Nojoto: Largest Storytelling Platform

New बुन्देलखण्ड की लोक कला Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about बुन्देलखण्ड की लोक कला from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बुन्देलखण्ड की लोक कला.

    PopularLatestVideo
ad6b1c6c7bd72731579a01b3b3bdb7f5

Gourav ^G^

वो पूछे तो कहना 
बुन्देली पहाड़ो से,
वो शोहबत वाले आये है,
काम पूछे तो कहना,
मुट्ठी भर मुहब्बत लाये है #बुन्देलखन्ड 

#peace
6318fe3f7b5ab8753b82eb1ecd304f7d

Vinay Suryawanshi (Tej Vinay)

"आपके निर्णय आपके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है,जैसे एक सही निर्णय के साथ सकारात्मक लोग,घटनाएं आपके जीवन में आकर्षित होते है,ठीक वैसे ही एक गलत निर्णय के साथ नकारात्मक लोग,घटनाएं आपके जीवन में आकर्षित होते है।
"अपने निर्णय होश और विवेक बुद्धि से ही ले क्योंकी आपके निर्णय आपके जीवन को आकार देते है"।
"निर्णय लेने की कला में प्रवीण बने"।
 #निर्णय लेने की कला
#सकारात्मक लोग,घटनाएं
#नकारात्मक लोग,घटनाएं
#अनुभव की कलम से

#निर्णय लेने की कला #सकारात्मक लोग,घटनाएं #नकारात्मक लोग,घटनाएं #अनुभव की कलम से

0 Love

15161641bd8d45ef839a8d0b5e2e9f48

कलाल लाभांश

कलाल की कलम

कलाल की कलम

57 Views

15161641bd8d45ef839a8d0b5e2e9f48

कलाल लाभांश

वो कुछ इस तरह ख्वाबो में आती है
बिन कुछ कहे सब कुछ कह जाती है
एक दोस्त ने कहा था
 दोस्त इश्क़ से दूर रहना 
आज वही बात याद आती है कलाल की कलम

कलाल की कलम #Shayari

5 Love

6318fe3f7b5ab8753b82eb1ecd304f7d

Vinay Suryawanshi (Tej Vinay)

"स्वयं की भावनाओं को समझना और संभालने कि युक्ति जो जान गया,वह जीवन जीने की कला सीख गया समझो"। #भावनाएं
#जीवन जीने की कला
#अनुभव की कलम से

#भावनाएं #जीवन जीने की कला #अनुभव की कलम से

0 Love

0581b5eb4def3eb376f14e2648adf93d

MS Bundely

जय बुन्देलखन्ड जय भारत माता जय बुन्देलखन्ड जय भारत माता

जय बुन्देलखन्ड जय भारत माता

4 Love

443bc91277b38dfdf12b5813f10da4dc

ARpit Jain

अंधियारे में घबरा गए,
बोरा से भरभरा गए
 बाद में हमखों पता चलो
तुमाए बारों सें ई डरा गए..

अब तुम केहो ऐसी कत,
सांची केहरए मान लो,
जैसी हो वेसाई  तुम राओ,
दीपका नोई तुम जान लो। #bundeli  #बुन्देलखन्ड #trying  #Ar 

#InspireThroughWriting
a810d312e2497832f3cd938e4324fea0

जनकवि शंकर पाल( बुन्देली)

दोस्तो यह कुदरती कहर की एक छोटी सी वानगी है,,मेरे बुन्देलखण्ड में,,,

दोस्तो यह कुदरती कहर की एक छोटी सी वानगी है,,मेरे बुन्देलखण्ड में,,, #विचार

198 Views

67512bd5bf4bf23f0e6148fa659c47f0

Abhijeet Giri


शिवकालीन दांडपट्टा मर्दानी लोक कला

शिवकालीन दांडपट्टा मर्दानी लोक कला #मराठीपौराणिक

63 Views

8cb9d82298deecab7dec2d45a6f39f7e

Anuj Kumar dwivedi

 बुन्देलखण्ड यूनिवर्सटी मे PNB के कार्यकर्म मे बोलते हुये।

बुन्देलखण्ड यूनिवर्सटी मे PNB के कार्यकर्म मे बोलते हुये। #nojotophoto

4 Love

47f8bd2ca2e2029e94569b5a24f84d72

कुलदीप सभ्रवाल

अरे ये जमाना
 मेरे दिल के दर्द को क्या समझेगा,
मेरी डायरी के हर पन्ने के आखिर में 
कलम कि नोक ने भी 
दम तोड दिया था,,,!

©🖊️Deep..3337🖊️ कलम की नोक...3337💐

#lostinthoughts

कलम की नोक...3337💐 #lostinthoughts #शायरी

11 Love

9de902b1995435f6f4078641634846e0

Devesh Badoni

 #कवि
#कलम
#रचना
#कला
6a468def95cb12b3e8b03ed372c98dbf

Dullichand Prajapat

हस कर भी जीना हैं रो कर भी जीना हैं, 
तो कयो ना हसते हसते जीया जाऐ जीने की कला

जीने की कला

3 Love

db859de015c82126a66d3c40675a4b7f

Pradyumn awsthi

संसार में बोलने वाले तो लाखों लोग हैं परंतु कौन ,किस प्रकार और किस तरह से बोलता है यह बहुत महत्वपूर्ण होता है 
बोलने की कला एक दुर्लभ कला कौशल होती है जो की हर किसी के अंदर नहीं पाई जाती हैं कब ,कहां ,कैसे, किससे, क्या और किस तरह से बोलना है यह शब्द ज्ञान हर किसी में नहीं होता है एक सफल श्रेष्ठ मानव के जीवन में उसकी वाणी का बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव और योगदान होता है 
लोग तो उसी को सुनना पसंद करते है जिसकी आवाज में मधुरता हो एवम जिसके शब्दो का अर्थ प्रभाव पूर्ण हो
हमेशा याद रखें सोच समझकर कही गई बात हमेशा दूर तक जाती है और सामने वाले पर अपना पूर्ण प्रभाव छोड़ती है
आप भले ही कम बोलें लेकिन हमेशा अच्छा बोलें और सदैव सोच समझकर ही बोले

©pradyuman awasthi #बोलने की कला
95957c23973d668a8b11046d80f81716

Madhu Gupta

बोझ बनी सॉसे
करती हैं 
रोज़  तंग
वक्त से अब हरपल 
होती है मेरी जंग
जिन्दगी आसान नहीं होती
तजुर्बा यही कहता है
जीने की कला गर अजाये तो 
खूबसूरत हो जाये जीवन का हर रंग

©Madhu Gupta जीने की कला

जीने की कला #कविता

16 Love

a98764357897dce918f47b7ce2ef8f20

mona khan

जीने की कला

©mona khan #जीने की कला

#जीने की कला #Life

13 Love

5e815e894addfc34a0dd10f2680bad17

Mukesh Meet

गम छुपाते नहीं तो और क्या करते,
गुनगुनाते नहीं तो और क्या करते।
दर्द आया दबे पांव दिल की बस्ती में,
मुस्कुराते नहीं तो और क्या करते।।

©Mukesh Meet
  #जीने#की#कला
7bb833cddf0d9426a69e5e1b9efe3391

malay_28

Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. लुट गयी  मेरे हिचक की  जमापूँजी
बस एक चुटकी रंग लगा गया कोई !

एक तरंग सी उठी  तन  मन  में मेरे
जब फ़ाग का राग  सुना गया  कोई !

लाल हरा  पीला चेहरा  रंगता  गया
मेरे अंदर ही होली  जगा गया कोई !

हाथ सने कपड़े सने सना था चेहरा
रंगों के  सागर में  डुबा  गया  कोई !

रंगों में  दिल की ख़लिश  धुल गयी
जीने  की  कला  सिखा गया कोई !

©malay_28
  #जीने की कला

171 Views

41f880d3a60c5cc48c9f157d4be9114a

raj vishwakarma

kalyugi Gyan

यदी दुनिया में जीना है तो दुनिया को लात मार के जियो  वरना दुनिया तुम्हें जीने नहीं देगी!!!
 बात में दम है। # जीने की कला।

# जीने की कला।

5 Love

85a0a0c5b605334b7c7c7bd77de77531

Mamta kumari

प्रकृति ने इस जहाँ में कितने चमत्कार बिखेरे हैं
 
हरा टमाटर कैसे हो जाता लाल दीखते रसीले हैं

प्रकृति के सामने सभी प्रश्न उत्तर नतमस्तक है,

क्योंकि प्रकृति ही इस जहाँ में सर्वश्रेष्ठ रंगीले हैं। प्रकृति की कला ।

प्रकृति की कला ।

25 Love

1ea54fe7dc8fe9fe4640d49a2d4822c7

Parasram Arora

काँटों को देख कर रुक मत जाना
पूछना हो जिंदगी का राज  तों
हँसते हुए फूलों से  पूछना
क्योंकि फूलों  को पता हैँ  मौत के बींच रहते हुए
मुस्कराने की कला
चारो तरफ  मौत  घिरी हैँ
और फूल हैँ कि मुस्कराये चला जाता हैँ

©Parasram Arora मुस्कराने की कला....

मुस्कराने की कला.... #कविता

8 Love

731f0e6b7a1a0ac368d438e0723d393e

Priti Satya

जीने की कला

जीने की कला #कविता

66 Views

a72a6d1e7f0b9fda7fcb7787f5274863

Dablu Gaur



Hindi Kahani

हिंदी कहानी

अजगर : हिंदी लोक-कथा

Ajgar : Folk Tale in Hindi

बहुत वर्ष पहले एक राजा की दो रानियाँ थीं। बड़ी रानी शोभा बहुत अच्छे स्वभाव की दयावान स्त्री थी। छोटी रानी रूपा बड़ी कठोर और दुष्ट थी। बड़ी रानी शोभा के एक पुत्री थी, नाम था देवी। रानी रूपा के भी एक बेटी थी, नाम था तारा।

रानी रूपा बड़ी चालाक और महत्वाकाँक्षी स्त्री थी। वह चाहती थी कि राज्य की सत्ता उसके हाथ में रहे। राजा भी उससे दबा हुआ था। रानी रूपा बड़ी रानी और उसकी बेटी से नफरत करती थी। एक दिन उस ने राजा से कह दिया कि रानी शोभा और देवी को राजमहल से बाहर निकाल दिया जाये। राजा रानी रूपा की नाराजी से डरता था। उसे लगा कि उसे वही करना पड़ेगा जो रूपा चाहती है। उस ने बड़ी रानी और उस की बेटी को राजमहल के बाहर एक छोटे से घर में रहने के लिए भेज दिया। लेकिन रानी रूपा की घृणा इससे भी नहीं हटी।

उस ने देवी को आज्ञा दी कि वह प्रतिदिन राजा की गायों को जंगल में चराने के लिए ले जाया करे। रानी शोभा यह अच्छी तरह जानती थी कि यदि देवी गायों को चराने के लिए गई तो रानी रूपा उन्हें किसी और परेशानी में डाल देगी। इसलिए उसने अपनी लड़की से कहा कि वह रोज सुबह गायों को जंगल में चरने के लिए ले जाया करे और शाम के समय उन्हें वापिस ले आया करे।

देवी को अपनी माँ का कहना तो मानना ही था, इस लिए वह रोज़ सुबह गायों को जंगल में ले जाती। एक शाम जब वह जंगल से घर लौट रही थी तो उसे अपने पीछे एक धीमी सी आवाज़ सुनाई दी-
‘‘देवी, देवी, क्या तुम मुझसे विवाह करोगी ?’’

देवी डर गई। जितनी जल्दी हो सका उसने गायों को घर की ओर हाँका। दूसरे दिन भी जब वह घर लौट रही थी तो उस ने वही आवाज़ पुन: सुनी। वही प्रश्न उससे फिर पूछा गया।

रात को देवी ने अपनी माँ को उस आवाज़ के बारे में कहा। माँ सारी रात इस बात पर विचार करती रही। सुबह तक उस ने निश्चय कर लिया कि क्या किया जाना चाहिए।
‘‘सुनो बेटी,’’ वह अपनी लड़की से बोली- ‘‘मैं बता रही हूँ कि यदि आज शाम के समय भी तुम्हें वही आवाज़ सुनाई दे तो तुम्हें क्या करना होगा।’’
‘‘बताइये माँ,’’ देवी ने उत्तर दिया।
‘‘तुम उस आवाज़ को उत्तर देना,’’ रानी शोभा ने कहा, ‘‘कल सुबह तुम मेरे घर आ जाओ, फिर मैं तुम से विवाह कर लूँगी।’’
‘‘लेकिन माँ,’’ देवी बोली- ‘‘हम उसे जानते तक नहीं।’’

‘‘मेरी प्यारी देवी,’’ माँ ने दु:खी होकर कहा- ‘‘जिस स्थिति में हम जीवित हैं उस से ज्यादा बुरा और क्या हो सकता है। हमें इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेना चाहिए। ईश्वर हमारी सहायता करेगा।’’
उस संध्या को जब देवी गायों को लेकर लौट रही थी उसे वही आवाज़ फिर सुनाई दी।
आवाज़ कोमल और दु:ख भरी थी।
‘‘देवी, देवी क्या तुम मुझ से विवाह करोगी ? क्या तुम मुझ से विवाह करोगी ?’’ आवाज़ बोली।
देवी रुक गई। उस ने पीछे मुड़कर देखा लेकिन उसे कोई नहीं दिखाई दिया। वह हिचकिचायी। वह वहाँ से भाग जाना चाहती थी लेकिन फिर उसे माँ के शब्द याद आ गये। वह जल्दी से बोली- ‘‘हाँ, यदि तुम कल सुबह मेरे घर आ जाओ तो मैं तुम से विवाह कर लूँगी।

तब वह बड़ी तेजी से गायों को हाँकती हुई घर चली गई।
अगले दिन सुबह रानी शोभा जरा जल्दी उठ गई। उस ने जाकर बाहर का दरवाजा खोला, देखने के लिए कि कोई प्रतीक्षा तो नहीं कर रहा।
वहाँ कोई भी न था। अचानक उसे एक धक्का सा लगा और वह स्तब्ध रह गई। एक बड़ा अजगर कुण्डली मारे सीढ़ियों पर बैठा था।

रानी शोभा सहायता के लिए चिल्लायी। देवी और नौकर भागे-भागे आये कि क्या बात है।
तभी एक आश्चर्यजनक बात हुई। अजगर बोला :-
‘‘नमस्कार,’’ उसका स्वर बहुत विनम्र था- ‘‘मुझे निमन्त्रित किया गया था इसलिये मैं आया हूँ। आपकी लड़की ने मुझसे वायदा किया था कि यदि मैं सुबह घर आ सकूँ तो वह मुझ से विवाह कर लेगी। मैं इस लिये आया हूँ।

रानी शोभा की समझ में नहीं आ रहा था कि वह करे तो क्या करे | उसे तो यही आशा थी कि किसी दिन कोई सुन्दर नौजवान उसकी लड़की से विवाह करने आयेगा । उसने यह कभी नहीं सोचा था कि वह अजगर होगा !

एक नौकर भाग कर रानी रूपा के पास गया और उसे उसने सारी घटना बतला दी । रानी यह सुन कर प्रसन्न हुई। वह उसी समय अपने नौकरों के साथ रानी शोभा के घर गई ।

“यदि राजकुमारी देवी ने किसी के साथ विवाह का वायदा किया है,” वह बोली--- तो उसे अपना वायदा अवश्य निभाना चाहिए । रानी होने के कारण यह देखना मेरा कर्त्तव्य है कि वह अपना वायदा पूरा करें।

उसी दिन विवाह हो गया । रानी शोभा और देवी के लिए यह कोई प्रसन्नता का समय नहीं था लेकिन इतने दुर्भाग्य सहने के बाद वे किसी भी प्रकार की विपत्ति का सामना करने को तैयार थीं ।
विवाह के पश्चात्‌ अजगर अपनी पत्नी के साथ उसके कमरे में गया ।

सारी रात रानी शोभा ने प्रार्थना करते हुए बिताई कि उसकी बच्ची ठीकठाक रहें। दूसरे दिन बड़े सवेरे उसने देवी के कमरे का दरवाज़ा खट- खटाया। एक सुन्दर नवयुवक ने दरवाज़ा खोला । देवी उसके पीछे खड़ी थी।

“मैं आपको कह नहीं सकता कि मेरी जान बचाने के लिए मैं आपका और देवी का कितना आभारी हूँ,” वह नवयुवक बोला--- मैं एक शाप के कारण अजगर बन गया था । एक वन-देवता मुझसे क्रुद्ध थे और उन्होंने मुझे अजगर बना दिया । बाद में उन्हें अपनी करनी पर दुख हुआ । तब उन्होंने कहा कि यदि कोई राजकुमारी मुझसे विवाह कर लेगी तो मैं फिर से मनुष्य बन जाऊँगा । और अब देवी ने मुझ से विवाह कर लिया है, मेरा शाप उतर गया है। अब मैं फिर कभी अजगर नहीं बनूंगा ।”

रानी शोभा बहुत प्रसन्न हुई। वह्‌ अपनी लड़की और दामाद को राजा से मिलाने के लिए ले गई। यह बड़ी विचित्र घटना थी। चारों ओर से लोग इस विचित्र नवयुवक को देखने राजमहल में आने लगे । सभी उत्सुक थे--सिवाय रानी रूपा के ।

रानी रूपा बहुत गुस्से में थी | उसने झल्लाते और खीझते हुए अपने आपको कमरे में बन्द कर लिया । देवी का भाग्य उससे देखा नहीं जा रहा था। वह चाहती थी कि उसकी बेटी तारा भी ऐसी भाग्यशाली बने । आखिरकार उसे एक युक्ति सूझी ।
उसने झपनी लड़की को बुलाया ।

“देवी का विवाह तो अब हो गया है,” वह बोली---“ इस लिए गायों को जंगल में चराने के लिए तुम ले जाया करो । ” “नहीं!” तारा चीख कर बोली--"इतने नौकर हैं तो फिर में क्यों गायें चराने जाऊं?”

“यह मेरी आज्ञा है!” रानी क्रुद्ध होकर बोली--“ एक बात और भी सुनो । यदि जंगल में कोई तुमसे विवाह का प्रस्ताव करे तो तत्काल कह देना कि तुम विवाह के लिए राज़ी हो, यदि वह अगले दिन सुबह हमारे घर आ जाये। ”

“तारा माँ की इस योजना से भयभीत हो गई । वह गायों को जंगल में नहीं ले जाना चाहती थी। वह खूब रोई। लेकित रानी फिर भी नहीं पिघली । तारा को उसकी आज्ञा माननी पड़ी ।

तारा रोज़ सुबह गायों को जंगल में चराने के लिए ले जाती और फिर शाम के समय वापिस ले आती ।

लेकिन उसने एक बार भी जंगल में किसी तरह की आवाज़ नहीं सुनी जो यह कह रही हो, “क्‍या तुम मुझसे विवाह करोगी ?”

फिर भी रानी निराश नहीं हुई । जंगल में कोई अजगर तो था नहीं जो तारा से विवाह का प्रस्ताव करता। इसलिए उसने खुद अजगर ढूंढने का निश्चय किया ।

उसने अपने नौकरों को एक अजगर लाने की आज्ञा दी । बहुत खोज करने पर काफी दिनों पश्चात्‌ उन्हें एक बहुत बड़ा अजगर मिला । उसे पकड़ कर वे राजमहल में ले आये ।

आखिरकार रानी का अभिप्रायः पूरा हो गया और उसने तारा का विवाह इस अजगर से कर दिया। अब रानी को संतोष हुआ ।
विवाह की रात तारा तथा अजगर को एक कमरे में बन्द कर दिया गया।

रानी अधीरता से सुबह की प्रतीक्षा कर रही थी । रानी रूपा ने सवेरे सवेरे ही लड़की के कमरे का दरवाज़ा खटखटाया लेकिन कोई उत्तर न मिला । उसने ज़रा और जोर से दरवाज़ा खटखटाया लेकिन दरवाज़ा तब भी न खुला । रानी से और प्रतीक्षा न की गई और उसने धक्का देकर दरवाज़ा खोल दिया । मोटा अजगर ज़मीन पर पड़ा हुआ था लेकिन तारा का कहीं पता नहीं था।

रानी चीख पड़ी। महल में सभी ने उसका चीखना सुना । राजा और नौकर भागे आये कि क्या बात है। राजकुमारी कहाँ है?” सब चिल्लाये ।

“वह तो अजगर के पेट में होंगी,” रसोइया बोला--- देखो वह कितना मोटा हो गया है?” रानी अब बड़ी ज़ोर-जोर से रोने लगी। राजा भी रोने लगा ।

रसोइया अपना सबसे बड़ा चाकू ले आया । वह बोला-- यदि वह अब तक जीवित हुई तो मैं राजकुमारी को बचाने की कोशिश करूँगा।

उसने अजगर का पेट चीर डाला । तारा अच्छी भली जीवित थी । रसोइये ने उसे बाहर खींचा । वह चीख मारकर अपनी माँ की तरफ भागी।

अजगर की मृत्यु हो गई और साथ में रानी रूपा की इस इच्छा की भी कि तारा का विवाह देवी की तरह ही किसी योग्य और सम्पन्न नवयुवक से हो ।

©Dablu Gaur
  अजगर: हिंदी
              लोक -कथा

अजगर: हिंदी लोक -कथा #प्रेरक

126 Views

f5fd522050259b36d0d79f1795f43e2a

P H

समय सबका आता है। बिना वक्त मे तो बीच भी नही उगता है

©P H
  #WorldEnvironmentDay लोक कथा 2023

#WorldEnvironmentDay लोक कथा 2023 #प्रेरक

86 Views

6318fe3f7b5ab8753b82eb1ecd304f7d

Vinay Suryawanshi (Tej Vinay)

"खुदको अनुभव की नज़र से देखा कीजिए जनाब लोगो का क्या है ,जरूरत और हालात के हिसाब से लोगो की नजरे बदलती रहती है"। #अनुभव की नजर
#लोग
#जरूरत #हालात
#अनुभव की कलम से

0 Love

e2c10ce4dc9166d768eb248fd39efbe4

नित्यानंद गुप्ता

#PulwamaAttack कर्म ही कामधेनु है और प्रार्थना ही पारसमणि है।
अपने हृदय में किसी के लिए भी ग़लत भाव नहीं आने दे यही तो सच्ची साधना है। जीवन जीने की कला

जीवन जीने की कला #Quote #PulwamaAttack

4 Love

6df17a8beb0fab5d926de1df019a74d3

Arora PR

मैं जानता हू उस शख्स को
जो कभी अपनी पलकों पर  ख्वाब उगाने की
कला मे निपुंण था
आज  उसी  शख्स को मैंने  फुटपाथ पर
भीखमंगो के साथ बैठे हुए भीख मांगते हुए देखा है

©Arora PR
  ख्वाब उगाने की कला

ख्वाब उगाने की कला #कविता

27 Views

c2c9afe62533e1605a7dea016a6df56e

Priya Dubey

#ज़िन्दगी जीने की कला

#ज़िन्दगी जीने की कला #Motivational

198 Views

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile