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Amol Gaykar
या जगाच्या रंगमंचावर मस्त धुंद जगताना ¶ आला कसा जैविक दहशतवादाचा कोरोना ¶¶ शर्यत हि जीवनमरणाची सोसत नाही यातना ¶ विकारच बेक्कार,धिक्कार करी आपले मरताना ¶¶ कवी अमोल (भंडारा) गायकर©® संगमेश्वर टाईम्स(www.sbsahyadri.blogspot.com) कृपया घरी थांबा आणि हा कोरोनाचा संसर्गजन्य प्रसार थांबवा खास करून जनजागृतीसाठी सदर कविता शेअर करा special poem on korona घरी रहा आणि कोरोना टाळा
Shipra Pandey ''Jagriti'
रोली चंदन कुमकुम से कर तिलक तेरे माथे पे दीर्घायु हो कामना करूँ! यम की कुदृष्टि ना छू पाए भाई मेरे तू सदा फले फूले ख़ुशियों की मृदुल मिठास घुले जीवन में पग पग पर भाई दूज पर यही अरज करूँ! ©Aishani तू सदा सुखी रहे जहाँ भी रहे। #Bhaidooj
Amol Gaykar
या जगाच्या रंगमंचावर मस्त धुंद जगताना ¶ आला कसा जैविक दहशतवादाचा कोरोना ¶¶ शर्यत हि जीवनमरणाची सोसत नाही यातना ¶ विकारच बेक्कार,धिक्कार करी आपले मरताना ¶¶ कवी अमोल (भंडारा) गायकर©® संगमेश्वर टाईम्स(www.sbsahyadri.blogspot.com) कृपया घरी थांबा आणि हा कोरोनाचा संसर्गजन्य प्रसार थांबवा खास करून जनजागृतीसाठी सदर कविता शेअर करा special poem on korona घरी रहा आणि कोरोना टाळा
Sonu Kumar Yadav
वक़्त घड़ी की सुईओं के साथ बीत रहा था, और एकाएक मुझे एहसास हुआ कि मैं परीक्षा के कक्ष में बैठा हूं। मैं समय गवा रहा था, कुछ समझ नहीं आ रहा था। मानो जैसे पूरा का पूरा दिमाग ही खाली हो गया! मुझे लग ही नहीं रहा था कि मैं कुछ कर पाऊंगा; और समय अपनी गति से भी तेज चले जा रहा था। एक ओर मां-बाप का डर था ! और एक ओर गुरुजनों का प्रेम था । एक ओर एक अंजाना सा चेहरा आज मुझे अपना दिख रहा था तो एक ओर मुझे अपने गुरुजनों का विश्वास ।एक ओर कुछ समझ नहीं आ रहा! लेकिन! दूसरे ही पल मेरा आत्मविश्वास जागने लगा था। गुरुजनों के प्रेम की शक्ति मुझे पुनः एक अद्भुत शक्ति का अनुभव करने लगी और फिर मैं 3 घंटे का पेपर मात्र 2 घंटों में समाप्त कर चुका था। बिना किसी क्वेश्चन को छोड़े हुए ।आज प्रेम की शक्ति जागने लगी थी, मेरी प्रेम की उर्जा का आज परीक्षा हो रहा था। आज किसी के विश्वास का इम्तिहान हो रहा था। आज का पेपर मानो जिंदगी का आखिरी पेपर ही लग रहा था । बस इतनी सी थी। ... लेखक सोनू वक्त घरी की सुयोग के साथ बीत रहा था।
madhu Kurmi
खेलता रहा तू मेरे दिल के जज्बातो के साथ सोचा एक दिन बदल जाएगी तेरी फितरत भी ये पर मै थी गलत तू है बडा़ ही बेरहम सुधरी न तेरी आदत एक भी और मै तेरे प्यार मे थी मजबूर भी इतनी कि सब देख कर भी किया अनदेखा मैने #खेलता रहा तू....
Raj
ज़िन्दगी में तू कभी सुखी नहीं हो सकता .. . मेरे बच्चों की है तेरा सुख चैन सब कुछ छीन लेगी .. . तू तभा हो जायेगा .. . यह एक माँ की बद्दुआ है, ©Raj #MainAurMaa ज़िन्दगी में तू कभी सुखी नहीं हो सकता ..