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Dr Usha Kiran
गीतिका मापनी - 221 2122 221 212 देखो बसंत आया अवतार हो गया। वसुधा सजी अनूठा संसार हो गया। तीसी विहंसती बरबस मुग्ध हो रही , सकुचा उठी मनोहर श्रृंगार हो गया। सौरभ उड़ा रही कलियाँ भी गली-गली, बगिया खिली जगत भी गुलजार हो गया। महुआ कहीं बिखेरे भीनी सुगंध है, टेसू खिला कि मन भी कचनार हो गया। पुरवा सखी सुनाती संगीत प्रीत के, मन बावरा सलोना सुकुमार हो गया। कब से बुलाती विरहन परदेश जो गया, कहती किसे बताओ क्या खार हो गया। मधुमास मन न भाए बिन प्रीत रीत के, मनमीत संग हर पल त्यौहार हो गया। ©Dr Usha Kiran #मधुमास
Ambika Mallik
कभी कभी गुमनाम हवाऐं रुह को चुम जाती है, दिल उनके तसव्वुर में हवाओं संग घूम आती है। जब महकती है केवड़े की मदमाती क्यारियाँ, बेचैन हवाऐं मन को कहाँ काबू कर पाती है। शेफालिका जब सुरभित होती कौमुदी को चूम कर, फिजाओं के कण कण में घुल कर मदन राग फैलाती है। हवाओं संग जब दूर से आती है पपीहे की तान, पी-कहाँ करता चातक को पिया की याद सताती है। मंद मंद पुरवाई मधुमास में जब उनके गली से आती है, ख्यालों में पिया को "अम्बे" बहुत करीब पाती है। अम्बिका मल्लिक ✍️✍️ ©Ambika Mallik #मधुमास
Yashpal singh gusain badal'
मधुमास लता वसन संग रति करेँ सदनानन मेँ । पियूष भरा पुष्प शोभित आनन मेँ । मदन उत्साह ,अनंग मधु विकसत तन मेँ । तरु-मरु शोभित, भ्राँति करे तूर्य सी जन मेँ । अनंग छबि भरे, परिपूर्ण मुग्ध धौर आभा । श्रंग गिरि सरि मेँ ,मन मोहित करे आभा । मारुत हिलोर दे तन्वी ,न्रत्य कटि मटकावे । भानु शशि सम लगे , पुष्प मास हर्षावे । रचना- यशपाल सिह बादल . ©Yashpal singh badal मधुमास #Flower
SATYANARAYAN PATHIK
*आ गया मधुमास* खुले सकल अन्ध-बन्ध आ गये जो तुम, क्या कहूं मेरे हृदय को भा गये जो तुम। आ गया मधुमास , जीवन पुष्प सौरभ से भरे, प्रश्न सारे मौन ऐसे, छा गये जो तुम ।। प्रश्न के उत्तर कुहक से बोलते हो ज्यों, दृष्टि पथ में भेद रस के घोलते हो ज्यों। खुल गये कपाट वन स्वतंत्र गंध गूंजते, मिलिंद वृंद मोद द्वार खोलते हो ज्यों।। मिल जाय ज्यों दीन मीन को अथाह जल, धीवरों के क्रूर काल जाल से निकल। मिल गयी खुशी कि जैसे वेदना पिघल गयी, छू हृदय के तार , अश्रु हैं गये मचल ।। ------- डा.सत्य नारायण 'पथिक' ©SATYANARAYAN PATHIK कविता मधुमास
Sunita Bishnolia
ठूंठ खड़े रहते तरुवर नव पल्लव की आस में । देख विटप की फुल्लित आभा उपवन हँसता मधुमास में।। सुनीता बिश्नोलिया ©® ©Sunita Bishnolia #वसंत #मधुमास
Lata Sharma सखी
सुनो! इस बार बसंत पंचमी पीले दिन ही पढ़ी है, अब तो ये मधुमास भी हाथ पीले कर लो कह रहा। 🤭🙈 ©सखी #मधुमास #हाथ #पीले