Find the Latest Status about 9 bhakti ramayan from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, 9 bhakti ramayan.
Uma Vaishnav
रामायण भाग - 18 **************** सागर - पार(दोहा - छंद) ******************************** सागर तट पर आ गए, किया हनु ने प्रणाम। राम काज करने चले, लेकर प्रभु का नाम।। सुरसा ने रोका तभी, ठहरे तब हनुमान। भूख शांत मेरी करो, फिर करना प्रस्थान।। सुरसा की सुन बात हनु, बोले मीठे बोल। राम काज करना मुझे, फिर अपना मुँह खोल।। भूख मिटा मेरी करो, फिर कोई भी बात। बातों में बीते नहीं , देखो अब ये रात।। सुरसा ने मुख खोल कर, भोज किया स्वीकार। हनुमत ने बल शक्ति से , बदन किया विस्तार।। सूक्ष्म रूप धर कर चले , लिया राम का नाम । बड़े वेग से आ गए, सफल हुआ तब काम।। ©Uma Vaishnav #bhakti #ramayan #doha
Uma Vaishnav
रामायण भाग - 20 **************** विभीषण से भेट (दोहा - छंद) ******************'****** कोने कोने ढूंढते , देखा घर तब एक। राम नाम अंकित जहां, मिले यहां नर नेक।। विप्र रूप धर हनु चले, संध्या का था वक़्त। राम नाम लेते हुए, मिले विभीषण भक्त।। हाथ जोड़ वंदन किया, हनुमत मेरा नाम। निकला माँ की खोज में, करने प्रभु का काम।। सीता माँ का हरण कर, रावन ने की भूल। चुभती है ये बात यूँ, ज्यों चुभती है शूल।। राम भक्त को देख कर, मन हो गया प्रसन्न। जाकर अशोक वाटिका, कार्य करो सम्पन्न।। ©Uma Vaishnav #bhakti #ramayan #doha
Uma Vaishnav
रामायण भाग - 38 ***************** राम - रावन की तैयारी (दोहा - छंद) **************************** एक एक करके सभी, पहुँचे अपने धाम। रावन ही बस रह गया, अब योद्धा के नाम।। दुर्गा पूजन तब किया , नौ दिन औ नौ रात। विनती करते कह रहा, मात बनाओ बात।। शिव का पूजन भी किया, जपा देव का नाम। भोले बाबा से कहे, नाथ बना दो काम।। लंका सारी जानती, जानते साधु संत । लंका में कुछ ना बचा, रावन का हैं अंत।। अस्त्र शस्त्र लेकर हुआ , लड़ने को तैयार। मौत खड़ी सर पर बचे, जीवन के दिन चार।। ©Uma Vaishnav #bhakti #doha #ramayan
Uma Vaishnav
रामायण भाग - 2 ***************' बाल लीला (दोहा - छंद) ******************** बाल राम लीला करे, सुंदर उनका रूप। राम लखन ऐसे लगे, जैसे दिव्य स्वरूप।। ठुमक ठुमक कर प्रभु चले, घुँघराले हैं बाल। सुन्दर सूरत राम की , गोरे गोरे गाल।। कागा खेले साथ में , करते उनसे बात। देखे लीला राम की,मात पिता दिन रात ।। छम छम बाजे पेजनी , टेढ़ी मेढ़ी चाल। बाल रूप में राम जी, लगते बड़े कमाल।। ©Uma Vaishnav #bhakti #doha #ramayan
Uma Vaishnav
रामायण भाग - 3 *************** ताड़का वध(दोहा - छंद) ******************** जब दशरथ के पास में, आए विश्वामित्र। राम लखन को ले चले,ये छवि बड़ी विचित्र।। वन में जा कर ताड़का, वध किया रघुवीर। ऋषियों के दुख हर लिये, दोनों भाई वीर।। काया पलटी भक्त की, चरण छुए रघुवीर। शिला से अहिल्या बनी ,पाया नया शरीर।। ©Uma Vaishnav #bhakti #ramayan #doha
Uma Vaishnav
रामायण भाग - 17 ***************' सीता माता की खोज (दोहा - छंद) **************************** सावन भी अब आ कर गया, नैना बरसे रोज। कहो लखन सुग्रीव से, करे सिया की खोज।। सीता माँ की खोज में, कपि भेजे सब ओर। खबर नहीं कुछ भी मिली , हुई रात से भोर।। सागर तट पर आ गए , करते करते खोज। संपाती से ले पता , मिटा ह्रदय का बोज।। ©Uma Vaishnav #bhakti #ramayan #doha
Uma Vaishnav
रामायण (भाग - 21) ***************** सीता माँ से भेंट (दोहा - छंद) *********************** वन उपवन सुन्दर बने, शोभा हैं अद्भूत। वृक्ष तले सीता मिली, हुए खुश पवन सूत।। आंसू बहते ज्यों नदी, कब आओगे राम। सीता माँ विलाप करे, ले कर प्रभु का नाम।। मन का पंछी बोलता, राम नाम के बोल। घट घट में हैं प्रभु बसे, मन की आँखे खोल।। बोलो कपि तुम कौन हो, बोले मीठे बोल। दासी मैं श्री राम की, राम नाम अनमोल।। ©Uma Vaishnav #bhakti #ramayan#doha
Uma Vaishnav
रामायण भाग - 34 **************** नाग - पाश (दोहा - छंद) ************'********* इंद्रजीत चल पड़ा , लेने को प्रतिशोध। प्रभो राम की शक्ति का,उसे नहीं था बोध।। आसमान में रथ लिया, चला असुर अब चाल। राम लखन बोले कहा , आया तेरा काल।। शक्ति चला के कर दिया, उसने अपना काम। नाग पाश की शक्ति से, बंधे लक्ष्मण राम।। सब सेना में मच गया, खूब तब कोहराम। वानर व्याकुल हो गए, मूर्छित लक्ष्मण राम।। ©Uma Vaishnav #Bhakti #doha #ramayan