Find the Latest Status about समाजावर भाषण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, समाजावर भाषण.
Tribhuwan Prajapati (T P)
पाखंडी बाबाओ के पास वोटो और नोटो की बाजार लगती है | सच्चा भाषण
Shiv Narayan Saxena
सदैव सत्य बोलना ही उचित है. परन्तु सत्य भाषण का संकल्प बहुत कठिन होता है और उससे भी अधिक कठिन है अपने सत्य भाषण के संकल्प को निभा पाना. इसके व्यावहारिक पक्ष को उजागर करती कुछ गंभीर पंक्तियां देखें. ©Shiv Narayan Saxena सत्य भाषण.
kamal sharma
वो होड़ में है सबको चिंता है समाजवादी होने और दिखने की वो मंचों से योजनाओं से, घोर समाजवादी होने का पाखंड करेंगे न्याय स्वतंत्रता समानता जैसे संवैधानिक शब्दों पर लच्छेदार भाषण देंगे कुछ खैरात की घोषणाएं भी होगी,गरीबो को एक मानवतावादी चेहरा भी दिखाना समाजवादी चिंतन है,पूँजीवादी दिमाग की सुरक्षा समाजवादी खोल में ही है,ये उन्हे पता है ये पेशेवर लोग है #समाजवाद
CM Chaitanyaa
मौन रहना भी वग्मिता का ही !! एक प्रकार है !! वग्मिता - भाषण कला #yqdidi #yqhindi #भाषण #बुद्ध #वग्मिता #मौन
Ek villain
जब जब प्रिय ऋतु हित और वित्त में होती है सबको प्रिय लगती है आधार समय अनुसार बोलना दूसरों के लिए ही तो बोलना और मीठा मधुर बोलना ऋग्वेद में उल्लेन है आधार जैसे सत्तू को पानी में घोलने से पहले छलनी में छानकर देख लेते हैं कहीं ऐसा अवैध से वस्तुएं पेट में ना चली जाए तो विकार उत्पन्न कर उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति शब्द रूपी आटे को मंत्र रूपी छलनी से छान जाता है ऐसे ही पुरुष तथा स्त्रियों की वाणी और लक्ष्य शोभा और संपत्ति निवास करती है महर्षि व्यास जी ने लिखते हैं कि तुम संवत परीक्षा है सर्वभूतेषु सत्यम ब्लू होता आधार देख लिए पूरी छानबीन करके सभी प्राणियों को भली करने वाला सत्य बोलना चाहिए आप सत्य बोले लेकिन वह कड़वा नहीं होना चाहिए ऐसा सत्य बोलने से किसी का हृदय घायल नहीं होगा कुछ लोग मोदी भाषण का अर्थ कम बोल समझते हैं मति भाषा में संस्कृत की मार धातु से बना है जिसका अर्थ नापतोल इस प्रकार मति का अर्थ नाप तोल कर बनाए ना आवश्यकता से अधिक ना बोला जाए और ना ही इतना कम कि शब्दों में कहीं अर्थ ही ना निकले अथर्ववेद में कहा गया है कि जिन वह आग्रह मधुमेह जी वाह मूली मधु कलम आधार मेरी वाणी की अग्र भाग में मधुर है और जीव के जड़ बुद्धि में मधु का छाता रहे जैसी मिठास का भंडार है इसलिए एक निधि कार कहते हैं कि रोहित आरती रोका गांव भर जाता है तलवारों से कटा भाग ठीक हो जाता है किंतु कठोर वाणी का बैंकर गांव कभी नहीं भरता कहने का तात्पर्य है कि हमारे जीवन में वाणी का विशेष महत्व है वाणी से ही हमारा जीवन स्वर्ग और नरक बन सकता है ©Ek villain # ममित भाषण #Walk