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R Kumar S
वन समीर सुवाषित, चिर स्मृति माता मेरी।मन सुमन सभी महाकायेगी, विपुल रही फुलवारी तेरी ।। ©R Kumar S आज का सुवचन
Priya Prajapati
(पुस्तक का आधार) पुस्तक ज्ञान का सार है पुस्तक जीवन का आधार है पुस्तक जीना सिखाती हमें पुस्तक ही दुनिया का प्यार है पुस्तक में ही श्री राम है पुस्तक में ही श्री भगवान है पुस्तक में ही मां का प्यार है पुस्तक में ही सारा संसार है पुस्तक ही रामायण है पुस्तक ही कुरान है पुस्तक ही महाभारत है पुस्तक ही हिंदुस्तान की शान है तुलसीदास भी है पुस्तक में मीराबाई भी है सूरदास भी है पुस्तक में लक्ष्मीबाई भी है (धन्यवाद) ©Priya Prajapati पुस्तक का आधार #BooksBestFriends
Jiten rawat
Standing near the window, I saw अग्यार है तू मेरा यार न बन, तू एक ही रह हज़ार न बन। #अग्यार = अजनबी, प्रतिद्वन्दी (गै़र का बहुवचन) #nojotoshayri #nojotolover #aloneboy #nojotowriter #jitenrawat
Tarun Vij भारतीय
हुकूको का अपने जो तलबगार हो गया मैं, हुकूमत के आगे इक गुनहगार हो गया मैं। ©Tarun Vij भारतीय हुकूक - हक का बहुवचन तलबगार - मांगने वाला #politics #farmer #farmersprotest #fightforright #autocracy #tarunvijभारतीय
Ek villain
साहित्य कला और पुस्तक प्रेमियों ने दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले का गर्मजोशी से स्वागत किया 2 वर्ष के अंतराल के बाद यह आयोजन साहित्य प्रेमियों के लिए साहित्य सर्जन पठन पाठन बड़ा अवसर है देश-विदेश से करीब एक हजार से अधिक प्रकार और दो 20 हजार पुस्तकों के माध्यम से नई पटकथा लिखी गई इस बार मेल की थीम आजादी का अमृत महोत्सव है इसके माध्यम से स्वतंत्र संग्राम में जीवन की आहुति देने वालों की व्यापक जानकारी मिलेगी ©Ek villain #scienceday दिल्ली में पुस्तक मेले का स्वागत
Tarun Vij भारतीय
हुकूको का अपने जो तलबगार हो गया मैं, हुकूमत के आगे इक गुनहगार हो गया मैं। हुकूक - हक का बहुवचन तलबगार - मांगने वाला #rights #politics #intolerance #farmer #farmersprotest #fightforright #autocracy #tarunvijभारतीय
M R Mehata(रानिसीगं )
जय माता दी खाट पर पढा रोऐगा, कोई घाट पर खढा रोएगा जीवन की यही है सच्चाई जिसने भी की बुराई लाखो की भीड़ में भी तनहा खुद को पाकर रोऐगा ©M R Mehata कटुवचन
RAGHAV YADAV
मखमल का विस्तर भी भगौना लगे। झाड़ू,पोंछा देखकर रोना लगे। नहलाना बच्चों को जिम्मेदारी हमारी है- हँसी बीबी की अब तो करोना लगे। करोना का मुक्तक