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Adarsh jha
कि जो मुक्कदर मे लिखा नहीं उसे पाएं तो पाएं कैसे मुस्कुराने की चाह तो हैं पर मुस्कुराएँ कैसे दिल तो टूट गया एक बार उस बेवफ़ा के प्यार में समझ में आ गया तो फिर दोहराएं कैसे adarshjha #दिल #लगाएं #कैसे
khushboo subraj tiwari
रहना है साथ हमेशा तेरे, पता नहीं कैसे बताए. समझ नहीं आ रहा कैसे समझाए, बस नहीं सुन सकते खिलाफ तेरे. सही करना है साबित तुम्हें पर, समझ नहीं आ रहा कैसे दूर जाए. क्या आप भुला दोगे हमें, कैसे पता लगाए.... कैसे पता लगाए....
charchit khandelwal
कहानी और किरदार मेरा पहला प्यार है तू मेरी कहानी में किरदार है तू, गुम है जो इस दुनिया में उस चेहरे की रोनक है तू। ४लाइनर है भाई #4लाइनर
Kadipur
फूल है गुलाब का सुगंध लीजिए आशिक हूं आपका सहेली का ना समझना ©Kadipur फॉलो करें और कमेंट में बताइए कैसे लगाएं
नागेन्द्र किशोर सिंह
कैसे नेह लगाऊं हे प्रभु जी , मन पापी ना होने दे। चाहूं तेरे पास मैं आना, पास मुझे ना आने दे। ध्यान धरूं , मंदिर भी जाऊं, पर मन भटके इधर उधर। तन रहता मंदिर में लेकिन, ध्यान है रहता इधर उधर। राह चलूं जब जब भक्ति की, राह मुझे ना चलने दे। दूर जो होता कोई तुमसे, मन भक्ति में लागे ना। राह गलत है या कि सही है, इतना भी उसे सूझे ना। जोर है रहता इसका इतना,दूर ना खुद से होने दे। कैसे कटेगा जीवन मेरा, दूर रहूंगा जो तुमसे। मेरे प्रभू जी इतना बता दो, भूल हुई है क्या मुझसे। हार गिरा अब दर पर तेरे, और मुझे ना गिरने दे। ©नागेन्द्र किशोर सिंह # कैसे नेह लगाऊं # भक्ति गीत # स्वरचित
Ashok Bairwa
""जैसे तुम आई हो"" रात के बाद सूरज ने खोली है पलकें। जैसे तुम्हारी शबनम में भीगी है अलकें।। बादल के पहलू से झाँक रही है एक सुन्दर किरण। जैसे तुम घूँघट की ओट से मुस्कुरा रही हो।। खिड़की से नरम धूप लेकर आई है एक चंचल रश्मि। जैसे तुम अपने कोमल हाथों के स्पर्श से मुझे जगाने आई हो,,,,, ~~अशोक बैरवा जैसे तुम आई हो,,
avialfaaz
कैसे दिन गुजरा कैसे रात आई कैसे जिंदगी मिली कैसे मौत आई किसको पता था कब क्या हो जाएगा पल में कैसे खुशिया मिली पलभर में ग़म की बरसात आई ✍अविनाश दुबे ©_avialfaaz_mr_ad_ कैसे दिन गुजरा कैसे रात आई कैसे जिंदगी मिली कैसे मौत आई किसको पता था कब क्या हो जाएगा पल में कैसे खुशिया मिली पलभर में ग़म की बरसात आई