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Sumit Nandan Singh

मंदिर वही बनाएंगे।।

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Khan sir motivational

जो पुल बनाएंगे

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Poetess-TR

#कोरोना मुक्त भारत बनाएंगे #AdhureVakya

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हम जीत जाएंगे,
अगर सबका साथ और विश्वास पाएंगे।।
कोरोना को हराएंगे,
महामारी दूर भगाएंगे।।
जो लाचार बेबश हो चूंके,
उन्हें फिर से उठाएंगे।।
सबके आश और आशीष से,
मजबूत भारत बनाएंगे।।
हम जीत जाएंगे,
कोरोना मुक्त भारत बनाएंगे...
#adhurevakya
तंडुला राज आनंद

©Tandula Raj Anand (Poetess) #कोरोना मुक्त भारत बनाएंगे

Laxmi Yadav

# हम राहें नई बनाएंगे..... #कविता

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हम राहें नई बनाएंगे

सुन ओ कोरोना,

जीवन को झुलसाने वाले, 
ओ धरा पर आग लगाने वाले, 
 सफल नही तुम हो पाओगे
ओ मौत का जाल बिछाने वाले, 

हम काँटों मे भी फूल खिलाएंगे, 
मंज़िल कितनी भी मुश्किल हो, 

हम भारत वासी राहें नई बनाएंगे.


माना आज हिंदुस्तान हुआ निर्बल
माना कोरोना आज तुम प्रबल, 
माना तेरी शक्ति से विश्व  घायल, 
माना तेरा आतंक चहुँ ओ र, 

पर हम चिर ज्योति में भी निष्ठा जगायेंगे,

हम हिंदुस्तानी , राहें नई बनाएंगे। 

अरे देख, 
श्वेत- खाकी देवदुत् व देशदुत्, 
बने हुए है हमारे कवच- कुंडल, 
जन- जन बना योध्दा अविचल, 
अपनों की चिता जलाकर भी 
डटे हुए है हम अटल, 

हम निर्माण मे आशा जगायेंगे, 

हम सप्त- ऋषियों की मिट्टी के लाल, 

हम राहें नई बनाएंगे. 

अब तक ना गंगा ने ली करव ट है, 
अब तक ना हुआ समुद्र मे मंथन , 
खैर मनाओ, कोरोना

अब तक ना शिवजी का हलाहल
छलका है, 
अब तक ना तुमने चंडीका दुर्गा 
रूप स्वरूप को पहचाना है, 

हम सदा श्रद्धा के दीप जला येंगे, 


हम रघुनंदन- यदुनंदन की मिट्टी के लाल, 

हम काँटों मे भी फूल खिलाएंगे, 

मुश्किल कितनी भी हो राहों मे, 

हम राहें नई बनाएंगे....। 

🙏

लक्ष्मी यादव

©Laxmi Yadav # हम राहें नई बनाएंगे.....

KྂiྂNྂgྂ oྂfྂ HྂeྂAྂrྂtྂ

मंदिर वहीं बनाएंगे 2060

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Prakash Shukla

प्रकाश

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फैलेगा यश यदि कल्पनाओं को पंख लगे
कुन्दित भावनाओं मे कवियों ने शान धरी
शब्दों को रूप दिया कल्पना को साकार
दिमाग ने कविता रची हृदय ने स्वीकार
साहस ने बल दिया और मन ने इकरार
धैर्य ने बाँधा समाँ हर इच्छा शिरोधार यदि
कल्पना के पंख लगे विचारों ने उड़ान भरी
दिल ने दस्तख़त किए आत्मा ने जान भरी
प्रकाश प्रकाश

Prakash Shukla

प्रकाश

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अपेक्षा के शिकारी तुम उपेक्षा के शिकार हम
क्योंकि
अपेक्षा रूपी तरकश मे स्वेक्षा रूपी बाण से नखरे रूपी धनुष का प्रयोग एक मँझे शिकारी के रूप मे करने वाली तुम
और
उपेक्षा रूपी पतेले मे चाकू रूपी आकाँक्षाओं की धार मे रहकर जल रूपी मीठी चासनी मे भीगकर शान्त रहने वाले शिकार हम

अपेक्षा के शिकारी तुम उपेक्षा के शिकार हम
सबसे बड़ी बीमारी तुम उससे पड़े बीमार हम
ओ जाल़िम अब तो कहर कम कर रहम कर
क्योंकि
दुनिया की सबसे बड़ी जुगाड़ी तुम सबसे बड़े जुगाड़ हम
प्रकाश प्रकाश

Prakash Singh

प्रकाश##

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क्या लिखूं जो आपसे प्यार हो जाए।।
ताकि जब भी मिलू तो दीदार हो जाए।। प्रकाश##

Prakash Singh

प्रकाश ##

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एक बेटी जब ब्याह के उपरांत अपने पीया के घर जाती हैं..तो उस दरम्यान माँ और बेटी के बीच आँखो ही आँखो क्या बाते होतीं हैं ...ज़रा गौर फरमाइयेगा...दोस्तों....मेरी चंद पंक्तियाँ पे......

        ब्याह हो जब बेटी पिया के घर चली...
,          अपनी ममता की छाव वो छोड़ चली..
                    माँ की ममता में पली...
                       वो नन्ही सी कली...
             ब्याह हो अपनी पिया के घर चली...

             ये घर आँगन सब बेंरंग हो चली...
.                तू पिया के संग हो चली...

.               हाथों में तेरी मेंहदी हैं रची....
                लाल जोड़े में तू हैं सजी....
                  ओ मेरी नन्ही सी कली...
               तू अपने पिया के घड़ी चली...

.               जब घड़ी आयी जुदायी की..
              माँ की ममता विभोर हो चली...
                 छलक के आँखो से आँसू...
                      ग़मजदा हो चली....
                    मेरी नन्ही सी कली...
                अपने पिया की घर चली.... 

              बिटिया जब माँ के गले लगी....
             माँ  की कलेजा बेजान हो चली..
           सिसकीयां से मौसम ग़मगीन हो चली 
                   मेरी लाडो में पली...
                  मेरी नन्ही सी कली...
               अपने पिया के घर चली...

              थमी क़दम आगे अब बढ़ती नहीं...
                          बिटिया की...
               आँखो से आँसू रुकती नहीं.....
                         बिटिया की....
             माँ की ममता विभोर हो चली..
                       पालकी में बैठ....
             बेटी अपने पिया के घर चली.... प्रकाश ##

Prakash Shukla

प्रकाश #OpenPoetry

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#OpenPoetry गैहान फलक दो जहान तलक
इम्तेहान इश्क़ दो म्यान तलक
तलवार धार है इश्क़ यार
इबादते इश्क़ ईमान तलक
तलवार इश्क़ इजहार इश्क़
इकरार इश़्क हाँ प्यार इश़्क
खंजर खामोश इश्क़ बेरहम का
जायज कुबूल नाकाम इश्क
तासीर ताबिश़ इब्तिसाम तलक
इश्क़ आक़िबत अहज़ान तलक
इश्क़े खुर्शीद गुमनाम तलक
इश्क़ मोहब्बत पशेमान तलक
गैहान फलक दो जहान तलक.........  
प्रकाश प्रकाश
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