Find the Latest Status about ओक लेखक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ओक लेखक.
Kumar Ajay Bhardwaj
जीवन मे कुछ भी गलत नही होता मगर हमे इस बात का मूल्यांकन कर लेना चाइए क्या वो आपकी परिस्थिति ओर समय के अनुसार अनुकूल है अगर हाँ तो आपके शोक आपके जीवन का अहम हिस्सा है ओर अगर नही तो आप अज्ञानता के वश में हो। ओक
sanskar saharawat
मुझे लगा मेरे जीवन की नीरसता की खोज पूरी हो चुकी है, आज पता चला मै गलत था खोज सतत जारी है। ओक
Pankaj Shukla
कुछ ज़िन्दगी के पन्नो के लिए अपनी कलम बचा के रखा था कुछ अपनो के लिए प्यार तो गैरो में फेकने, स्याही बचा रखा था #gif पंकज शुक्ला #nojoto#hindi#लव#ओक
Insprational Qoute
जाम-ए-शराब ओक कर के पिला दे ए साकी, बज्म-ए-सुरा में कोई ख्वाहिश रह जाये न बाकी, पैमाना ही झलका दो जिससे तम्मना पूरी हो जाये, मैं ग़मो को भुला दूँ तेरे दर पे ऐसा बना ले गहाकी। ओक:-पानी के लिये हथेली को मोड़कर पीना, साकी:-मद्यपान करने वाला #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #ओक #शायरी #साकी
Sangeeta Patidar
भर के ओक में चाँद की छवि, बावरा मन मेरा पा लेता ख़ुशी। बिखेर चाँदनी करता है शीतल, उसकी रौशनी में ढूँढ़ता सखी। लुक-छुप के भी वो रिझाता है, उसके सुकूँ से महकाता हँसी। अँधेरे-उजाले सब उसके प्यारे, उसके साथ² ही निहारता नदी। उससा नहीं है कोई संगी-साथी, उसकी संगति में ना होता दुखी। #cinemagraph #ओक #collabwithकोराकाग़ज़ #anshindian #बांवरे_मन #YourQuoteAndMine Collaborating with Ansh Indian अंजुम खाँन #sangeetapatid
Sabir Khan
#OpenPoetry लिखने वाला चाहे जैसा भी हो, उसके लेख को पढ़ें-भाव को पढ़ें, उसकी लेखनी की प्रशंसा करें। आपकी प्रशंसा में वो सामर्थ्य है जो कि लेखक का जीवन बदलने के लिये काफ़ी है। .....भावार्थ यह है कि किसी की निजी जिंदगी पर टिप्पणी न करते हुए उसके अच्छे कार्य की प्रशंसा करें, उसका जीवन परिवर्तन निश्चित है। लेखक
Shikha Dubey
लेखक अपने भीतर उमड़े शैलाबों में डूब कर उभरता है तब जा कर वो कुछ लिख पाता है देर तलक वो खुद से लड़ता है तब जा कर वो एक मुकाम पाता है कालिख (स्याही) से कुछ लिखता है तब कहीं जा कर इतिहास पन्नों पर छपता है शब्दों से संग्राम में कुछ चुन कर लाता है तब जा कर उन्हें ,कुछ तहजीब , कुछ तरीके से कतार में लगाता है फिर कतार में लगे शब्दों को पन्नों पर बिठाता है तब कहीं जा कर वो लोगों के दिलों को छू पाता है लेखक
Sabir Khan
#Pehlealfaaz लिखने वाले समाज के रचयिता हैं, समाज लिखने वालों से ही चलता है। अब लिखने वाले ही स्वयं सोच लें कि उनको समाज कैसा बनाना है। लेखक