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Parasram Arora
खून को पानी का पर्यायवाची मत मान. लेना अनुभन कितना भी कटु क्यों न हो वो.कभी कहानी नही बन सकताहै उस बसती मे सच बोलने का रिवाज नही है यहां कोई भी आदमी सच.को झूठ बना कर पेश कर सकता है ताउम्र अपना वक़्त दुसरो की भलाई मे खर्च करता रहा वो ऐसा आदमी कुछ पल का वक़्त भी अपने लिये निकाल नही सकता है ©Parasram Arora पर्यायवाची......
'मनु' poetry -ek-khayaal
सकल ब्रम्हाण्ड, समस्त ऐश्वर्य, पदार्थ ही है, तो ईश्वर पदार्थ से परे कैसे ? ' मनु ' पदार्थ
Jogendra Singh writer
आपके अनुसार Nojoto का पर्यायवाची क्या है Answer in comment section ©Jogendra Singh Rathore 6578 nojoto ka पर्यायवाची #Light
Datta Dhondiram Daware
#KargilVijayDiwas साहित्याची खाण... महाराष्ट्राची शान... लोकशाहिरीचा मिळवला मान... जगात गाजले, आमचे अण्णाभाऊ महान... कामगार, कष्टकरी, यांची व्यथा मांडणारे... रशियात शिवाजी महाराज यांचा पोवाडा गाणारे... किमया केली असी, फक्त दीड दिवस शाळा शिकून... फकिराचा प्राण... अप्रतिम अस लिखाण... माझी मैना, गावाकड राहिली हे गाण... खरच, जगात गाजले, आमचे अण्णाभाऊ महान... जग बदल घालून घाव, सांगून गेले मज भिमराव, हे ठासून सांगणारे... आपल्या लेखनीतू ज्वंलत विचार पेरणारे... अशा थोर साहित्यरत्नला सम्राटचे त्रिवार वंदन... जगात गाजले, आमचे अण्णाभाऊ महान.... *सम्राट दत्ता डावरे* ९७३००३७०५३ गोड पदार्थ आण्णा #kargilvijaydiwas
Parasram Arora
कोई पुरखो को पानी पहुंचा रहा हैँ कोइ गंगाओ मे पाप धो रहा हैँ कोई पथर की प्रतिमाओं के सामने बिना भाव सर झुकाये बैठा हैँ धर्म के नाम पर हज़ार तरह की मूढ़ताएं प्रचलन मे हैँ धर्म से संबंध तो तब होता हैँ जब आदमी जागरण की गुणवत्ता हासिल कर लेता हैँ जहाँ जागरण होगा वहा अशांति कभी हो ही नहीं सकती क्यों कि जाग्रत आदमी विवेकी होता हैँ इर्षा क्रोध की वृतियो से ऊपर उठ चुका होता हैँ औदेखा जाय तो धर्म औऱ शांति पर्यायवाची शब्द हैँ धर्म औऱ शांति...... पर्यायवाची शब्द हैँ
#CTK -Funny 0r Die
पप्पू को नहाते वक़्त पड़ोस की लड़की ने देख लिया काफी हंगामे के बाद मामला कोर्ट पहुँचा जज साहब:- आखिर तुम चाहते क्या हो? पप्पू:- बदला न्याय और बदला दोनों पर्यायवाची हैं। #CTK
Ravi Raj
Ek villain
किसी के प्रति आसक्ति का भाव हमें उससे इस प्रकार जोड़ देता है कि हम चाह कर भी उसे अलग नहीं हो पाते यह ठीक वैसे ही जैसे रेशम का पहना हुआ कुर्ता देखकर शरीर से चिपक जाए फिर उसे उतारना बहुत कठिन होता है जबकि सूखे कुर्ते को उतारना सहज है आ सकती के जल से भीगे उसी कुर्ते की तरह भौतिक पदार्थ हम से चिपक जाते हैं और शाम को कौन से उससे अलग करना बहुत कठिन हो जाता है ©Ek villain #mainaurtum भौतिक पदार्थ हमारे आसपास हैं