Find the Latest Status about हमले की कहानी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हमले की कहानी.
Di Pi Ka
गजब का किस्मत वाला था वो... उड़ भी गया... और बस भी गया! ©Di Pi Ka #प्रेम_पंक्ति #कहनी कहानी
Homendra Kumar
कछुए की उड़ान कछुओं का एक राजा था।उसे राजा बृहस्पति के विवाह का निमंत्रण मिला।वह आलसी था।फलतः घर पर ही रह गया। विवाह के उत्सव में सम्मिलित नही हुआ।बृहस्पति नाराज हो गए।उन्होंने कछुओं को पीठ पर अपना घर ढोने का साप दे दिया। एक समय एक बड़े तालाब में एक कछुआ रहता था।उसमे अनेक राजहंश भी रहते थे। उनकी उड़ान कछुए को बहुत अच्छी लगती थी। वह भी। ©Homendra Kumar #Colors कविता की कहानी।#कहानी
Vivek
कहानी हमारी नही होती उन हालातों की होती है जिन हालातों में रहकर हम निखरें हैं ज्वाला बने हैं,, हम कितने गहरे होंगे कितने विशाल होंगे ये निर्भर करता है हम कहां उगते हैं उसी तरह इंसान के संस्कार, त्याग, तप, निर्भर करते हैं वो किस हालात में किन स्थितियों में रहता है!! ©Vivek #कहानी हालातों की #कहानी हमारे बनने बिगड़ने की #
Mohit Singh commando
पुलवामा हमले के बाद ह्रदय बहुत विचलित था ,,उस घटना के आक्रोश में मैंने कुछ पंक्तियाँ लिखी थी,,जो आज पुलवामा हमले की वर्षी पर आप सब के साथ शेयर कर रहा हूँ शहादत के वह मंजर जब आंखों के सामने आते हैं, लाख चाहने पर भी हम अपने आंसू रोक न पाते हैं, ना भूलेंगे ना माफ करेंगे हम कसम यही दोहराते हैं,, हे वीर शहीदों हम तेरे चरणों में शीश झुकाते हैं। लेकिन इन सरकारों के अब मौन बहुत ही खलते हैं,, शायद अपने देश में ही गद्दार बहुत से पलते हैं। क्या तुम सब को शर्म नहीं आई जब सैनिक की लाशों को देखा? तुम नेताओं ने केवल शायद नजदीक चुनावों को देखा। जब पहले ही आशंका थी तो कैसे तुम आस्वस्त रहे,, मुझको तो लगता है साहब चुनाव में बहुत ही व्यस्त रहें। अरे साहिबो क्या तुम को जरा भी शर्म नहीं आती? 1 दिन रैली ना करते तो कुर्सी नहीं चली जाती।। सेना की जान से ज्यादा कुर्सी ही यदि प्यारी है,, तो भारत देश के साथ तुम सब ने मिलकर की गद्दारी है।। चलो मान लिया इस हमले में आतंकियों का हाथ था।,, मगर यह भी सच है कोई ना कोई अपना भी उनके साथ था।। पर तुम सबकी आंखों में आंसू भी छलक ना आए थे,, उन वीर शहीदों की मांओं ने घर में चूल्हे भी नहीं जलाए थे।। समझ नहीं आता मुझको कैसी यह लाचारी है? मुझको लगता है तुम सबको कुर्सी ही बस प्यारी है। क्या देश के लिए मरना मिटना सेना की ही जिम्मेदारी है?,,जय हिंद जय हिन्द की सेना,,, स्वरचित-#हीराठाकुर 🇨🇮🇨🇮🇨🇮🇨🇮🇨🇮🇨🇮🇨🇮 #पुलवामा हमले की वर्षी
shaurya valvaikar
दिल के न अरमान पूरे हुए न पूरे हुए आँखों देखे सपने हर तरफ से धोखा ही मिला और छोड़ गए साथ जो थे अपने। सांस भी अब नही आती न आ रही है मौत मुझे लफ़्ज़ों से बहे लहू मेरा आँसू भी आंखों में ठहर से गये। जिंदगी तो मेरी बेमतलब की थी बेआबरू तू उसने किया कहता था पलकों में सवारूँगा उसीने मेरी इज्जत को चोहराये पे नंगा किया। कहानी एक आँख की#nojoto#कहानी