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Aniket Mishra
#KisanDiwas सर्द हवाएं चल रही हैं , घोर कुहासा छाया है। ठंड पड़ी है इतनी फिर भी, फावड़ा उसने उठाया है।। वह फसल सीचनें निकल पड़ा है , ताल तलइया से। चुभन ठंड की सहन कर रहा, दुर्बल छीण शरीरिया से।। जैसे , तैसे ठंड गुजरे फिर गर्म हवाएं चलती हैं। ग्रीष्म ऋतु की दोपहर में , कड़कड़ाती धूप बरसती हैं।। अपनी माटी का चंदन करके,तीक्ष्ण व्यथाओं से गुजरे। कभी बाढ़ , तो कभी ओले , कभी सूखे से गुजरे।। इसी वेदना में जी कर वो ,सब को दाने खिलाता हैं। सत् सत् नमन हैं उनकों , वो तो अन्नदाता हैं।। #अन्नदाता सर्द हवाएं चल रही हैं , घोर कुहासा छाया है। ठंड पड़ी है इतनी फिर भी, फावड़ा उसने उठाया है।। वह फसल सीचनें निकल पड़ा
#अन्नदाता सर्द हवाएं चल रही हैं , घोर कुहासा छाया है। ठंड पड़ी है इतनी फिर भी, फावड़ा उसने उठाया है।। वह फसल सीचनें निकल पड़ा #Life #Hindi #kavita #कविता #hindipoetry #किसान #writeraniketmishra #Kisandiwas
read moreअशेष_शून्य
~©Anjali Rai— % & तिनके की नोक पर टंगा आकाश पृथ्वी का छप्पर है; जिसे मानुषों ने अपनी घृणा और पशुता के गर्द ग़ुबार से इतना क्षत विक्षत कर दिया कि अब बादलों
तिनके की नोक पर टंगा आकाश पृथ्वी का छप्पर है; जिसे मानुषों ने अपनी घृणा और पशुता के गर्द ग़ुबार से इतना क्षत विक्षत कर दिया कि अब बादलों #hindipoetry #yqdidi #yqpoetry #yqaestheticthoughts #अशेष_शून्य
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
बासी कढ़ी में भी आता है,अक्सर उबाल यारो, हैरा न हो पड़ोसी भी होता है*दलाल यारो//१ "फर्ज निभाते निभाते कर दी कुर्बान अपनी*तमाम *मसर्रत, सिवाय इसके क्या है*हलाल यारो/२/ *कर्तव्य,*पूरा*खुशी*शुद्ध जमाने के*रंजो अलम,है सीने में,फर्ज का बोझ है *शानो पे, अब खुदी का क्या है*मलाल यारो//३ *दुख*कंधे*पछतावा कितना*दिलफरेब है,अपने जख्मी दिल को कुरेदना, खुदी में खो जाना यही तो हैं*बवाल यारो//४ *दिल का धोखा*हंगामा उठाए फिरते है,दिल पे बोझ हमदर्द सांसों का, हमने*चंद रोजा जिंदगी में कब,किया है कमाल यारो//५ *कुछ दिन तमाम उम्र इक*तालीम याफ्ता नौजवान बेरोजगार बैठा रहा,मानिंदे अपाहिज, अब*जईफी में की उसको*मुहय्या रोजगार की है मशाल यारो//६ *विद्वान*बुढ़ापा*उपलब्ध कितना*रंजीदा है देश का किसान*कहतसाली से, कि देखकर फावड़ा,फेक दिया है कुदाल यारो//७ *गमगीन*अकाल जिस्म निचोड़कर,जिगर सोख उस लिया*सीतमगर ने अब तक चश्म में न आया है*जलाल यारो//८ *जल्लाद*आंख*गुस्सा यारो कढ़ी और दलाल सब एक फितरतन है,शमा देखो तो*हक से*बातिल ने किया है सवाल यारो//९ *सच*झूठ शमीम अख्तर/शमा writes ✍️ ©shama write बासी कढ़ी में भी आता है,अक्सर उबाल यारो,हैरा न हो पड़ोसी भी होता है*दलाल यारो//१ "फर्ज निभाते निभाते कर दी कुर्बान अपनी*तमाम *मसर्रत,सिवाय
बासी कढ़ी में भी आता है,अक्सर उबाल यारो,हैरा न हो पड़ोसी भी होता है*दलाल यारो//१ "फर्ज निभाते निभाते कर दी कुर्बान अपनी*तमाम *मसर्रत,सिवाय #Trending #Shayari #दिल_की_बात #nojotoapp #मेरी_कलम_से #Cityscape #shamawrites
read moreRavendra
बहराइच में वृद्ध के मर्डर को लेकर पुलिस अधिकारी की बाइट बहराइच जिले के चंदनपुर गांव निवासी एक वृद्ध पर रविवार दोपहर में दूसरे व्यक्ति न #न्यूज़
read moreLaxman Choudhary
एक पिता ने देखे सपने यहाँ, उसके बेटे के लिए आसमान छू जाने के.. करता रहा दिन-रात मेहनत, उन सपनों को पुरा कर जाने को.. ना कभी रूका ना कभी थका, लाता गया उसकी मंजिल को पास.. अपने सपनों को रौंद, करता गया उसके सपने पूरे.. बहुत पढ़ाया बहुत लिखाया, बना दिया उसे बड़ा विद्वान.. आज जब उसके बेटे ने, अपनी मंजिल को बहुत करीब पाया.. सभी ने बेटे के लिए बजायी तालीयाँ, वह भी खुशी के मारे फुले नहीं समाया.. जब उसके बेटे ने उसे बताया, एक बड़ी विदेशी कंपनी से प्रस्ताव आया.. दिल में एक दर्द ए ठोकर-सी लगी, पर देख बेटे की खुशी वह हल्का-सा मुस्कुराया.. महफ़िल में सभी बहुत खुश थे, पर उसने अपने आप को अकेला पाया.. छोड़ने आया बेटे को उसकी मंजिल की ओर, एक पल भी ज्यादा उसे अपने पास न रोक पाया.. जब उसने अपनी आंख खोलीं, दुर कहीं उसे पैसे का एक ढेर नजर आया.. कोई बताएगा इस नादान कवि को, क्या इस दिन के उसने अपने बेटे को पढ़या.. चल दिया अगले ही दिन फिर काम पर, वहीं हल,वही कुदाली,वही फावड़ा हाथ में उठाया.. एक पिता ने देखें सपने यहाँ, उसके बेटे के लिए आसमान छू जाने के.. अपने सपनों को रौंद, आज वह उन्हें पुरा कर आया.. एक पिता ने देखें सपने यहाँ, उसके बेटे के लिए आसमान छू जाने के.. - लक्ष्मण चौधरी एक पिता ने देखे सपने यहाँ, उसके बेटे के लिए आसमान छू जाने के.. करता रहा दिन-रात मेहनत, उन सपनों को पुरा कर जाने को.. ना कभी रूका ना कभ
एक पिता ने देखे सपने यहाँ, उसके बेटे के लिए आसमान छू जाने के.. करता रहा दिन-रात मेहनत, उन सपनों को पुरा कर जाने को.. ना कभी रूका ना कभ #Poetry #Quote #Heart #Feeling #Friendship #father #writer #Heartbeat #quote_and_poetry_
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
#IFPStandUp बासी कढ़ी में भी आता है,अक्सर उबाल यारो,हैरा न हो अपना भी होता अक्सर है*दलाल यारो//१ *फर्ज निभाते निभाते कर दीकुर्बानअपनी*तमाम* #nojotohindi #nojotoapp #trandingvideo #virelvideo #NojotoChaupal #ShamawritesBebaak© #IFP12 #ifppoetrychellange #IFPStorttelling
read moreShilpi Signodia
Khoobsurat bangla Part II ⬇️ अब तक देखा, बंगला बहुत बेचैन हो रहा था क्यू की मुसाफिर भीतर दाखिल हो गया था और मुरझाये बगीचे को सीच रहा था। बंगले को मुसाफिर के स्वार्थी ह
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
बासी कढ़ी में भी आता है,अक्सर उबाल यारो,हैरा न हो पड़ोसी भी होता है*दलाल यारो//१ फर्ज निभाते२ कुर्बान हुई मेरी तमाम *मसर्रत,सिवाय इसके अब क #nojotohindi #nojotoenglish #myvoice #nojotourdu #nojotoshayri #nojotocomedey #LearnIndia #DecemberCreator #Nojotovideoptompt #shamawritesBebaak
read moreSujeet Suman
विश्व हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर किसान भाईयों के लिए कुछ लिखा हूँ । -किसान के बच्चे हैं - किसान के बच्चे हैं, किसानी करते हैं । खुशियों के समुन्दर में बाँहों फैलाते हैं, तकलीफ़ों के रसपान करते हैं । धरती है हमारी माता सुकून से आंचल में छिप जाते हैं, सुन्दर दृश्य में मगन हो जाते हैं । पालनहारन के रक्षा में भगवान से लड़ जाते हैं, जन्मों-जन्मों तक वफादारी निभाते हैं । दुख दर्द के तांडव में विषधर बन जाते हैं, राक्षस रूपी साया हटाते हैं । सौगन्ध है धरती माँ की हर रावणों से लड़ जाना है, हरयाली में लिपट जाना है। अपनी लाल रक्तों से कीर्तिमान बढ़ाना है, किसानी क्रांति लाना है । स्वरचित- सुजित सुमन जय हिंदी जय किसान विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ।👏 ©𝙎𝙪𝙟𝙚𝙚𝙩 𝙎𝙪𝙢𝙖𝙣(PREM) विश्व हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर किसान भाईयों के लिए कुछ लिखा हूँ । किसान के बच्चे हैं, किसानी करते हैं । प्रेम भाव के पथ पर खेतों में सजत
विश्व हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर किसान भाईयों के लिए कुछ लिखा हूँ । किसान के बच्चे हैं, किसानी करते हैं । प्रेम भाव के पथ पर खेतों में सजत #alonesoul
read moreHrishabh Trivedi
The Non-Family Man (भाग-1) (अनुशीर्षक में पढ़े) डिस्क्लेमर:- कहानी के सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं, इन्हें अपने ऊपर ना लें, और प्लीज़ मुझे भी इनसे ना जोड़े, जैसा कि आप लोग हर कहानी के
डिस्क्लेमर:- कहानी के सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं, इन्हें अपने ऊपर ना लें, और प्लीज़ मुझे भी इनसे ना जोड़े, जैसा कि आप लोग हर कहानी के #yourquote #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqhindi #yqquotes #hr_story #the_non_family_man
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