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Ilyas Gazi
हम अक़्सर कुछ लोगों के पास से ख़ामोशी से गुज़र जाते हैं, उन्हें लगता है कि हम उनसे बात करने के क़ाविल नहीं हूँ,और हमें लगता है कि वो हमारी बात सुनने के क़ाविल नहीं है, क्योंकि हम जब भी बहां से गुज़रते हैं, तब वो किसी और से बात कर रहे होते हैं, किसी की बात रोक कर अपनी बात कहने की हमारी फ़ितरत नहीं है।।। कुछ शिकायती गुफ़्तगू
Pnkj Dixit
💘 वो रूठकर बैठे सनम बेधड़क से और बोले शिकायती लहजे में ... नहीं मालूम क्या गुज़रे जो तुम सुनो मेरे दिल की कहानी १९/०६/२०१७ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' ©Pnkj Dixit 💘 वो रूठकर बैठे सनम बेधड़क से और बोले शिकायती लहजे में ... नहीं मालूम क्या गुज़रे जो तुम सुनो म
ABHISHEK(✓abhi)
हम कई बार अपने किसी संबंधी या दोस्त से इस बात पर लड़ लेते हैं कि वह आपका साथ नहीं देगा। जितनी जल्दी हो सके आप अपने शिकायती स्वभाव को बदल दे। दूसरों की कमियां निकालने की जगह आप अपनी कमियों पर ध्यान दें। हम कई बार अपने किसी संबंधी या दोस्त से इस बात पर लड़ लेते हैं कि वह आपका साथ नहीं देगा। जितनी जल्दी हो सके आप अपने शिकायती स्वभाव को बदल दे।
HINDI SAHITYA SAGAR
कविता : सब याद है तेरा खिलखिलाकर हँसना, हँसकर बातें करना, गले लगाना, गले लगना... लगकर गले, जीभर के रोना, आँसुओं से, तन-मन, गीला करना.. सिसकना, रुँधे गले से, भर्यायी आवाज़ में, शिकायती लहज़े में, गुस्से से आँखे दिखाना, अपना हक़ जताना, समझना, समझाना, मनाना, और फिर, मान जाना, सब याद है... सब याद है... ....(क्रमशः) -शैलेन्द्र राजपूत ©HINDI SAHITYA SAGAR कविता : सब याद है तेरा खिलखिलाकर हँसना, हँसकर बातें करना, गले लगाना, गले लगना... लगकर गले, जीभर के रोना,
HINDI SAHITYA SAGAR
कविता : सब याद है तेरा खिलखिलाकर हँसना, हँसकर बातें करना, गले लगाना, गले लगना... लगकर गले, जीभर के रोना, आँसुओं से, तन-मन, गीला करना.. सिसकना, रुँधे गले से, भर्यायी आवाज़ में, शिकायती लहज़े में, गुस्से से आँखे दिखाना, अपना हक़ जताना, समझना, समझाना, मनाना, और फिर, मान जाना, सब याद है... सब याद है... ....(क्रमशः) -शैलेन्द्र राजपूत ©HINDI SAHITYA SAGAR कविता : सब याद है तेरा खिलखिलाकर हँसना, हँसकर बातें करना, गले लगाना, गले लगना... लगकर गले, जीभर के रोना,
HINDI SAHITYA SAGAR
दिन गुलाबी, रातें गुलाबी, सुबह गुलाबी, शामें गुलाबी। ग़र तू हमसफ़र हो तो, ज़िंदगी की राहें गुलाबी। तेरा खिलखिलाकर हँसना, हँसकर बातें करना, गले लगाना, गले लगना... लगकर गले, जीभर के रोना, आँसुओं से, तन-मन, गीला करना.. सिसकना, रुँधे गले से, भर्यायी आवाज़ में, शिकायती लहज़े में, गुस्से से आँखे दिखाना, अपना हक़ जताना, समझना, समझाना, मनाना, और फिर, मान जाना, सब याद है... सब याद है... ....(क्रमशः) (HAPPY ROSE DAY) -शैलेन्द्र राजपूत (#हिंदी_साहित्य_सागर) उन्नाव, उत्तर प्रदेश 07.02.2023 ©HINDI SAHITYA SAGAR #Rose #roseday #Love #poem दिन गुलाबी, रातें गुलाबी, सुबह गुलाबी, शामें गुलाबी। ग़र तू हमसफ़र हो तो, ज़िंदगी की राहें गुलाबी। तेरा खिलखिलाक
राजा पत्रकार
दुष्कर्म मामले में पुलिस कर रही सुलह कराने का प्रयास पीड़िता ने लगाया आरोप अम्बेडकरनगर। युवती के साथ दुष्कर्म करने वाले युवक को पुलिस जेल भेजने के बजाय बचाने का प्रयास कर रही है। पीड़िता और उसके परिवार ने बताया कि हमें न्याय दिलाने के बजाय पुलिस उल्टा हमें ही बहला-फुसलाकर सुलह कराने का प्रयास कर रही। मामला अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र का है जहां पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर यह बताया कि विपक्षी परमात्मा पुत्र कन्नू निवासी ग्राम बिहलोलपुर चंदनपुर द्वारा फोन करके गांव के बाहर झाड़ियों में पीड़िता को बुलाया और जबरदस्ती इच्छा के विरुद्ध शारीरिक संबंध बनाया। पीड़िता ने थाने में कई बार शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। फिर पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर अपनी आपबीती बताई तब जाकर एफआईआर दर्ज हुआ। पीड़िता की डाक्टरी और 164 का बयान होने के बाद भी विपक्षी परमात्मा चार दिनों से थाने में है और विपक्षी की तरफ से कोतवाली अकबरपुर द्वारा पीड़िता को डरा धमका कर सुलह कराने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में पीड़िता ने अपने शिकायती पत्र में यह भी बताया कि अब न्याय से भरोसा उठता जा रहा है अगर न्याय नहीं मिला तो आत्मदाह कर लूंगी। ©राजा पत्रकार दुष्कर्म मामले में पुलिस कर रही सुलह कराने का प्रयास #पीड़िता ने लगाया आरोप #अम्बेडकरनगर। युवती के साथ दुष्कर्म करने वाले युवक को पुलिस जेल
अशेष_शून्य
इस कदर तेरे किरदार में उतर जाता हूं , जिक्र आते ही लबों पे बिखर जाता हूं ... ख़ुद को खोकर तुझमें मैंने ख़ुद को पाया है, कड़ी धूप में पलकों पर तू ठंडी छाया है ... तो क्या हुआ गर मुकद्दर में तू शामिल नहीं , अपने सुकून में मैंने तुम्हे मुकम्मल पाया है ... तुझको पाने से बेहतर तेरा हो जाना अच्छा है , शिकायती पिटारे से ज्यादा मुस्कुराना अच्छा है.... मेरे लिए मुझसे ही तुमको लड़ते देखा है , मेरे जख्मों की फ़िक्र में सिसकते देखा है... तुझसे होकर गुजरती सासों से खैरियत पूछ लेता हूं , तेरी शरद ,गर्म अश्कों का फर्क सूंघ लेता हूं ... तेरे खातिर ख़ुद को मैंने संभलते पाया है , तेरी एक हसीं पर फिसलते पाया है .... दुआ है रब से तू मुस्कुराती रहे , गुलाबी पंखुड़ियां तेरी यूहीं खिलखिलाती रहें ...!!-A.r Angel ❤️ #सुकून_ए_जिन्दगी❤️💐 इस कदर तेरे किरदार में उतर जाता हूं , जिक्र आते ही लबों पे बिखर जाता हूं ... ख़ुद को खोकर तुझमें ख़ुद को पाया है, कड़ी ध
Vedantika
शिकायती पत्र पिम्पल के लिए डियर पिम्पल तुम कहाँ चले गए मेरे चेहरे का मुलायम गद्दा छोड़कर? मेरी ज़िंदगी में तुम अपनी एहमियत जानते भी हो या नहीं। लोगों ने तुम्हारी वजह से
राजा पत्रकार
दबंग प्रधान ने बंद किया जियाउल्लाह का रास्ता अम्बेडकरनगर । सूबे के मुख्यमंत्री जहाँ कहते है कि भू माफिया ओर दबंग लोगो पर उत्तर प्रदेश की पुलिस तत्काल करवाई करती है । वही यहाँ ग्राम प्रधान ने रास्ते पर ही करवा दिया बाउंड्री वाल का निर्माण। इसके पहले भी पीड़ित ने की कई बार शिकायत किया था। लेकिन नहीं हुई कोई सुनवाई ।अब पीड़ित ने लगाई जिलाधिकारी से न्याय की गुहार। जियाउल्लाह पुत्र गरीबुल्लाह निवासी सिकरोहर ने बताया कि मेरे घर का रास्ता प्राइमरी स्कूल के बगल से बना हुआ था। जो कि कई सालों का पुराना रास्ता है और उसी रास्ते से हमारा आना जाना रहता है ।वही रास्ता मेरे घर का मुख्य मार्ग है लेकिन प्रधान ने अपनी मनमानी तरीके से उस रास्ते पर बाउंड्री वॉल करवा दी। जिससे प्रार्थी का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया। प्रार्थी ने तहसील दिवस के अवसर पर जिला अधिकारी को शिकायती पत्र देखकर रास्ते से बाउंड्री वॉल हटाने की मांग की है। ©राजा पत्रकार #दबंग प्रधान ने बंद किया जियाउल्लाह का रास्ता #अम्बेडकरनगर । सूबे के मुख्यमंत्री जहाँ कहते है कि भू माफिया ओर दबंग लोगो पर उत्तर प्रदेश की