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New दर साल दर शेकडा Quotes, Status, Photo, Video

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Hussain

साल दर साल #Trees #शायरी

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तू गई ,और वो भी न आई, साल दर साल गुज़रते गए

इतने बुरे थे क्या हम, के मौत ने भी दुश्मनी निभाई


                      ---हम्द

©Hussain साल दर साल

#Trees

Shayari by Sanjay T

साल दर साल.....#Shayari #Hindi #Goodby2023 @shayaribysanjayt

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Rashid Moradabadi

#साल दर साल यूँही गुज़रते जा रहे हैं.....

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viraj gosavi

खेकडा शेती #मराठीविचार

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Vinay Kumar

तेरी याद इस ठंड जैसी हो गई है साल दर साल कम होती जाती है #Poetry

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 तेरी याद इस ठंड जैसी हो गई है
साल दर साल कम होती जाती है

sanwali_ladki

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Shivani Puri

बीते साल के कुछ सवाल #Poetry

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_____बीते साल के कुछ सवाल_____

हाथ से सरकता हुआ यह साल, 
छोड़ चला है फिर वही सवाल,
जिनके बीते सालों में भी,
ना मिल पाएं सम्पूर्ण जवाब !!

साल भर में घटित घटनाएं,
छोड़ चलीं है यही सवाल,
आज़ाद भारत का नेतृत्व करने वाले,
आख़िर क्यों ना रोक पाएं हैं,
अमीर-गरीब का फर्क, जात-पात, 
भेद-भाव और कत्लेआम..!!?

तरक्की की राहों में कोसों दूर...
हम भागते हुए जा तो रहें हैं मगर,
इस बहुमूल्य जीवन को पीछे ही छोड़ चलें हैं..
अभिवृद्धि की आड़ में,
प्रकृति से जो खिलवाड़ किया है,
क्या हम उसकी भरपाई कर पाएं हैं!!?

बीते सालों की तरह आने वाला नया साल भी,
इन सवालों के जवाब ढूंढते हुए बीत जाएगा..
बाल-मज़दूरी,अनपढ़ता, ग़रीबी,भूखमरी,
जाती वाद और बेरोज़गारी छोड़कर
कहने को नए साल में भी
देश में यथार्थ परिवर्तन आएगा....!!!!

   ‌‌_____शिवानी पुरी_____

©Shivani Puri बीते साल के कुछ सवाल

Madhu Maurya

जिंदगी साल दर साल कम होती जा रही है, पर फिर भी सब मुबारकबाद दिए जा रहे हैं।

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जिंदगी साल दर साल कम होती जा रही है,
और फिर भी सब मुबारकबाद दिए जा रहे हैं। जिंदगी साल दर साल कम होती जा रही है, पर फिर भी सब मुबारकबाद दिए जा रहे हैं।

VivekG poetry

मुझे एक ढाल न बनाया जाय।
मैं जीता,जागता हु महज एक खाल न बनाया जाय।
मेरी नजरो में ही  झलकता है चेहरा तेरा,
ये तुम्हे देखे तो सवाल न बनाया जाय।
खुद ही फ़ँस चुका हूं तेरी रेशमी जुल्फों में,
 मुझे फ़साने के लिए कोई जाल न बनाया जाय।

©Actor vivek poetry #ढाल
#खाल

katha Darshan

दर दर भटक कर #2023Recap

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