मैं ब्राह्मण हूँ । एक ब्राह्मण के हृदय से निकले कुछ स्वर । यदि आपको पसंद आये तो टिप्पड़ी जरूर दें। #Poetry
read more
Sumit Upadhyay
मैं ब्राह्मण हूँ ।
अविचल स्थिर मैं ततपर हू
प्रारब्ध मुक्ति के पथ पर हूँ,
चहु ओर सदा नरपशुओं से,
जो चले अनवरत वह रण हू
मैं ब्राह्मण हूँ।।
no #Poetry#mukti#brahman#ran
read more
vasundhara pandey
वसुधैव कुटुंबकम और संतोष की राह पर चलता हूँ
क्यूँकि मैं ब्राह्मण हूँ !
धनोपार्जन मेरी नियति नहीं अलौकिक धन की राह पर चलता हूँ
ज्ञान का प्र