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दीपक पंडित
तेरी आन रहे तेरी शान रहे जीवित तेरा सम्मान रहे मैं रहूं चार दिन या न रहूं जिंदा मेरा हिंदुस्तान रहे गीत नया गाऊंगा,गीत नया गाऊंगा
Poet Shivam Singh Sisodiya
खुशियाँ बाहों में आके न सिमटीं कभी, गम सभी आँसुओं में सिमटते रहे | आके सीने से कोई भी लिपटा नहीं, 'अश्रु' पलकों से ही बस लिपटते रहे || शिवम् सिंह सिसौदिया "अश्रु" नया गीत
Arora PR
अब तक जो भी देखे थे ख्वाब पूरा एक भी नहीं हुआ मै तो ज़िंदगी का सारा गणित ही गलत पाता हूँ . अपनी नाकाम हरकतों पर मुझे ज़रा भी अफ़सोस नहीं हैँ और क़ामयाबी पाने वालो को अक्सर गलत समझता रहा हूँ ©Arora PR गणित ही गलत
Mohan Bairagi
इस नयन में प्रीत का एक नया सा ख़ाब है क्यारियां महक रही खिल रहा गुलाब है आगमन तुम्हारा द्वार दिल निहारता अभी जा रहे है गढ़े प्रेम नगर रोम रोम में सभी अब मिलोगे तब मिलोगे कोनसा जवाब है इस नयन में प्रीत का एक..... होंठ को छुए बिना बाँसुरी क्या गा रही लग रहा जो राधिका श्याम को बुला रही सांस सांस डूबती जब तैरते जस्बात है इस नयन में प्रीत का एक..... ज्योति तुम जिंदगी की दूर अंधेरा किया व्याकुल से मन को छाँव का पहरा दिया क्या गणित तुम्हारा जाने कोनसा हिसाब है इस नयन में प्रीत का एक..... लग रहा है तुमसे जैसे सूर्य चंद्र रात है बिन तुम्हारे शून्य सारे आफताब है सृष्टियां भी पढ़ रही प्रेम की किताब है इस नयन में प्रीत का एक..... ©डॉ. मोहन बैरागी/20/03/19 #NojotoQuote मेरा नया गीत
Jamil Khan
गीत- सूरज के डूब जाने से... शाम अक्सर होती है सूरज के डूब जाने से दिल की धड़कन धड़कती है माशूका की याद आने से। प्यार में आशिक को कितना तड़पाया जाता है रकीबों के सामने ही तो कितना रूलाया जाता है आशिक को तो दुख होता है माशूका की याद आने से। शाम अक्सर होती है सूरज के डूब जाने से। दिलो-जान से हर आशिक महबूबा को ही चाहता है खुद को भूल जाता है पर उसको नहीं भूल पाता है वो तन्हाई में खूब रोता है माशूका के रूलाने से। शाम अक्सर होती है सूरज के डूब जाने से। मो- ज़मील अंधराठाढ़ी, मधुबनी (बिहार) मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित गीत। ©Jamil Khan नया गीत #Trees
prajjval
रँग सभी चुन कर लाओ,प्रेम मोहब्बत बरसाओ। गीत ग़ज़ल संगीत बने,चाहे मधुरिम प्रीत बने। पर मत भूलो पीड़ा का भी वाचन करना पड़ता है। कभी कभी दुःख से कड़वा घूँट भी पीना पड़ता है। प्रेम गीत गाए जाएं,औऱ मोहब्बत बरसाएं। पर मत भूलो हर पहलू रंगीन नही हो सकता है। ओझ बिना भी कविता दल सपूर्ण नही हो सकता। बस इस ख़ातिर मैं भी अपनी पीर सुनाने आया हूँ। राग बिना संगीत बुना वो गीत सुनाने आया हूँ। #NojotoQuote नया गीत #VeerRas