Find the Latest Status about मुड़ना के गीत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मुड़ना के गीत.
vidushi MISHRA
जो गली तुम तक नहीं जाती उस गली में मुड़ने का मन करता और जो तुम तक जाती है वहां यह माहौल और लोग तुम तक पहुंचने नहीं देते........ तेरा मुड़ना
SAWAN
हमेशा सीधा चलने वालों को ही मंजिल नहीं मिला करती हैं। कभी-कभी ऐसे मोड़ भी आते हैं, जहां पर मूड जाने से रास्ते आसान हो जाते है। ©SAWAN मुड़ना भी जरूरी है। #Light
CK JOHNY
बहुत हो चुका बर्बादी का रोना आज गीत आज़ादी के गायेंगे। बेरंग हो चुकी इस ज़िंदगी में आज हम तिरंगा इक रंग जायेंगे। कुर्बानी का रंग कुछ रंग अमन का हरा भरा रंग भर देंगे अपने चमन का। हर तरफ खुशियों के फूल खिल जायेंगे। बहुत हो चुका बर्बादी का रोना आज गीत आज़ादी के गायेंगे। गरीबों कुचलों के आँसू पोंचे हाथ थाम उनका कुछ सोचें। हर हाथ को काम दें पैरों पर उन्हें खड़ा करें। अपने हिंदुस्तानी होने का हक अदा करें। देखो कैसे फिर सबके दिल मिल जायेंगे। बहुत हो चुका बर्बादी का रोना आज गीत आज़ादी के गायेंगे। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ 15.08.2020 आज़ादी के गीत
Harish
मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। कभी टूटी आसों में, धुंधलाती विश्वासों में, नवजीवन की अहसास जगाऊं। मन होता है आज, एक गीत गुनगुनाऊं। कुछ रिश्तों की गांठों को, दिल में आयी बांटो को फ़िर से एक बार सुलझाऊं, मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। कुछ अधूरी लकीरों को, द्वार पर खड़े फकीरों को, उनके मंज़िल तक पहुचाऊं। मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। उन हाथों की छुअन को, ममता की तपन को, फ़िर एक बार अपने पास लाऊं। मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। अतीत में दबे गहरे, व्यतीत हुए बहुत ही सुनहरे, उन खूबसूरत पन्नों को फ़िर आज वापस पाऊं। मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। अतीत के गीत
vineet kumar yadav
हृदय के गीत आओ ‘हृदय’ चलो अब चलकर लेते हैं सन्यास यहाँ मार समय की पड़ी एक सी, पर्ण कुटी रजवाड़ो पर दशरथ जैसे राजा तड़पे, खुद की गली किवाड़ों पर राजतिलक होना होता है, हो जाता वनवास यहाँ आओ ‘हृदय’ चलो अब चलकर लेते हैं........1 प्रेम भरी इस दुनियाँ में भी प्रेम पियासा रह जाता राधा तो फिर भी जी लेती, कान्हा आधा रह जाता प्रेम वियोगन मीरा का भी हो जाता उपहास यहाँ आओ ‘हृदय’ चलो अब चलकर लेते हैं......2 तुमको प्रेम किया मीरा ने, राजपाट को खोकर तुमने प्रेम किया राधा को, रहे रुक्मिणी लेकर हाल तुम्हारा ऐसा कान्हा, मेरी कौन बिसात यहाँ आओ ‘हृदय’ चलो अब चलकर...........3 हृदय के गीत
B.L Parihar
मैं बच्चों के कुछ गीत सुनाता हूँ उसको...! उल्लास भरी वह मेरे संग-संग गाती है.......!! #बच्चों के गीत