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Diwan G
चरित्र इत्र भी मन मोहता है, चित्र भी मन मोहता है, अगर चरित्र अच्छा हो, तो मित्र भी मन मोहता है। ©Diwan G #माहर_हिंदीशायर #मित्र #चित्र #चरित्र #इत्र
Deepak Kumar Katariya
Hiren. B. Brahmbhatt
अगर आईने में सुंदर चित्र की जगह, चरित्र दिखाई देता तों , लोग कभी भी आईना ना देखते !!.. #चित्र #चरित्र
Naresh Chandra
बेरोजगारी की समस्या न सुलझी सत्तर सालों मे युवावर्ग अब जाग चुका आयेगा न अब झांसे में इस मुद्दे पर बेवकूफ बनाया कांग्रेसी सरकारों ने खुद से पैदा कर लेगा रोजगार अपने ही देश में। सब्सिडी का प्रलोभन देकर लूटा है खुब देश को जनता को मुफ्त मिलेगा सब झांसा देते देश को किसानों को मिला अभी तक कोरा अश्वासन ही कर्जा माफ करेंगे खुद हमसे ही लेकर पैसों को। देश को पंगु बना रहे सोची समझी चालों से माल्या, नीरव को भी भगा दिया अपने देश से बांड्रा की जमीन का धंधा कैसे है फला फूला गुमराह कर रहे जनता को पोल खुलने केडर से। जय जयकार करते मिलकर अपने दुश्मन देश की भारत तेरे टुकड़े होगे साथ निभाते आतंकी गद्दारों की कैसे देश सौंप दे इनको जिनके मन बेईमानी भरी प्रधानमंत्री को गाली देते हया शरम् सब मर गई इनकी। ✍ लक्ष्मीनरेश ✍ आज के नेताओं का चरित्र चित्रण #दिल_की_आवाज़ #InspireThroughWriting
Tohid Mulla
फुल बन ही रहा था, कली तोड दी मैने । ईश्क पुरा किया, शादी अधुरी चोड दी मैने । मेरा फुल ही था, जो धुल कहलाया । जायज माँ- बाप का नाजायज औलाद कहलाया ।। लड्डपन के उमर मे ईश्क कर बैठा था, ना जाने कैसी भूल कर बैठा था। बाप का गला तो मै घोट चुका, ममता को भी मजबूर किया। उस नादान को खूले आसमान के निचे छोड दिया। ईश्क तो हमने जायज नही किया, और नाजायज़ उसे बोला जारा है। भूल तो हमने कि, जो फुल को खिलने ना दिया। फिर भी न जाने धूल का फुल वह कहलारा।।। -------------Tohid mulla धूल का फूल
Pallavi Chandravanshi✍️✍️
लोगो के चित्र को नहीं चरित्र को देखे क्योंकि जो शरीर को महकाये वो इत्र है जो जीवन को महकाये वो चरित्र है इसलिये केवल चित्र को सुन्दर् दिखाने के लिये ही फिल्टर का उपयोग ना करे चरित्र को महकाने के लिये भी फिल्टर का उपयोग करे ©Pallavi Chandravanshi✍️✍️ #ManKeUjaale चित्र और चरित्र
Eron (Neha Sharma)
जिव्हा से लिपटे शब्द जब बाहर आते हैं। मनुष्य के व्यक्तित्व का निर्माण बताते हैं। संस्कार उन उलझे शब्दों से उजागर होते है। ये शब्द ही मनुष्य के मनुष्य होने का प्रमाण देते हैं। - नेहा शर्मा व्यक्ति के चरित्र का निर्माण उसके शब्द ही करते हैं।