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अनामिका पाण्डेय
कितनी तकलीफ कितना दर्द छुपा रखा है मैने खुद को हां किसी बुत सा बना रखा है अब तो खुद से ही अदावत सी हुई जाती है खुद को खुद से ही मैने इतना जुदा रखा है काफिले तीरगी हर इक कदम पे साथ चली नहीं चरागों का कोई नामोनिशां रखा है मेरी खामोशियां और फैली हुई तन्हाई पता जख्मों को मैने अपना पता रखा है आइना भी मेरी सूरत पे हंसा खूब हंसा जिन्दगी को कोई खिलवाड़ बना रखा है मिले किरदार से बढ़करके बदकिरदार मुझे सबने चेहरे पे कई चेहरा लगा रखा है ©अनामिका पाण्डेय #sadquotes जिन्दगी को कोई खिलवाड़ बना रखा है
Diwan G
सच्चा प्यार क्या होता है दूसरे की भावनाओं से खिलवाड़ ना करो, वही सच्चा प्यार है। बाकी प्यार की परवाह अब किसे यहाँ, हर कोई मतलब का यार है।। खिलवाड़ #सच्चाप्यार
Marutishankar Udasi
लूट रहे उदासी जमकर देखो जनसेवक है या सारे सुविधाओ के ठेकेदार जिनको जनता चुने यारो वही करे लोगतंत्र से जमकर खिलवाड ©Marutishankar Udasi खिलवाड़ #Nature
J P Lodhi.
प्रकृति से खिलवाड़ आधुनिकता की दौड़ में मानव की मारी गई अक्ल, मानव ने ख्वाइशों के वास्ते प्रकृति का किया कत्ल। प्रकृति का करता रहा दोहन, मनाता रहा खुद जश्न, देख लो अब खुद आंखों से कैसे हो रहा हमारा हश्र। माया से वसीभूत हो किया प्रकृति से खूब खिलवाड़, सुनके प्रकृति ने आहट खोल दिये काल के किवाड़। आधुनिकता की आड़ में वह करता रहा खोटे काम, मनाली खूब रंगरलियां अब ढली बुरे कर्मों की शाम। जंतुओं से बसें घर उजाड़ कर बसा दिए हमने शहर, होकर नाराज खुदा ने हम पर ढहा दिया बड़ा कहर। प्रकृति ने ले कर अंगड़ाई अभी बंद आंख है खोली, खड़ी है अपनी जगह पर अभी तो थोड़ी सी है डोली। JP lodhi #प्रकृति से खिलवाड़
J P Lodhi.
प्रकृति से अब न करे छेड़छाड़, देगी वह ज़िंदगियों को पछाड़। करते जा रहें जितना विकास, उसका भी हो जाएगा विनाश। करों ना तुम जीवों का शिकार, ज़िन्दगी बन जाएगी धिक्कार। जंगल काट के शहर बसा दिए, जीवों के हमने घर उजाड़ दिए। जीवों को कुछने बनाए निवाले, करो दुनियां कोरोना के हवाले। प्रकृति से जो किया खिलवाड़, आना शुरू हुए उनके परिणाम। प्रकृति से खिलवाड़
J P Lodhi.
दूषित हो गए हवा पानी, दूभर सा हो गया जीना। फैल रहा रोगों का जाल, जीवन बन गया जंजाल। जीना होगा सादा जीवन, शाकाहारी होगा भोजन। शहरों का किया विकास, जंगलों का हुआ विनाश। प्रकृति से कर खिलवाड़, रोगों के लिए है उपहार। प्रकृति को कर संरक्षित, पाना होगा अब वरदान। हो जाओ अब सावधान, रोगों की हो गई भरमार। प्रकृति को दोस्त बनाओ, रोगों को अब दूर भगाओ। #WorldCancerDay* प्रकृति से खिलवाड़