Find the Latest Status about शोधीसी मानवा भाव गीत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शोधीसी मानवा भाव गीत.
Rahul Sontakke
हे मानवा कोकिळा गाते मधुर तुझे सूर बेसूर फुल देते सुंगंध तू आहेस धुंद तुकाराम लावतो कपाळी गंध तू पाहतो दुसऱ्याचे गंध तुझा आहे दुसराच छंद कर तू हे सारे बंद नाहीतर येईल तुझा दुर्गंध तू आहेस मंद कपाळी लाव तू गंध हे मानवा घाल तू तुझ्या मना आळा नाहीतर दाबील तो तुझा गळा म्हणुनी म्हणतो लाव कपाळी टिळा हे मानवा
अनंत महेन्द्र
पुत्री के जन्म पर: थी निशा काली अमावस की, नूरानी हो गयी है। तुम जो आए ख़ूबसूरत, जिन्दगानी हो गयी है। शुष्क मरुथल में अचानक बूँद स्वाति की पड़ी हो। मन के वीरां वन में उजली सी सड़क जैसे मुड़ी हो। तम के सागर में कोई उम्मीद की नैया खड़ी हो। इस धरा से उस गगन के मध्य भी कोई कड़ी हो। यूँ कि हरसिंगार से चितवन सुहानी हो गयी है। तुम जो आए ख़ूबसूरत, जिन्दगानी हो गयी है। थी निशा काली.. जाने कैसे इतना सुंदर मुस्कुराना जानती हो। हाथ से उंगली मेरी तुम झट से कैसे थामती हो। कौन सी जादूगरी आती है तुमको मैं न जानूँ। बन्द नयनों से भी आहट को मेरी पहचानती हो। थे अधूरे पृष्ठ में पूरी कहानी हो गयी है। तुम जो आये ख़ूबसूरत जिन्दगानी हो गयी है। थी निशा काली.. कोकिला के स्वर से भी सुन्दर तेरी किलकारियाँ है। तुझ में आजी, दादी, माँ की सुनहली परछाइयाँ है। तुमने कद मेरा बढ़ाकर कर दिया आकाश भर का। अब मुझे प्यारी मेरी कंधों पे जिम्मेदारियाँ है। नवपिता बन स्वप्न धारा आसमानी हो गयी है। तुम जो आये ख़ूबसूरत जिन्दगानी हो गयी है। थी निशा काली.. पुत्री के जन्म पर उमड़े भाव गीत के रूप में.. #poetry #गीत
vaishali
🌷 शोध मानवा शोध 🌷 शोध मानवा शोध रे देव माणसात धावतोस पैश्यामागे विसरुनी माणुसकी अन् नात !! माणुसकी जप मनी अहंकार सोड जगता जगता कळे तुजला तुझ्या जगण्यातील गूढ !! आयुष्य सुंदर असे नको सोडू धीर कितीही येती संकटे हिम्मत ठेवुनी रहा तू खंबीर !! माणूस म्हणून जग लाभे समाधान इथेच राहते सारे आता तू फक्त माणुसकीस जाण !! शोध मानवा शोध#निलकाव्य# अक्षर संख्या (८ ,६ , ८ , १२ )
charu