Nojoto: Largest Storytelling Platform

New योग को परिभाषित कीजिए Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about योग को परिभाषित कीजिए from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, योग को परिभाषित कीजिए.

Related Stories

    PopularLatestVideo

प्रभाकर अजय शिवा सेन

अपने आपको परिभाषित कीजिए? #fullmoon #Knowledge

read more
अपने आपको परिभाषित कीजिए?

©प्रभाकर अजय शिवा सेन अपने आपको परिभाषित कीजिए?

#fullmoon

प्रभाकर अजय शिवा सेन

अब हमको परिभाषित कीजिए #melting #Knowledge

read more
अब हमको परिभाषित कीजिए?

©प्रभाकर अजय शिवा सेन अब हमको परिभाषित कीजिए

#melting

Hasanand Chhatwani

जो भी कीजिए __ तमाम कीजिए !!! छोड़ दीजिए या फिर थाम लीजिए !!! #शायरी #nojotophoto

read more
 जो भी कीजिए __ तमाम कीजिए !!!

छोड़ दीजिए या फिर थाम लीजिए !!!

Akash Dwivedi

सुबह हो या शाम, रोज कीजिए योग निकट ना आएगा कभी आपके कोई रोग... योगा डे की बधाई

read more
सुबह हो या शाम, रोज कीजिए योग
निकट ना आएगा कभी आपके कोई रोग...
योगा डे की बधाई

©Akash Dwivedi सुबह हो या शाम, रोज कीजिए योग
निकट ना आएगा कभी आपके कोई रोग...
योगा डे की बधाई

Shravan Goud

आपकी कमजोरी को तुरंत दुर कीजिए और किसी को पता मत चलने दीजिए।

read more
गुस्सा खुद पर आना यानी खुद को कोसना और दुसरो पर आना यानी सहन शक्ति की कमी। दोनो स्थिति में इंसान की कमजोरी दर्शाती है। इसलिए किसी पर गुस्सा मत कीजिए अन्यता आपकी कमजोरी सभी को पता लग जाएगी। लोग उसका फायदा उठाएंगे।

 आपकी कमजोरी को तुरंत दुर कीजिए और किसी को पता मत चलने दीजिए।

Ajay Daanav

प्यार को परिभाषित नहीं किया जा सकता। #कविता

read more
हृदय से उपजे विचार हो तुम
शब्दों का मेरे श्रृंगार हो तुम
करती हुई झंकृत मन-वीणा
सातों सुरों की झनकार हो तुम
हूं मैं कविता छंदों में गढ़ी
कविता का मेरी सार हो तुम
हृदय से उपजे विचार हो तुम प्यार को परिभाषित नहीं किया जा सकता।

Akash Chaudhary

प्रेम को परिभाषित नही किया जाता।।❤️ #Poetry

read more
प्रेम को परिभाषित नहीं करते पात

गन्दी रेत से लथपथ वो पत्ते
जो कभी वृक्ष के वक्ष से
कलाएं करते थे,
कितनी ही चिड़िया तुमको छूकर
गुजरी,
मैं तुम पर आज ढूंढने बैठ गया
उनके पैरों के निशान,
क्या मन नहीं है तुम्हारा तुम उनको
परिभाषित करो,
क्या नहीं बताना चाहते
मुझे अपने प्रेम के विषय में,
तुम्हारी व्यथा और प्रेम से परिचित हूं मैं
समझ रहा हूं पात तुम्हे मैं,
तुम्हे पुरानी चिड़िया की याद
आयी होगी,
चलो मैं अपने दरवाजे से इंतजार में हूं
जब चाहना तब दास्तां सुनाना......,
तुम्हारा मौन समझता हूं मैं,
तुम बता रहे हो शायद मुझे 
प्रेम कभी शब्दों से नहीं किया जाता
वो होता है बस ,बस होता है।।

©Akash Chaudhary प्रेम को परिभाषित नही किया जाता।।❤️

Md Soyaib

प्लीज आप लोग हमारे पोस्ट को लाइक कीजिए #SUPERDAD

read more
mute video
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile