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Babli Gurjar

बेज़ारी #शायरी

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Jupiter and its moon

बेज़ार #शायरी

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अपनी रूसवाई की
ख़ुद हीं गुनहगार हूं मैं।
अपनी लाचारी की वज़ह
अपनी हीं कर्ज़दार हूं मैं।
अपने आप को गिराया है 
इतनी ऊंचाई से मैंने
अपने ज़ख्मों की सब़ब 
इनकी पूरी हक़दार हूं मैं।

©Jupiter and it's moon....(प्रतिमा तिवारी) बेज़ार

Rajeev Pandey

nojoto #बेज़ार

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मुझे याद ना आओ कि अब बेजार है दिल
शम्मे महफ़िल न जलाओ कि बेजार है दिल

अब कि बस मर के मै आज़ाद होना चाहता हूं
कोई खंजर तो घुसाओ कि बेजार है दिल

मुद्दतों एक लफ्ज़ जिनके सुनने को तरसा हूं
उनकी ग़ज़ल ही सुनाओ कि बेजार है दिल

आज रुसवा हैं वो जो लख्ते जिगर होते थे
उनके शिकवे ही सुनाओ कि बेजार है दिल

चाहता हूं कि उनके जानों पे मेरा सर हो
कहीं से उनको बुलाओ की बेजार है दिल

लुत्फ़- ए- ज़िन्दगी में अब नहीं कटती रातें
मौत की शाम ही लाओ की बेजार है दिल.. #nojoto
#बेज़ार

Ankit Mishra

बेज़ार सा

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शम्मा-ए-पीर बस इतनी ही थी,
अन्धेरो के डर से चॉद मायूस बैठा था। बेज़ार सा

mamta negi

#batein बेज़ार

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Amit Singhal "Aseemit"

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Guruvirk

बेज़ारी.... Hindi #Poetry #Love #Emotionalhindiquotestatic #nojotohindi

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क्यूँ रखते हो हमसे सदा बेज़ारी,
तुम्हारे चेहरे पे भाती नहीं,
माना के अभी हम व्यस्त हैं, 
खुद की शख्सियत ढूँढने मेें,
यह ना समझ लेना हमें,
तुम्हारी याद आती नहीं..!! #NojotoQuote बेज़ारी....
#NojotoHindi #Poetry #Love #EmotionalHindiQuoteStatic

Anand Dadhich

 #जिंदगी #बेज़ार #ananddahich #dadhichanand #

शुभी

बेज़ार- अप्रसन्न समर- युद्ध

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मुस्कान से ग़म छुपाने का हुनर आता है, 
मुझे तूफ़ान से लड़ने का हुनर आता है। 

बेख़याली में यूँ गुज़रती हैं रातें कई,
सुकून आता है जब तू नज़र आता है। 

बेज़ार हूँ बैठा तिरे इन्तज़ार में आज भी,
मंज़िल हो कोई, हर रस्ते तिरा शजर आता है। 

ज़िन्दगी ख़ाक होने से बचा लेता हूँ अक्सर,
लफ़्ज़ माँ आते ही दुआओं में असर आता है। 

बिख़र के यूँ अक्सर सिमट जाता हूँ ख़ुद में,
हर मर्तबा मेरे हिस्से में क्यों समर आता है।  बेज़ार- अप्रसन्न
समर- युद्ध

Niraj Srivastava

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