Find the Latest Status about रावण पुत्र from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रावण पुत्र.
Suchita Pandey
अभिव्यक्ति 7 (उपन्यास सार कविता) // रामायण - "सुन्दरकाण्ड" - सार // हनुमंत लंका प्रस्थान किये, तब सुरसा ने लिया परीक्षा। तब योग्य, सामर्थ्यवान पाकर उनको आशीर्वाद दिया। मार्ग में हनुमानजी ने राक्षसी छाया का वध किया। किया प्रहार लंकिनी पर तब लंका प्रवेश किया । हनुमान अशोकवाटिका जब पहुँचे, माता सीता से भेंट किया। कर प्रणाम माता सीता को राम की मुद्रिका उन्हें दिया । कर विध्वंश अशोकवाटिका का, रावण पुत्र अक्षय कुमार का वध किया । "कृपया पूरी कविता सार अनुशीर्षक में पढ़े" 🙏 #अभिव्यक्ति_7 #उपन्यास_सार _कविता #रामायण_सुन्दरकाण्ड_सार #pnpabhivyakti7 #pnphindi #pnp071020 #pnpabhivyakti अभिव्यक्ति 7 (उपन्यास सार क
N S Yadav GoldMine
इंद्रजीत की शक्तियां जो उसने गुरु शुक्राचार्य की सहायता से प्राप्त की आइए जानते हैं इंद्रजीत की शक्तियों के बारे में !! 🌸🌸 {Bolo Ji Radhey Radhey} इंद्रजीत की शक्तियां :- 🎆 इंद्रजीत/ मेघनाथ रावण का सबसे बड़ा पुत्र था जो बचपन से ही अत्यंत शक्तिशाली था। रावण ने अपने पुत्र इंद्रजीत को अविजयी बनाने के लिए कई प्रकार के जतन किये थे। समय के साथ-साथ वह रावण से भी अधिक शक्तिवान होने लगा था। जब वह बड़ा हो गया तब उसने गुरु शुक्राचार्य की सहायता से भगवान शिव, विष्णु व ब्रह्मा को प्रसन्न करने के लिए कई यज्ञ किये जिनका रावण को भी नही पता था। रावण पुत्र मेघनाथ की शक्तियां :- मेघनाथ ने मौन धारण कर किया अनुष्ठान :- 🎆 जब रावण को इस बात का पता चला तो वह अनुष्ठान वाली जगह पर पहुंचा व मेघनाथ से पूछा कि वह यह किस शक्ति को प्राप्त करने के लिए ऐसा कर रहा हैं। तब रावण के प्रश्नों का उत्तर गुरु शुक्राचार्य ने दिया क्योंकि इस पूरे अनुष्ठान में मेघनाथ को मौन धारण करना था। गुरु शुक्राचार्य के साथ मेघनाथ ने अपनी कुलदेवी निकुंबला को साक्षी मानकर कुल सात यज्ञो का अनुष्ठान किया था। यह सात यज्ञ थे अग्निष्ठोम, अश्व्मेथ, बहुस्वर्णक, राजसूय, गोहमेध तथा वैष्णव। यह सभी यज्ञ करना एक व्यक्ति के लिए अत्यंत कठिन था किंतु मेघनाथ ने गुरु शुक्राचार्य की सहायता से इन सभी यज्ञो को पूर्ण किया व त्रिदेव को प्रसन्न करके उनसे अनेक वर व शक्तियां प्राप्त की। मेघनाथ की शक्तियां :- 🎆 इन यज्ञों के भलीभांति पूर्ण होने के पश्चात भगवान ब्रह्मा, विष्णु व महेश ने उसे दर्शन देकर इस यज्ञ के फलस्वरूप मिलने वाली कई शक्तियां प्रदान की। उसे मिले वरदानों में कुछ प्रमुख वर इस प्रकार थे: तामसी रथ :- 🎆 यह रथ मेघनाथ की इच्छानुसार चल सकता था व आकाश में उड़ भी सकता था। इस रथ को पाने के बाद किसी भी युद्ध में उसकी तीव्रता अत्यधिक बढ़ गयी थी। वह इच्छानुसार अपने रथ को कभी आकाश तो कभी पृथ्वी पर ला सकता था। साथ ही किसी भी दिशा से शत्रु पर प्रहार कर सकने में भी वह सक्षम हो गया था। अक्षय तरकश व दिव्य धनुष :- 🎆 मेघनाथ को दो तरकश भी मिले थे जिनमें कभी भी बाण समाप्त नही होते थे। साथ ही दिव्य धनुष प्राप्त हुआ था। इसकी सहायता से वह बिना थके शत्रु पर बाणों की बौछार कर सकता था। ब्रह्मास्त्र :- 🎆 भगवान ब्रह्मा के द्वारा उसे उनके सबसे बड़े अस्त्र ब्रह्मास्त्र की भी प्राप्ति हुई थी जिसके द्वारा वह किसी भी शत्रु का उसकी सेना समेत समूल नाश कर सकता था। इसी अस्त्र का प्रयोग उन्होंने हनुमान पर किया था। वैष्णव अस्त्र :- 🎆 भगवान विष्णु के सबसे बड़े अस्त्र वैष्णव अस्त्र की भी उसे प्राप्ति हुई थी जो अपने शत्रु को भेदकर ही वापस आता हैं। इसे नारायण अस्त्र भी कहते हैं। पाशुपत अस्त्र :- 🎆 यह भगवान शिव का सबसे बड़ा अस्त्र हैं जिसे उन्होंने प्रसन होकर मेघनाथ को दे दिया था। यह शिव व काली का अस्त्र हैं व इससे हुए विनाश को फिर से ठीक नही किया जा सकता है। 🎆 इन सभी शक्तियों को प्राप्त करने के पश्चात वह रावण से भी अत्यधिक शक्तिशाली योद्धा बन चुका था। भगवान ब्रह्मा, विष्णु व महेश तीनों के सबसे महान अस्त्र मेघनाथ के पास होने के कारण संपूर्ण विश्व में उससे अधिक शक्तिशाली कोई भी नही था। ब्रह्मा का वरदान :- 🎆 इसके साथ ही उसे भगवान ब्रह्मा से एक वर भी प्राप्त हुआ था जिसे भगवान ब्रह्मा ने इंद्र देव को मेघनाथ के कारावास से मुक्त करवाने के लिए दिया था। उस वर के फलस्वरूप यदि मेघनाथ किसी भी युद्ध पर जाने से पहले अपनी कुलदेवी निकुंबला का यज्ञ कर ले तो उस युद्ध में उसे कोई भी नही परास्त कर सकता है। ©N S Yadav GoldMine #Silence इंद्रजीत की शक्तियां जो उसने गुरु शुक्राचार्य की सहायता से प्राप्त की आइए जानते हैं इंद्रजीत की शक्तियों के बारे में !! 🌸🌸 {Bolo J
N S Yadav GoldMine
मेघनाथ ने लक्ष्मण पर चलाया ब्रह्मास्त्र, पशुपाति व नारायण अस्त्र आइए जानते हैं !! 🌍Bolo Ji Radhey Radhey}🌍 पशुपाति व नारायण अस्त्र :- 🌄 मेघनाथ एक ऐसा योद्धा था जिसने श्रीराम की वानर सेना में हाहाकार मचा दिया था। उसने अपनी पिता की आज्ञा स्वरुप शत्रुओं की सेना में भीषण तबाही मचाई थी। पहले दिन उसने श्रीराम व लक्ष्मण को नागपाश में बांध दिया था तो दूसरे दिन लक्ष्मण को शक्तिबाण की सहायता से मुर्छित कर दिया था लेकिन दोनों ही बार हनुमान की चतुराई से दोनों सुरक्षित बच निकले। तीसरे दिन वह निकुंबला देवी का यज्ञ कर रहा था जिसके समाप्त होने के पश्चात वह अजय हो जाता व किसी भी शत्रु का उसे युद्ध में हराना असंभव हो जाता किंतु लक्ष्मण ने यज्ञ के समाप्त होने से पहले पहुंचकर उस यज्ञ को ध्वस्त कर डाला। इससे क्रुद्ध होकर मेघनाथ युद्धभूमि में आया व लक्ष्मण से युद्ध करने लगा। मेघनाथ के पास थे तीन शक्तिशाली अस्त्र :- 🌄 मेघनाथ ने एक बार राक्षसों के गुरु शुक्राचार्य की सहायता से सात यज्ञो का महा आयोजन किया था जिसमे उसे त्रिदेव से कई प्रकार की शक्तियां व वर प्राप्त हुए थे। उन्हीं शक्तियों में उसे भगवान ब्रह्मा के सर्वोच्च अस्त्र ब्रह्मास्त्र, भगवान विष्णु के सर्वोच्च अस्त्र नारायण अस्त्र व भगवन शिव के सर्वोच्च अस्त्र पशुपाति अस्त्र प्राप्त हुए थे। यह तीन अस्त्र अत्यंत विनाशकारी थे जिनका प्रयोग करने पर प्रलय तक आ सकती थी। लक्ष्मण थे शेषनाग का स्वरुप :- 🌄 चूँकि भगवान विष्णु ने रावण रुपी पापी का अंत करने व धर्म की पुनः स्थापना के उद्देश्य से इस धरती पर श्रीराम रूप में जन्म लिया था तो शेषनाग ने उनके छोटे भाई लक्ष्मण के रूप में। जब शेषनाग रुपी लक्ष्मण व रावण पुत्र मेघनाथ के बीच तीसरे दिन युद्ध शुरू हुआ तक मेघनाथ ने अपने सबसे बड़े अस्त्रों का प्रयोग किया था। मेघनाथ का लक्ष्मण पर आक्रमण :- मेघनाथ का लक्ष्मण पर ब्रह्मास्त्र चलाना :- 🌄 सबसे पहले मेघनाथ ने लक्ष्मण पर भगवान ब्रह्मा के सबसे बड़े अस्त्र ब्रह्मास्त्र को छोड़ा। जब लक्ष्मण ने ब्रह्मास्त्र को देखा तो वे उसके सामने हाथ जोड़कर खड़े हो गए। लक्ष्मण को देखकर ब्रह्मास्त्र उन्हें बिना कोई हानि पहुंचाए वापस चला गया। चूँकि जब भगवान ब्रह्मा ने ब्रह्मास्त्र का निर्माण किया था तब उन्होंने इसे धर्म की रक्षा के उद्देश्य से बनाया था जिसका प्रयोग किसी भी युद्ध में अंतिम विकल्प के रूप में प्रयोग किया जाना था। साथ ही उन्होंने इसके निर्माण में यह ध्यान रखा था कि इससे भगवान शिव, आदिशक्ति, भगवान विष्णु व शेषनाग को कोई हानि नही पहुँच सकती। इसलिये जब मेघनाथ ने लक्ष्मण पर ब्रह्मास्त्र चलाया तो स्वयं शेषनाग के अवतार होने के कारण उन पर इसका कोई प्रभाव नही पड़ा। मेघनाथ का लक्ष्मण पर पशुपाति अस्त्र चलाना:- 🌄 ब्रह्मास्त्र के लौटकर आने के पश्चात मेघनाथ ने लक्ष्मण पर भगवान शिव के सबसे बड़े अस्त्र पशुपाति अस्त्र से प्रहार किया जो कि शिव का त्रिशूल था किंतु इसका भी कोई प्रभाव लक्ष्मण पर नही पड़ा। इसके साथ भी यही नियम था कि वह भगवान विष्णु व शेषनाग पर कोई प्रभाव नही डाल सकता था। इसलिये यह भी बिना अपना प्रभाव दिखाएँ वापस आ गया। मेघनाथ का लक्ष्मण पर नारायण अस्त्र चलाना:-🌄 इसके बाद मेघनाथ ने अपने अंतिम सबसे बड़े अस्त्र नारायण अस्त्र से लक्ष्मण पर प्रहार किया जो भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र था। चूँकि वे स्वयं भगवान व्ष्णु के शेषनाग थे इसलिये इससे उन पर क्या ही प्रभाव पड़ता क्योंकि शेषनाग तो उनके लिए पूजनीय थे। इसलिये नारायण अस्त्र लक्ष्मण के चारों ओर परिक्रमा कर व उन्हें प्रणाम कर वापस आ गया।तीनो अस्त्रों के विफल होने के कारण मेघनाथ को यह आभास हो गया था कि लक्ष्मण व श्रीराम कोई साधारण मनुष्य नही अपितु स्वयं भगवान के अवतार है। उसने यह बात जाकर अपने पिता रावण को समझायी लेकिन उसके न समझने पर वह वापस युद्धभूमि में आया तथा वीरगति को प्राप्त हुआ। ©N S Yadav GoldMine #Hanuman मेघनाथ ने लक्ष्मण पर चलाया ब्रह्मास्त्र, पशुपाति व नारायण अस्त्र आइए जानते हैं !! 🌍Bolo Ji Radhey Radhey}🌍 पशुपाति व नारायण अस्त्र
Anil Siwach
Praveen chouhan
बुराइयां मिट नहीं रही जमाने की, आरोप रावण पर लगाया जाए ओर फिर बार बार जलाया जाए लेकिन दस्तूर ए जमाने को हर बार नजर अंदाज़ किया जाए, खुद में ज़िंदा हो भले है लाख बुरा रावण, लेकिन फिर भी हर बार रावण को ही जलाया जाए इस बार कुछ बदलाव किया जाए खुद में बैठे निकृष्ठ मानसिकता के रावण को जलाया जाए @PC_MOTIVATION1 #रावण #रावण #विजयादशमी
Mamta kumari
प्रिये माँ और पापा सादर प्रणाम मैं आपके कृपा से ठीक हूँ आशा है कि आप सभी भी ठीक होंगें ।मैं यहाँ रात-दिन मेहनत करती हूँ कि आपके सपनें को साकार कर सकूं ।और आपके उमीद पर खड़ा हो सकू। और मैं क्या लिखूं बड़ो को प्रणाम छोटो को मधुर प्यार । आपके तनुजा ममता । ©Mamta Kumari पुत्री का पत्र पिता के नाम ।
abhisri095
लूट ली गई है आबरू अब बस दफ़नाना बाकि है राम को तो कबका निबटा आये कहने को दशहरा मनाना बाकि है... #आज का रावण#कलयुगी रावण..
Dott.Mic🎤
इन राम को चाहने वालो में राम की कोई गुण नही मिलते.. मैं रावण को मानता हूँ और मैं रावण ही ठीक हूँ.. #रावण