Find the Latest Status about सुप्रभात from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सुप्रभात.
Nasamajh
जीवन में यहीं देखना महत्त्वपूर्ण नहीं हैं की कौन हमसे आगें हैं , या कौन पीछें... यह भी देखना चाहिए कि कौन हमारे साथ है और हम किसके साथ हैं ।। यानी जुड़ना बड़ी बात नहीं... जुड़े रहना भी बहुत बड़ी बात हैं ।। #सुप्रभात_वाली_गुड़मार्निग #सुप्रभात___मित्रों
Digitalkhabar
#सुप्रभातसुविचार #सुप्रभातसंदेश https://www.digitalkhabar.in/wp-content/uploads/latest-suprabhat-images-1-1536x1536.jpg
Govind Pandram
सुबह-सुबह मंजर मैने निराला देखा, पर्वतों के ओट से सूर्य का उजाला देखा.. आ रहा था दिन खुशियों की सौगात लेकर, जा रही थी रात गमो की बारात लेकर.. देखकर मन मेरा भाव विभोर हो गया, जाग गई सारी दुनियाँ जब भोर हो गया। सुन्दर कलियों ने मुझे आकर्षित किया, कोयल की तान ने मन को हर्षित किया.. नाच रहा था मोर सुन्दर उपवन में, चहक रही थी चिड़ियाँ मेरे आँगन में.. देखकर मन मेरा झकजोर हो गया, जाग गई सारी दुनियाँ जब भोर हो गया। वायु में विहंग उड़ रहे उजले आकाश से, उड़के आनंदित हो रहे सूर्य के प्रकाश से.. हो रहा था कीर्तन मंदिर और शिवालों में, बह रही थी नदियाँ कल-कल जंगलो में.. देखकर मन मेरा सराबोर हो गया, जाग गई सारी दुनियाँ जब भोर हो गया। 'सुप्रभात' गोविन्द पन्द्राम #सुप्रभात_
Richa Mishra
सोच तो सब लेते हैं .... नजरिया की कला किसकी बेहतर हैं ?? वहीं तो सदपुरूष हैं ।। #सुप्रभात___मित्रों
Richa Mishra
सोच तो सब लेते हैं .... नजरिया की कला किसकी बेहतर हैं ?? वहीं तो सदपुरूष हैं ।। #सुप्रभात___मित्रों
"ANUPAM"
👁️जो भी भला-बुरा है, श्रीराम जानते हैं! 👁️बन्दे के दिल में क्या है मेरे राम जानते हैं। 👀 सुप्रभात🌹आपकी नजर🙈🙉🙊!! 👁️नर सोचे नहीं होत है प्रभु! सोचे तत्काल 👁️बलि चाहत बैकुंठ को,हरि! पठयो पाताल 🦜मुख्तसर सी जिंदगी के अजीब से अफसाने हैं...!! यहाँ तीर भी चलाने है और परिंदे भी बचाने हैं.....!! 🦜अजीब "सौदागर" है ये वक़्त.....! जावानी का "लालच" देकर बचपन ले गया....और अमीरी का "लालच" देकर जवानी ले गया......! 🦜स्त्री "प्रेम" में होती है......"मुस्कुराती" है...! पुरुष "प्रेम" में होता है..."मौन" हो जाता है..! 🦜समझ समझके जो न समझे...... ...........👀 में वो नासमझ है!! 🦜मित्रों 🙏आज के लिए बस यही सबक है। 🕊️"अनुपम"से मिलने का अब यही सबब है। ©"ANUPAM" #सुप्रभात_दोस्तों
Dr jyotsna singh Rajawat
सुप्रभातः शुभम् भवतु।। (सुभाषित वचनं) यत्रापि कुत्रापि गता भवेयु- हंसा मही मण्डलमण्डनाय। हानिस्तु तेषां हि सरोवराणां येषां मरालैः सः विप्रयोगः।। अन्वयः हंसा: महीमंडलनाय यत्रापि कुत्रापि गता भवेयु:। हानि तु तेषाम् सरोवराणाम् भवति, येषाम् मरालै: सह विप्रयोग: (भवति)। अर्थ: पृथ्वी तल को सुशोभित करने के लिए हंस जहां कहीं भी चले जाएंगे (उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता)। पर हानि तो उन तालाबों की होती है जिनका हंसों के साथ वियोग होता है। विशेष : गुणवान व्यक्ति कहीं भी रहे, वह अपने गुणों से संसार को लाभान्वित ही करेगा, पर वह जिस स्थान से चला जाएगा, वह स्थान निश्चय ही उसके अभाव का अनुभव करेगा और उसके लाभों से वंचित हो जाएगा। डॉ. ज्योत्स्ना सिंह ©Dr jyotsna singh Rajawat सुप्रभातः #Health