Find the Latest Status about ददाति धातु रूप from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ददाति धातु रूप.
~आचार्य परम्~
।।विद्वान् सर्वत्र पूज्यते ।। मित्रों हो सकता है कि आपके साथ के कुछ लोग धन में आपसे आगे निकल जाये उनके रहन सहन रईसी हो जाये पर याद रखना अपने आप को तुम्हें ऐसा बनाना है कि वो रईस भी आकर तुम्हारे सामने भीगी बिल्ली बन जाये ये तब संभव होगा जब तुम प्रचूर मात्रा में ज्ञानार्जन करते रहोगे. विश्वास मानो साधन हीन होते हुए भी तुम में कितनों को साधन सम्पन्न बनाने की क्षमता हो सकती है ।। अतः ज्ञनावान् बनों धनवान् तो चोर लुटेरे भी होते हैं।। " परम् भाग्यम्" विद्या ददाति विनयम्।
Parasram Arora
कविता कैसी भी हो उसे समझने मे कठनाई नहीं होती क्योंकि ज्यादातर रचनाओं मे आनंद वेदना प्रेम और आश्चर्य क़े भाव होते है और ये सारे भाव हर किसी मे प्रायः मौजूद ही होते हैँ अब ये बात अलग है क़ि उस रचना का जायज़ा अपनी अपनी पसंद से श्रोता या पाठक तय करते हैँ किसी को. वह रचना आध्यात्मिक यात्रा क़े लिए तैयार कर सकती है तो किसी मे प्रेम की पींगे बढ़ाने की दिलचस्पी से भर सकती है कोई विचलित या विक्षप्त श्रोता या पाठक उसे दर्शनशास्त्र का विषय बना सकता है या फिर कोई उस कविता को मधुर स्वरों मे गाकर गायक भी बन सकता है # कविता क़े रूप अरूप.......
Diwan G
महकी महकी सी फ़ज़ा, कि महका महका तेरा रूप है। जब से तुमको पाया है, जीवन में खुशियों की धूप है। ©Diwan G #रूप #धूप #जीवन #फ़िज़ा
Sneh Lata Pandey 'sneh'
मातु शारदे आपसे, माँगू थोड़ा ज्ञान। देवी वीणा धारिणी, दे दो माता दान।। देवी माँ पद्मासना, आओ हंस सवार। छूलो मेरे हाथ को , हो मेरा उद्धार। मातु शारदे आइए, श्वेत हंस सवार। श्वेत वस्त्र माँ धारिणी, श्वेत पुष्प गल हार।। कमल नयनि माँ कामदा, आसन कमल विराज । चतुर्भुजी माँ शारदे, सकल सँवारो काज।। कर सुदृढ़ माँ लेखनी, भर विद्या भंडार। हो मुखरित सुर ताल सब , कर दो माँ उपकार।। निर्मल कर दो भाव को, रसना रस की धार। मधुरिम शुभ्र प्रकाश सा, चमके हृदय किवाड़।। झोली भर दो कृपा से, बालक करे पुकार। कच्चा कलश कुम्हार का, आया तेरे द्वार।। वसंत पँचमी आ रही, हरषे ऋतु अति जोर। पीली गेंदे की कली, महक उठी सब ओर।। स्नेहलता पाण्डेय 'स्नेह' ©Sneh Lata Pandey 'sneh' #मातु शारदे