Find the Latest Status about बड़भागी किसे पुकारा गया from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बड़भागी किसे पुकारा गया.
maher singaniya
मां ने पुकारा और बेटा राम हो गया... भटकती रही वो जंगलो में उसके साथ, वो कुछ नहीं... पर मां ने पुकारा और बेटा राम हो गया। वो कहेलाने को सियाराम धरती में जम गई, लक्ष्मण खून के रिश्तों का काट दिखाकर ज्यादा सगा हो गया। वो कहेलाने को सियाराम धरती में जम गई, लक्ष्मण दिखाकर खून के रिश्तो का काट ज्यादा सगा हो गया। भटकती रही वो जंगलो में उसके साथ, वो कुछ भी नहीं... पर मां ने पुकारा तो बेटा राम हो गया। वो होने के लिए सीता जंगलो में लव - कुश को पालती रही वो महलो में बेंठकर पुरुषोत्तम राम हो गया.... भटकती रही वो जंगलो में उसके साथ, वो कुछ नहीं... पर मां ने पुकारा तो बेटा राम हो गया। जनक दे कर जानकी भी कुछ न हुए... पिता के उदाहरण में दशरथ यूं ही महान हो गए। भटकती रही वो जंगलो उसके साथ, वो कुछ नहीं... पर मां ने पुकारा तो बेटा राम हो गया। जो संवेदना ना पाया संवेदना एक गर्भवती की वो देखो हिन्दुस्तान में भगवान राम हो गया। भटकती रही वो जंगलो में उसके साथ,वो कुछ नहीं... पर मां ने पुकारा और बेटा राम हो गया। ©sumitra parmar मां ने पुकारा और बेटा राम हो गया... #newday
Ky
----- पुकारा नहीं ----- यूं तो तुमने हमें ,भी पुकारा नहीं , लगता है जैसे , कोई सहारा नहीं , हम तो दुनिया से दुनिया को पा लिए , प्रेंम में लेकिन , कोई किनारा नहीं , # कवि कुमार यशास पुकारा नहीं......
Vijay Kumar उपनाम-"साखी"
किसे अपना दुःखडा में सुनाऊँ? किसके आगे हाथ मे फैलाऊँ? सबके सब यहां पे भिखारी है, किसको अब में पुकार लगाऊँ? स्वार्थी सब ही यहां नर-नारी है किस मनुष्य के पास में जाऊँ? किसे अपना दुःखडा में सुनाऊँ? किस चौखट पे पांव में बढाऊँ? जिस किसी के पास में जाता हूँ, उसके मन में ईर्ष्या-बूंदे पाता हूँ किस निश्छल जगह मे जाऊँ? जहां बस अपनापन में पाऊँ किसे अपना दुःखडा में सुनाऊँ? जो भी यहां मेरी मदद करता है वापस मदद की उम्मीद करता है किस पाक चंदन को सर लगाऊँ? जिससे में भव-पार उतर जाऊँ बालाजी,तू ही है,साखी की बाती, तेरे दीप से ही बस रोशनी पाऊँ बाकी सब जगह तम की पाऊँ तेरे दर पे में तो बड़ा सुकूँ पाऊँ बालाजी तुझसे ही में चैन पाऊँ दे बाला शक्ति की तेरे नाम से, हर शूल में खुद को महकाऊं दुनिया के स्वार्थी रिश्ते-नातों में, बस तेरा ही रिश्ता में सच्चा पाऊँ करता रहूं ताउम्र में तेरी ईबादत दे हनुमानजी तेरी ऐसी मोहब्बत तेरी ईबादत में खुद को भूल पाऊँ तेरा नाम लेते-लेते,सांसे छोड़ जाऊं दिल से विजय किसे
Vijay Kumar उपनाम-"साखी"
किसे अपना दुःख सुनाऊं? किसे अपना गम बताऊं? हर शख्स रूठा है,मुझसे, कैसे हर रिश्ता निभाऊं? लबो पे भले मेरे हंसी है, भीतर कैसे गम दबाऊं? सब यहां कहते कुछ है, सब यहां करते कुछ है कैसे हकीकत बताऊं? कैसे शीशे से धूल हटाऊँ? कैसे ?,मुखोटों के चेहरों मे, अपने चेहरे को दिखाऊं किसे आज पास बुलाऊं? हर आईना टूटा ही पाऊं किसे अपना दुःख सुनाऊं किसे अपना गम बताऊं जिसे मित्र नही भाई माना, जिसे चित्र नही सांई माना, आज उसीसे में कहराउं, हृदय जख़्म किसे बताऊ? जिसने दगा किया,उसे, क्या कहकर बुलाऊं? दगाबाज कहकर, क्यों न उसे बुलाऊं? सामने मधुकर, पीठे पीछे खंजर, इससे अच्छा तो साखी, कभी मित्र ही न बनाऊं किसे अपना दुःख सुनाऊं? किसे अपना गम बताऊं? सब चेहरे हंसते है,मुझे बिना बात रुलाते है,मुझे किस चेहरे से मन लगाऊं हर चेहरे में स्वार्थ ही पाऊं एकमात्र तू सच्चा साथी है, बालाजी तू ही दीप बाती है, बस हनुमानजी,मेरे स्वामी, तुझमे ही सब रिश्ते पाऊं तू ही माता,तू ही पिता, तू ही जीवन रचयिता, हे बजरंगबली, तुझमे ही खुद को पाऊं बाकी इस खूनी जग में, लहूं के आंसू ही पाऊं दिल से विजय किसे
Abdul azim
सूखे पत्ते, नदी का किनारा, कैसे बन गया, कोई तु हमारा, ये जाने वाले मुसाफिर जरा पलट कर तो देख ले कौन था तेरा अपना, किसने तुझे पुकारा, ©Ab motivation किसने तुझे पुकारा
sunny saini
जब मुझें फंदे से उतारा गया मुद्दत बाद मुझे पुकारा गया मैं देख रहा था उसका रोना वही जिसके हाथो मारा गया written by sunny k saini ©Audio Tales Magic ♡ Writer Sunny Saini जब मुझें फंदे से उतारा गया मुद्दत बाद मुझे पुकारा गया मैं देख रहा था उसका रोना वही जिसके हाथो मारा गया #AloneInCity