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Dr. P K Tripathi

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Sudhir Kumar

रेसर कार रानिग #Shiddat #स्पोर्ट्स

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محمد انش __

कर्बला😥😥 #समाज

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जिसने हक़ कर्बला में अदा कर दिया,
अपने नाना का वादा वफा कर दिया,

सबकुछ उम्मत के खातिर फिदा कर दिया,
घर का घर _ सुपुर्दे 😥😥 खुदा कर दिया ,

उस हुसैने हैदर पे लाखों सलाम ?

©Mohammad Aneesh #कर्बला😥😥

अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "

नुमाइशे जिस्म की ना करना ऐ इश्क़ बेरूख़ी
मैं सादगी का काय़ल हूँ पूरी लिवास में आना

तब बेशक तड़पा करते फिरेंगे 'रूहें' जुस्तजू
बना ही लिबास क्यों यदि 'नग्न'तुझे था आना 

'मुझे इल्म' रत्ती सी नहीं बच्चे हैं क्यों सुनूँ ताना
मगरूर बेगैरत मंजूर नहीं नज़रों से 'गोस' खाना

कद्र कर ढ़ककर बदन बा अदब पर्दो में आना
जिस्म में तो हैवानियत हैं इनसे 'क्या टकराना'

हर तरफ शोर है तो क्या हुआ सफ़र जारी तो है
जवानी का जोश' है तो क्या हुआ नादानी तो है

बिना पहचान कि जिस्म एक अंजानी कर्बला है
देखो पर्दानशीं में हमारी तुम्हारी सबकी भला है

©Anushi Ka Pitara #बेपर्द #कर्बला 

#Love

kesaravinash

दर्द के बहाने न देख

इस बेदर्द जमाने के चलते-फिरते ताने न देख!   
दिल के ज़ज्बातों के आगे होंठ के गाने न देख!!

डूब के,दरियाव के मौजों में पलते जाले न देख!  
दिल में सबके दर्द देख, दर्द के बहाने न देख!!

गर्दिशों में पल रहे जो सैकड़ों सितारे न देख!
  यूँ किनारे बैठके लहरों के ताने न देख !!

छलछला उठे कभी जो दर्द के प्याले न देख!       
 जिंदगी मदहोशियाँ है, तू मग़र मयख़ाने न देख!!

नब्ज़ देख, मर्ज़ देख, सिरहाने- पैताने ना देख!    
दरमियाँ देख अपने दामन भी कभी, तू मेरे फाने ना देख!!
                          ---------- कुमार अविनाश केसर

©kesaravinash #केसर

kesaravinash

हे ऋषि!
तुम गए-
असत् से सत् की ओर!
तम से ज्योति की ओर!
मृत्यु से अमृत की ओर!

हम गए -
सत् से असत् की ओर!
ज्योति से तम की ओर!
अमृत से मृत्यु की ओर!

तुम कितने असभ्य थे!
तुम कितने पौराणिक थे!
तुम कितने बर्बर थे, ऋषि!
तुम कितने अविकसित थे!

हम कितने सभ्य हैं!
देखो न- हवा ही जला डाली।
हम कितने सभ्य हैं!
प्यास बढ़ा ली, पानी सूखा डाला।
हम कितने नवीन हैं -
धरा खोद डाली, नाले पाट डाले।
हम कितने उदार हैं!
हमारा हर काम 'स्वान्तः सुखाय' है।
तुम्हारा हर काम 'परोपकाराय पुण्याय ' था।
हाँ, ऋषि!
हम विकसित हैं -
तुमने नदियों में (किनारे ) घर बनाये,
हमने नदियों पर (भर कर ) घर बनाये।

©kesaravinash #केसर
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