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AKASH KUSHWAHA

😒😔👩‍❤️‍👨😭🥺 
 हमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहले, 
 न थी दुश्मनी किसी से तेरी दोस्ती से पहले, 
 है ये मेरी बदनसीबी     तेरा क्या कुसूर इसमें, 
 तेरे ग़म ने मार डाला मुझे ज़िन्दग़ी से पहले। 
 😒😔👩‍❤️‍👨😭🥺

©AKASH KUSHWAHA ना ही कोई गम था,

ना ही कोई गम था, #ज़िन्दगी

5 Love

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Sachin Pandit

#हर #खुशी में #शामिल तेरा #गम था

33 Views

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Aradhana verma

कौन सा गम था अंदाजा ना था

#IshqUnlimited

कौन सा गम था अंदाजा ना था #IshqUnlimited #Love

245 Views

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Sudam katela

हमें अपनों ने लुटा गैयरोमें कहॉ गम था शायरी अजय देवगन

हमें अपनों ने लुटा गैयरोमें कहॉ गम था शायरी अजय देवगन

37 Views

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chandan

न खुशी न कोई गम था
जैसे लगा 
जिन्दगी का आखरी कदम था।


,

©chandan #friends न खुशी न कोई गम था
जैसे लगा 
जिन्दगी का आखरी कदम था।

#friends न खुशी न कोई गम था जैसे लगा जिन्दगी का आखरी कदम था। #विचार

11 Love

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SANJU MEENA

अब तो मेरी आँख में एक अश्क भी नहीं ।
पहले की बात और थी गम था नया नया ।।

अब तो मेरी आँख में एक अश्क भी नहीं । पहले की बात और थी गम था नया नया ।। #शायरी

46 Views

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Raja Jangid

 तेरी हर खुशियों में मेरा एक एक गम था जो कि मैने अपने सीने से निकल कर दिया पर मुकम्मल था ये दिल जो कि माँ के अचल को भूल गया

तेरी हर खुशियों में मेरा एक एक गम था जो कि मैने अपने सीने से निकल कर दिया पर मुकम्मल था ये दिल जो कि माँ के अचल को भूल गया #शायरी #nojotophoto

5 Love

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सोमेश त्रिवेदी

तुम ख़्वाब की
 ताबीर सी,
मैं वो सपना
 जो टूट गया,
मैंने मुस्कुराना 
सीख लिया,
जो गम था, 
पीछे छूट गया।
-सोमेश त्रिवेदी #NojotoQuote तुम ख़्वाब की
 ताबीर सी,
मैं वो सपना
 जो टूट गया,
मैंने मुस्कुराना 
सीख लिया,
जो गम था, 
पीछे छूट गया।

तुम ख़्वाब की ताबीर सी, मैं वो सपना जो टूट गया, मैंने मुस्कुराना सीख लिया, जो गम था, पीछे छूट गया।

6 Love

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✍ अमितेश निषाद

#OpenPoetry सच कहूँ तो तुम्हे हर जनम में लिखूंगा
ये मत समझना  कुछ बुरा लिखूँगा

वो तो गम था इक पल जुदाई का
गर खतम हो गयी स्याही फिर  लघु से लिखूँगा

                          ✍️ अमितेश निषाद (सुमीत) सच कहूँ तो तुम्हे हर जनम में लिखूंगा
ये मत समझना  कुछ बुरा लिखूँगा

वो तो गम था इक पल जुदाई का
गर खतम हो गयी स्याही फिर  लघु से लिखूँगा

सच कहूँ तो तुम्हे हर जनम में लिखूंगा ये मत समझना कुछ बुरा लिखूँगा वो तो गम था इक पल जुदाई का गर खतम हो गयी स्याही फिर लघु से लिखूँगा #Quote #OpenPoetry

22 Love

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Vipul Agrawal Bijnor

जिंदगी में कल गम था तो
खुशी आज भी है।
तेरी कमी कल भी थी, 
और आज भी हैं।
बस वक्त के साथ चलना पड़ता हैं।
नही तो जीवन में दुःखी कल भी थे,
कुछ आज भी हैं।

©Vipul Agrawal Bijnor
  जिंदगी में कल गम था तो
खुशी आज भी है।
तेरी कमी कल भी थी, 
और आज भी हैं।
बस वक्त के साथ चलना पड़ता हैं।
नही तो जीवन में दुःखी कल भी थे,
कुछ आ

जिंदगी में कल गम था तो खुशी आज भी है। तेरी कमी कल भी थी, और आज भी हैं। बस वक्त के साथ चलना पड़ता हैं। नही तो जीवन में दुःखी कल भी थे, कुछ आ #ज़िन्दगी

227 Views

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Vipul Agrawal Bijnor

जिंदगी में कल गम था तो
खुशी आज भी है।
तेरी कमी कल भी थी, 
और आज भी हैं।
बस वक्त के साथ चलना पड़ता हैं।
नही तो जीवन में दुःखी कल भी थे,
कुछ आज भी हैं।

©Vipul Agrawal Bijnor #CoupleGoals जिंदगी में कल गम था तो
खुशी आज भी है।
तेरी कमी कल भी थी, 
और आज भी हैं।
बस वक्त के साथ चलना पड़ता हैं।
नही तो जीवन में दुःखी कल

#CoupleGoals जिंदगी में कल गम था तो खुशी आज भी है। तेरी कमी कल भी थी, और आज भी हैं। बस वक्त के साथ चलना पड़ता हैं। नही तो जीवन में दुःखी कल #ज़िन्दगी

17 Love

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diaryreena

जिसमे ना कोई जिम्मेदारी थी
      ना खोना था, ना पाना था      
     ना किसी बात का गम था , 
ना कोई दर्द पुराना था
      सिर्फ थी  ढेर सारी खुशियां
 ओ कोई और नहीं मेरा 
     बिता बचपन था।।

Reena.@ #मेरा 
#बचपन 
#Nojoto 
  जिसमे ना कोई जिम्मेदारी थी
                    ना खोना था, ना पाना था      
                  ना गम था , ना कोई दर्

#मेरा #बचपन जिसमे ना कोई जिम्मेदारी थी ना खोना था, ना पाना था ना गम था , ना कोई दर्

88 Love

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Amit Bidlan

कुछ तो बात थी जब तू मेरे साथ थी ना गम था मुझे किसी बात का"लगता था जैसे पुरी दुनिया मेरे पास थी तेरे जाने के बाद दुनिया मेरी विरान हो गई"क् #AmitBidlan

कुछ तो बात थी जब तू मेरे साथ थी ना गम था मुझे किसी बात का"लगता था जैसे पुरी दुनिया मेरे पास थी तेरे जाने के बाद दुनिया मेरी विरान हो गई"क् #AmitBidlan

undefined Views

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Shiva Ji Sen Gold

१२२//१२२//१२२//१२
मुझें तो अकेले बुलाया सनम
मगर बाद में तू न आया सनम___१

खबर न लगें वालिद को तुम्हारे
यहीं सोचकर खत जलाया सनम___२

नहीं सुन रहा हाल कोई मेरा
हमनें आइने को बताया सनम___३

सजा ये मिला है मुझे इश्क़ का
हंसी उम्र भर का गवाया सनम___४

बहुत रंज गम था मुझे रात भर
जुदाई ने तेरे रुलाया सनम___५

न जानें फफक कर क्यूं रोंने लगा
तुझें जब गलें से लगाया सनम___६

©Shiva Ji Sen Gold ©एक #मतला® चंद #शेर

मुझें तो अकेले बुलाया सनम
मगर बाद में तू न आया सनम___१
खबर न लगें वालिद को तुम्हारे
यहीं सोचकर खत जलाया सनम___२
नहीं सु

©एक मतला® चंद #शेर मुझें तो अकेले बुलाया सनम मगर बाद में तू न आया सनम___१ खबर न लगें वालिद को तुम्हारे यहीं सोचकर खत जलाया सनम___२ नहीं सु #sunkissed

11 Love

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Kavi KabirazChetan Gujjar

सुकून है दिल है, तू है ज़िंदगी।
जन्नत का एहसास होने लगा।।

तुझको पाके जमीं पर खुदा मिल गया,
मैं था क्या और क्या से क्या हो गया।।

मोत्त आजाये अब कोई शिखवा नही,
मकसद जीने का अब खत्म हो गया।।

सिलसिला चाहतो का चलता रहे,
एक मुक्कदर था,पूरा मेरा हो गया।।

जो भी गम था मेरा, जिस्म  से अब परे,
अपना था जो मेरा, वो ग़ैरत हो गया।।

मैंने  पहरों गुज़ारें तेरी याद में,
तब कबिराज़ जरूरत तेरी हो गया ।।
  #कबिराज़

 सुकून है दिल है, तू है ज़िंदगी।
जन्नत का एहसास होने लगा।।

तुझको पाके जमीं पर खुदा मिल गया,
मैं था क्या और क्या से क्या हो गया।।

मोत्त आजाये

सुकून है दिल है, तू है ज़िंदगी। जन्नत का एहसास होने लगा।। तुझको पाके जमीं पर खुदा मिल गया, मैं था क्या और क्या से क्या हो गया।। मोत्त आजाये #Poetry #कबिराज़

2 Love

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Shivam Agrahari

बड़ा  लम्बा  सफर  था  शहर  का  तुम्हारे
जब मालूम हुआ, ये ख़यालात अखिरी थी

बड़ा बेबस  होके  लौटा  था,  उस  दिन मै
जब मालूम हुआ,ये मुलाक़ात आखिरी थी

बेवफाई से ज्यादा मुझे बिछड़ने का गम था
जब मालूम हुआ, ये वारदात  आखिरी  थी

तुम्हारी ख़ुशी में भी, सरीक  न हो  पाया  मै
जब मालूम हुआ,  ये फरहात  आखिरी  थी

आधी रात बीजी हो,ये पूछकर पछतावा हुआ
जब मालूम हुआ, ये तहकीकात आखिरी थी

©Shivam Agrahari (Barfi) बड़ा  लम्बा  सफर  था  शहर  का  तुम्हारे
जब मालूम हुआ, ये ख़यालात अखिरी थी

बड़ा बेबस  होके  लौटा  था,  उस  दिन मै
जब मालूम हुआ,ये मुलाक़ात आखिरी

बड़ा लम्बा सफर था शहर का तुम्हारे जब मालूम हुआ, ये ख़यालात अखिरी थी बड़ा बेबस होके लौटा था, उस दिन मै जब मालूम हुआ,ये मुलाक़ात आखिरी #poem #Morningvibes #lovebarfiladdu #shivamagrahari #writingoftales #शिवम्अग्रहरि

13 Love

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Shiva Ji Sen Gold

©एक #मतला® चंद #शेर

मुझें तो अकेले बुलाया सनम
मगर बाद में तू न आया सनम___१
खबर न लगें वालिद को तुम्हारे
यहीं सोचकर खत जलाया सनम___२
नहीं सु

©एक मतला® चंद #शेर मुझें तो अकेले बुलाया सनम मगर बाद में तू न आया सनम___१ खबर न लगें वालिद को तुम्हारे यहीं सोचकर खत जलाया सनम___२ नहीं सु #lovebeat

335 Views

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Poonam Singh

भारत मेरा नम था 
आंखों से बहता गम था, 

मंजर था वो कैसा
जैसे रक्त समन्दर जैसा, 

मन  ठना था ऐसे
पर्वत कहीं खड़ा हो जैसे,

जुबां खामोश खंडहर बना 
दिल में खून उबलता रहा 

वक़्त का था वो बवंडर 
या साजिशों का था वो खंजर, 

जिसमें खोये कितने लाल
जमीं बनी खून की धार, 

आघात शूरवीरों पे नहीं 
आघात भारत के सीने पे हुआ, 

आज भी आंखों में है वही दृश्य 
आज भी मन है स्तब्ध
आज भी मन है निःशब्द

जय हिंद 
श्रद्धांजलि भारत मेरा नम था 
आंखों से बहता गम था, 

मंजर था वो कैसा
जैसे रक्त समन्दर जैसा, 

मन  ठना था ऐसे
पर्वत कहीं खड़ा हो जैसे,

भारत मेरा नम था आंखों से बहता गम था, मंजर था वो कैसा जैसे रक्त समन्दर जैसा, मन ठना था ऐसे पर्वत कहीं खड़ा हो जैसे,

39 Love

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Thakur Sai Ankur

"जलियांवाला बाग हत्याकांड"
(Part-1)
उस रोज बहुत गोलियां चली हमारे सीने पर।
हाथ-पैरों को बांधकर, बंदिशें लगी थी जीने पर।।

रक्त पात, गोली का शोर, बस चारों पसरा गम था।
पत्नी के कंधे लाश पति की, जड़-चेतन में मातम था।।

इंक़लाब का ऊँचा स्वर, इस घटना पर भी दबा नहीं।
भारत माँ का जयकारा, अंग्रेजी बंदूकों से डरा नहीं।।

लाशें बच्चे और बूढ़ों की, टूटे सपनों सी बिखरी थीं।
आज़ादी की बलिवेदी, पर आज खून की बूँदें उभरी थी।। "जलियांवाला बाग हत्याकांड"
(Part-1)
उस रोज बहुत गोलियां चली हमारे सीने पर।
हाथ-पैरों को बांधकर, बंदिशें लगी थी जीने पर।।

रक्त पात, गोली का

"जलियांवाला बाग हत्याकांड" (Part-1) उस रोज बहुत गोलियां चली हमारे सीने पर। हाथ-पैरों को बांधकर, बंदिशें लगी थी जीने पर।। रक्त पात, गोली का #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqdada #VandeMatram #yqquotes #jaliyanwalabaagh #SaiAnkur

0 Love

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Sonu Goyal

कुछ चाँद से हम भी अकेले थे
जाने किस रात में निकले थे
तुम बनकर आए चंद सितारे मेरे आसमान में
फिर हम कैसे अकेले थे

जाने कैसा मौसम था जाने कैसी रात थी
कुछ बौछारों वाली तो कुछ हल्की बरसात थी
दूर कहीं पर कुछ दुःख के ढेरे थे
वहीं किसी कोने में चल रहे खुश के मेले थे

अपने अस्तित्व को मिटाकर तुमने साथ निभाया मेरा
थाम कर मेरे ढलते उजाले को साथी बताया मेरा
क्या कम था क्या गम था अब मुझको कुछ भी याद नहीं
तेरे होने से चमक रही हुं अब तेरे सिवा कोई साथ नहीं

©Sonu Goyal
  #sa_thi_ya 

कुछ चाँद से हम भी अकेले थे
जाने किस रात में निकले थे
तुम बनकर आए चंद सितारे मेरे आसमान में
फिर हम कैसे अकेले थे

जाने कैसा मौसम

#sa_thi_ya कुछ चाँद से हम भी अकेले थे जाने किस रात में निकले थे तुम बनकर आए चंद सितारे मेरे आसमान में फिर हम कैसे अकेले थे जाने कैसा मौसम #Love

2,747 Views

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vishwadeepak

बचपन का कैसा रंग था,
यारों का कैसा संग था,
रहते थे अपनी धुन में,
न किसी बात का गम था,
सोचों तो कितना कम था,
उस समय में कितना दम था,

स्कूल टीचर की डांट का,
न डर था किसी बात का,
कपड़ों का न कोई फ़ैशन,
बलों का था बस इम्प्रेशन,
वो खेल रात और दिन के,
मस्ती का आलम हरदम था,
सोचों तो कितना कम था,
उस समय में कितना दम था,

यारों संग होती होली,
और होती यारों संग दिवाली,
मिलकर हम करते थे, अपनी रात निराली,
बचपन का ऐसा रंग था,
यारों का ऐसा संग था,
सोचों तो कितना कम था,
उस समय में कितना दम था....

©Deepak Chaurasia #बचपन का कैसा रंग था,
यारों का कैसा संग था,
रहते थे अपनी धुन में,
न किसी बात का गम था,
सोचों तो कितना कम था,
उस समय में कितना दम था,

स्कूल

#बचपन का कैसा रंग था, यारों का कैसा संग था, रहते थे अपनी धुन में, न किसी बात का गम था, सोचों तो कितना कम था, उस समय में कितना दम था, स्कूल #कविता #FriendshipDay

8 Love

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Shubham Anand Manmeet

जो हारकर भी जीत गया हो
दुश्मन की छाती चीर गया हो
हल्दीघाटी का वो रण था
जिसमें महाराणा के हाथ
गौरवशाली भारत की मर्यादा
और आन का ध्वज था।
हुआ संग्राम इतना भीषण था
हाथों में तलवारें और आंखों मे
दिख रहा तेज था।।
अकबर के बाहों में कहा इतना बल था
तड़प रही सांसों का कहां उसे गम था।।
हुए हताहत दोनों ओर
फिर भी महाराणा में इतना दम था
लड़ाई स्वाभिमान और धर्म की
विजय के सिवा चाहिए कहां कुछ और था
रहे जंगलों में और खाई घास की रोटियां
फिर भी महाराणा को गुलामी मंजूर कहां
सर कटे और धड़ लड़े है ऐसे वीर जहां

©Shubham Anand Manmeet जो हारकर भी जीत गया हो
दुश्मन की छाती चीर गया हो
हल्दीघाटी का वो रण था
जिसमें महाराणा के हाथ
गौरवशाली भारत की मर्यादा
और आन का ध्वज था।
हुआ

जो हारकर भी जीत गया हो दुश्मन की छाती चीर गया हो हल्दीघाटी का वो रण था जिसमें महाराणा के हाथ गौरवशाली भारत की मर्यादा और आन का ध्वज था। हुआ #MaharanPratapJayanti

8 Love

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Kumar.vikash18

मीलों चलने के बाद भी जब रोशनी मुझे
कहीं नजर नहीं आई ,
सोचा बैठ लूँ थोड़ा थक गया हूँ इन
अँधेरों में चलते चलते !

न तो साया ही साथ था मेरे न कोई
रास्ता दिखाने वाला ,
जंगल में था या शहर में अँधेरों में कुछ
समझ में भी नहीं आने वाला !

फिर भी एक मुस्कान थी चेहरे में और मैं
चला ही जा रहा था ,
न मुझे उस रोशनी की फिकर थी न इन
अँधेरों का गम था !

क्यों की इन अँधेरों में चलते चलते अब
मैं इतना समझ चुका था ,
यही जिन्दगी है यहाँ रोशनी सबके
नसीब में नहीं होती !

कुछ जीते हैं ताउम्र रोशनी में अँधेरों की
उन्हे फिकर नहीं होती ,
और कुछ के नसीब में यहाँ अँधेरों में ही
मौत लिखी होती ! मीलों चलने के बाद भी जब रोशनी मुझे
कहीं नजर नहीं आई ,
सोचा बैठ लूँ थोड़ा थक गया हूँ इन
अँधेरों में चलते चलते !

न तो साया ही साथ था मेरे न को

मीलों चलने के बाद भी जब रोशनी मुझे कहीं नजर नहीं आई , सोचा बैठ लूँ थोड़ा थक गया हूँ इन अँधेरों में चलते चलते ! न तो साया ही साथ था मेरे न को

15 Love

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Dr. Dileep yadav

वो मुझे मेहंदी लगे हाथ दिखाकर रोयी
मैं किसी और की हूँ,बस इतना बता कर रोयीं
शायद उम्र भर की जुदाई का ख्याल आया था उसे
वो मुझे पास अपने बिठाकर रोयीं,
दुःख का एहसास दिला कर रोयीं
कभी कहती थी मैं न जी पाऊँगी बिन तुम्हारे
और आज ये बात दोहरा कर रोयीं
मुझ से ज्यादा बिछुड़ने का गम था उसे
वक्त-ए-रुक्शांत,वो मुझे सीने से लगा कर रोयीं
मैं बेकसूर हूँ, कुदरत का फैसला हो ये
लिपट कर मुझसे बस वो इतना बता कर रोयीं
मुझ पर दुःख का पहाड़ एक और टुटा
जब वो मेरे सामने मेरे ख़त जलाकर रोयीं
मेरी नफरत और अदावत पिघल गयी एक पल में
वो बेवफा है तो, क्यों मुझे रुलाकर रोयीं ?
सब गिले-शिकवे मेरे एक पल में बदल गए
झील सी आँखों में जब आंसू सजाकर रोयीं
कैसे उसकी मोहब्बत पर शक करे ये दोस्तों
भरी महफ़िल में वो मुझे गले लगा कर रोयीं !! #expectation वो मुझे मेहंदी लगे हाथ दिखाकर रोयी
मैं किसी और की हूँ,बस इतना बता कर रोयीं
शायद उम्र भर की जुदाई का ख्याल आया था उसे
वो मुझे पा

#expectation वो मुझे मेहंदी लगे हाथ दिखाकर रोयी मैं किसी और की हूँ,बस इतना बता कर रोयीं शायद उम्र भर की जुदाई का ख्याल आया था उसे वो मुझे पा #poem

9 Love

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Rishi K

भूलता ही नहीं कभी ये मन उन बचपन की यादों को 
वो वक़्त था जब हम भी कभी मासूम हुआ करते थे 
दिल की सारी बाते जबान पे हुआ करती थी
ना कोई छल था ना कोई दोष, 
वो वक्त  था जब हम भी कभी बिना किसी बोझ के घुमा करते थे,
परेशानी सिर्फ किताबे दिया करती थी
ना कोई दबाव था ना कोई चिंता, 
वो वक़्त था जब हम खुल के मुस्कुराया करते थे
दुख सिर्फ अंधेरा दिया कर्ता था
ना कोई गम था ना कोई ज़िम्मेदारी, 
वो वक़्त था जब हम भी शरारत किया करते थे 
रुलाता तो सिर्फ सुबह विद्यालय का बजता घंटा था
ना कोई दुश्मन था ना कोई राज़, 
जब से छूटा है उस बचपन का साथ
तब से मानो जैसे ज़िन्दगी हो गयी बेईमान
ना वो मासूमियत रही ना वो सादगी 
ना वो मुस्कुराहट रही ना वो शरारतें
ना जाने कब हमारा खेल बदला छल मे
ओर हम दबे पैसे कमाने के हल मे
आज भी लड़कपन को याद करके कभी हंस लेते है 
वर्ना ज़िन्दगी ने तो रोना भी भुला दिया
कैसे भूले हम उस मासूम से पलों को 
भूलता ही नहीं कभी ये मन उन बचपन की यादों को!! 
 भूलता ही नहीं कभी ये मन उन बचपन की यादों को 
वो वक़्त था जब हम भी कभी मासूम हुआ करते थे 
दिल की सारी बाते जबान पे हुआ करती थी
ना कोई छल था न

भूलता ही नहीं कभी ये मन उन बचपन की यादों को वो वक़्त था जब हम भी कभी मासूम हुआ करते थे दिल की सारी बाते जबान पे हुआ करती थी ना कोई छल था न #Hindi #yqbaba #Collab #yqdidi #yqtales #YourQuoteAndMine #भूलताहीनहीं #authorofyq

0 Love

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Lk

 #कैसे #गुजरेंगे #ए #लम्हे #तेरे #बिन 
उन लम्हों की ये बात है।
जब तू हर पल मेरे साथ है
क्या आलम था उस लम्हे का
मस्ती हर पल छाई हुई थी।
मयूशिय

#कैसे #गुजरेंगे #ए #लम्हे #तेरे #बिन उन लम्हों की ये बात है। जब तू हर पल मेरे साथ है क्या आलम था उस लम्हे का मस्ती हर पल छाई हुई थी। मयूशिय #बिनकैसे

5 Love

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vinni.शायर

गम तो था ही
एक तेरा जाना भी कुछ 
ठीक नही लगा मुझे..

©vinni.शायर
  गम तो था ही.
#gum

गम तो था ही. #Gum #शायरी

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Pramod Bhujbal

गम जरुर था.... #NojotoVoice #4liner #waitingforsomeone

गम जरुर था.... Voice #4liner #waitingforSomeone #Nojotovoice

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