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Deepak Gupta
Life Like आलसी व्यक्ति फफूंद के समान होता है जिस तरह फफूंद किसी वस्तु को खराब कर देती हैं उसी प्रकार आलस्य मनुष्य के भाग्य को समाप्त कर देता है ©Deepak Gupta #अलसय
motivation_ai_official
KP EDUCATION HD
KP STORY HD कंवरपाल प्रजापति the same time as ©KP STORY HD डायबिटीज एक लाइफस्टाइल से जुड़ी हुई बीमारी है और अगर आप का लाइफस्टाइल काफी खराब है और आप खाना पीना भी हेल्दी नहीं खाते हैं तो यह स्थिति होने
Neena Jha
विषय...ग्रीष्म ग्रीष्म ऋतु असहनीय, शीत न मुझे गंवारा, वर्षा चिप चिप करे, है कौन ऋतु भली? पंखा भी अलसा जाए, लू, आँधी और तूफ़ान पकड़े तेज़ रफ़्तार, है ग्रीष्म मायाजाल चार दिन शेष अब, आया आषाढ़ महीना, लाये उमस कहर, करे मुश्किल जीना। है कुछ का हाल बुरा, हर ऋतु से शिकायत हर माह लगे सज़ा, वो कैसे रहें ज़िन्दा! आर्थिक स्थिति बढ़े, जब ए. सी. बिक्री घटे, तापमान स्व घटे, तो गर्मी कैसे बढ़े! ज़्यादा से ज़्यादा बढ़े खेतीबाड़ी, पेड़-पौधे, किसान का मान बढ़े, देश का गौरव भी। नीना झा संजोगिनी ©Neena Jha #Sukha #Neverendingoverthinking #नीना_झा #जय_श्री_नारायण #संजोगिनी जय माँ ज्ञानदात्री 🙏 विषय...ग्रीष्म ग्रीष्म ऋतु असहनीय, शीत न मुझे गंवा
Prasoon
Kumar Dewes
#मेरीउड़ान नभ के उज्जवल सिंचित पथ पर,मै भी बादल के साथ चलूं, बाहों का विस्तार करुं,दुर्गम को स्वीकार करुं,अरुणाचल के साथ चलूं। जब सूर्य किरन
Er Avi
Er Avi
Ashraf Fani【असर】
मौसम और सूरज मौसमों के साथ आदत बदलता है सूरज वक़्त की उंगली थाम चलता है सूरज सर्दियों में सुबह अलसाये मन से उठता है कि जैसे कोई घड़ी में देर सुबह का अलार्म लगा रखा हो पूरी आँख ठीक से खुलती ही नहीं कभी चाय पीकर आलस भगाता है फिर आलस सताती है तो बादलों में नींद लेने भाग जाता है ठंडी का एहसास तो ज़रूर होता है तभी तो माँ की बुनी हुई लाल पुलोवर पहनता है शाम को जल्दी घर जाने की हड़बड़ी रहती है उसे क्योंकि सरदी का मौसम है माँ ने कहा है कि घर जल्दी आना नहीं तो ठंड लग जाएगी गरमी में क्योंकि दिन काफी बड़ा होता है सो नींद जल्दी खुल जाती है जैसे जैसे दिन चढ़ता है गरमी उसे सताती है कपड़े वपड़े खोल खालकर नंगा बदन दिखाता है नदिया, नालों,झरनों का भी पानी वो पी जाता है माँ के भी तो कहे मुताबिक़ शाम को ख़ूब नहाता है बारिश शायद नहीं है भाती तभी तो वो अलसा जाता है न वो समय से आता है और न ही समय से जाता है माँ ने भी मनाकर रखा है कि बरसात का मौसम है बाहर जाओगे तो भींग जाओगे तुम तो हो शैतान तुम ख़ूब नहाओगे अगर जाना ज़रूरी हो तो बादलों का छाता ले जाना और हो सके तो घर जल्दी आना।।। ©🎭Ashraf Fani Kabir🌷🌼 मौसम और सूरज मौसमों के साथ आदत बदलता है सूरज वक़्त की उंगली थाम चलता है सूरज सर्दियों में सुबह अलसाये मन से उठता है कि जैसे कोई घड़ी