
मय पानी हु अवर पानी हि रहुङगा फिकर वोह लोग करे , जो आते तो है गाङगा नाहाने मन मे बुराइका बोझ लेकर by -kumar Bishal #मन पबित्र करे गाङगा जाना नहि पदेगा
Naresh Roy
तेरे दिल का मेरे दिल से रिसता पुराना है.. यही सही वक़्त है अगर हमको आज़माना है । ♥ ♥ ♥ रिसता तो अपना पुराना है... #twoliner
naveen
ए दोस्त,........... मेरे हमदम ..... ए अहसास-ए-अज़ीज .... जाने कौनसी जद्दोजहद में जाने अनजाने तेरे बेतरतीव चलते वार ............... तीर ..... तलवार........ सब झेल कर आज तुझे सम्बोधन करने को बचा कुचा मैं.. फिर से तत्पर ,तैयार .... इससे पहले तुम फिर से भर लो दोनो मुट्ठी तूफानों से,. बस एक बार जुबां से,..... आंखो से..........., या ओर किसी इशारे से पूछो .......... "कैसे हो" बेहतर है....... सब कुछ बेहतर सा है ....….............. लेकिन जाने कैसे बस कुछ ज़ख्म ऐसी नरम जगह पर लगे हैं ............. कि न रिसना बन्द होता है, न खुल के बहते हैं...................., न आराम आता है न ही बहुत दर्द रहता है ...…..................... उन जख्मों को न ही हरा छोडा जाता न ही वो भरेंगे ..........., जब तुम सिर्फ मेरे होकर दिन दो दिन बैठोगे मेरे पास........ तो पट्टी हटाऊंगा ओर दिखाउंगा......... की ये देखो मैं कैसे रिस रहा हूँ देखो कैसे रिस रिस कर रीत रहा हूँ ........... तब तुम खोलना..…….....…............ तुम्हारे पास रखी ..... मलहम की उस डिब्बी का ढक्कन..... जो तुम्हारे पास है …........ ओर सिर्फ मेरे लिए है ......... निकालना अपनी अंगुली से, डिब्बी के उस कोने से मलहम जहां से पहले कभी नही निकाला ................ लगा देना मुझसे रिसते हुए मुझ मे.......... उस मलहम को ओर रोक लेना मेरा रिसना... रिस रिस कर रीत जाना ... इससे पहले की मैं रीत जाऊ रीत कर बीत जाऊ तुम आ ही जाना............. आओगे न Writen by me For some body ©VHP Jaipur Prant मुझसे रिसता हुआ सा मैं #Anhoni