Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पञ्चाशत् = Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पञ्चाशत् = from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पञ्चाशत् =.

Related Stories

    PopularLatestVideo

Satyam Mishra

बलात्कार के पश्चात् Voice #Nojotovoice

read more
mute video

Next Level Astrology

विवेकशील व्यक्ति सम्यक विचार के पश्चात् ही कोई निर्णय लेते है। #nextlevelastrology #astrology #thought #thought_of_the_day #astropodcast p #Education #Knowledge

read more
mute video

Krishna tripathi

👌“गाली क्या होती है ?” -क्रोध के समय मुख से निकले शब्द अथवा शब्दों का समूह ……, जिनके उच्चारण के पश्चात् व्यक्ति के हृदय को शान्ति का अनुभव

read more
“गाली क्या होती है ?” -क्रोध के समय मुख से निकले शब्द अथवा शब्दों का समूह ……,  जिनके उच्चारण के पश्चात् व्यक्ति के हृदय को शान्ति का अनुभव होता है. 👌“गाली क्या होती है ?” -क्रोध के समय मुख से निकले शब्द अथवा शब्दों का समूह ……,  जिनके उच्चारण के पश्चात् व्यक्ति के हृदय को शान्ति का अनुभव

Reshma

*#HiddenTruth_In_Gita गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी संत की प्राप्ति के पश्चात् उस परमपद परमेश्वर की खोज करनी चाहिए। जहां जा #story #nojotophoto

read more
 *#HiddenTruth_In_Gita
गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी संत की प्राप्ति के पश्चात् उस परमपद परमेश्वर की खोज करनी चाहिए। जहां जा

AK__Alfaaz..

#बोध_रहस्य जन्म के पश्चात् जो जीवन मिलता है वह कुछ क्षणों का ही रहता है.. और वह भी मृत्यु के पहिए पर सवार हो निशिदिन प्रतिपल अपने अंतिम पथ #yqdidi #yqhindi #yqquotes #yqthoughts #bestyqhindiquotes #yqsahitya

read more
एक,,
अंजुली भर,,
समय जीवन का,,
​मृत्यु-पहिए संग,,
है निरंतर अग्रसर,,
अंतिम पथ,,
पर..।।
​ #बोध_रहस्य 
जन्म के पश्चात् जो जीवन मिलता है वह कुछ क्षणों का ही रहता है.. और वह भी मृत्यु के पहिए पर सवार हो निशिदिन प्रतिपल अपने अंतिम पथ

Vikram Bunty

#Secrets_Of_BhagavadGita गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी संत की प्राप्ति के पश्चात् उस परमपद परमेश्वर की खोज करनी चाहिए। जहां #nojotophoto

read more
 #Secrets_Of_BhagavadGita
गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी संत की प्राप्ति के पश्चात् उस परमपद परमेश्वर की खोज करनी चाहिए। जहां

BinTu Galiyon

#GodMorningTuesday नर से फिर पीछे तू पशुवा कीजै, गधा बैल बनाई। छप्पन भोग कहां मन बौरे, कुरड़ी चरने जाई।। कुछ व्यक्ति तो यहाँ तक कह देते हैं #Reality #Truth #nojotophoto #pinquotes #advicequotes #KabirisGod

read more
 #GodMorningTuesday
नर से फिर पीछे तू पशुवा कीजै, गधा बैल बनाई।
छप्पन भोग कहां मन बौरे, कुरड़ी चरने जाई।।

कुछ व्यक्ति तो यहाँ तक कह देते हैं

अशेष_शून्य

युद्ध जब तक चल रहा है और जब तक चलता रहेगा तब तक शांति पर लिखे गए वो सारे साहित्य और काल्पनिक कविताएं बेमानी हैं जिनके उतरने के पश्चात् भी क

read more
युद्ध जब तक चल रहा है
और जब तक चलता रहेगा
तब तक शांति पर लिखे गए
वो सारे साहित्य और
काल्पनिक कविताएं बेमानी हैं
जिनके उतरने के पश्चात् 
भी कहीं किसी कोने में
युद्ध की संभावनाएं शेष हैं।

बची रहनी चाहिए शांति की 
असीम संभावनाएं युद्ध के 
किसी एक भी उद्घोष में

तब जाकर कहीं हम में
हम बचे रहेंगे ।।
~©Anjali Rai— % & युद्ध जब तक चल रहा है
और जब तक चलता रहेगा
तब तक शांति पर लिखे गए
वो सारे साहित्य और
काल्पनिक कविताएं बेमानी हैं
जिनके उतरने के पश्चात् 
भी क

Pnkj Dixit

ॐ सुप्रभात 💐🕉 यत्कर्म कृत्वा कुर्वंश्च करिष्यंश्च लज्जति । तज्ज्ञेयं विदुषा सर्वं तामसं गुणलक्षम् ।। जो कार्य करते हुए एवं करने के प

read more
Religion ॐ सुप्रभात 💐🕉
 
यत्कर्म कृत्वा कुर्वंश्च करिष्यंश्च लज्जति ।
तज्ज्ञेयं विदुषा सर्वं तामसं गुणलक्षम् ।।

     जो कार्य करते हुए एवं करने के पश्चात् 
तथा भविष्य मे उसे करने के विचार से ही 
मनुष्य में लज्जा का भाव उत्पन्न हो , 
विद्वज्जनों द्वारा उसे  तमोगुणी माना जाता है ।
।।
ॐ वन्दे वेद प्रकाशम् 🚩
जय वैदिक सनातन धर्म संस्कृति🚩
जय हिन्द 🇮🇳 वंदे मातरम् 🇮🇳

🌷👰💓💝 ॐ सुप्रभात 💐🕉
 
यत्कर्म कृत्वा कुर्वंश्च करिष्यंश्च लज्जति ।
तज्ज्ञेयं विदुषा सर्वं तामसं गुणलक्षम् ।।

     जो कार्य करते हुए एवं करने के प

AK__Alfaaz..

हमने आज अपनी इस रचना मे प्रभु विष्णु के दस अवतारों मे से कुछ अवतारों की संक्षिप्त व्याख्या अपने शब्दों मे करने की कोशिश की है..हो सकता है भा #yqbaba #yqdidi #yqdada #yqhindi #yqquotes #yqthoughts #yqdiary

read more
मानहुँ जानहुँ तू सुनहुँ कृपाला..,
भजमन मोरे प्यारे कृष्ण गोपाला..,
मईया धरा जै पड़हिं..,
विपत्ति अति बलशाला..,
प्रकट भयै बनहुँ प्रभु वाराह..,
तबहुँ मोरे गिरधर बाँसुरी वाला..,
 रूप रखी अनन्त गुण साजा..,
अतिविशिष्टा छवि विकराला..,
जबहुँ धरै नरसिंह अवतार निराला..,
पुत्र विरोचन,पौत्र प्रह्लाद ..बलि
भुजबल दानी अतिमहाना..,
छीन लीन्हौं जबहुँ बलि..,
सिंहासन स्वर्ग स्वयं मनमाना..,
भयै इंद्र सहित सब देव..,
तबहुँ पू्र्ण विपन्ना,विपत्ति सब जाना..,
कीज्हौं अरज तौ सबहुँ..,
मोरे कमल नयन अभिरामा..,
जानहुँ कै सब दयनीय स्थिति..,
मोरे कान्हा..,
बनि वामन पधारहुँ बलि धामा..,
मोरे नंदलाला..,
कर दीन्हौं उद्धार सर्व देवम्..,
मोरे जगत कै पालनहारा..,
रूप अनुपम पुरूषार्थ पुरूषोत्तम उदारा..,
लीन्हौं जनम सिया-रामचंद्र जबहुँ..,
तबहुँ भयो दशानन रावण वध अभिमाना..,
अवतारी भयै हे कृष्ण मुरारी..,
करहुँ संहार जब कंस दुराचारी..,
होई गयै कान्हा मेरो तबहुँ चक्र सुदर्शन धारी.., हमने आज अपनी इस रचना मे प्रभु विष्णु के दस अवतारों मे से कुछ अवतारों की संक्षिप्त व्याख्या अपने शब्दों मे करने की कोशिश की है..हो सकता है भा
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile