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{¶पारसमणी¶}
ज़ेहन ने कुछ सोचा,तो इक बात लिखते है', गुज़रे दिनों के चंद लम्हात लिखते है',!! सब ही की तरह शायद तुमने अल्फ़ाज़ ही पढ़े होंगे', वरना हम हर बात में जज़्बात ही लिखते है',!! ज़िंदगी, ख़ुशी, हँसी सब एक ही लब्ज़ में है, "माँ" को देख, सारी कायनात लिखते है..❤️',!! ™¶§šB¶शु§भ¶ ज़ेहन ने कुछ सोचा,तो इक बात लिखते है', गुज़रे दिनों के चंद लम्हात लिखते है',!! सब ही की तरह शायद तुमने अल्फ़ाज़ ही पढ़े होंगे', वरना हम
चाँदनी
Read in caption ©chandni मुझे बहुत लोग बोले आपकी शायरी कहीं और भी पढ़ी है....मेरा जबाब यही होता है हाँ मैं बहुत सारे sites पर शायरी डालती हू पढ़े होंगे.... ये जो शाय
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} जानिए गणेश जी का असली मस्तक कटने के बाद कहां गया :- भगवान गणेश गजमुख, गजानन के नाम से जाने जाते हैं, क्योंकि उनका मुख गज यानी हाथी का है। भगवान गणेश का यह स्वरूप विलक्षण और बड़ा ही मंगलकारी है। आपने भी श्रीगणेश के गजानन बनने से जुड़े पौराणिक प्रसंग सुने-पढ़े होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं या विचार किया है कि गणेश का मस्तक कटने के बाद उसके स्थान पर गजमुख तो लगा, लेकिन उनका असली मस्तक कहां गया? जानिए, उन प्रसंगों में ही उजागर यह रोचक बात – श्री गणेश के जन्म के सम्बन्ध में दो पौराणिक मान्यता है। प्रथम मान्यता के अनुसार जब माता पार्वती ने श्रीगणेश को जन्म दिया, तब इन्द्र, चन्द्र सहित सारे देवी-देवता उनके दर्शन की इच्छा से उपस्थित हुए। इसी दौरान शनिदेव भी वहां आए, जो श्रापित थे कि उनकी क्रूर दृष्टि जहां भी पड़ेगी, वहां हानि होगी। इसलिए जैसे ही शनि देव की दृष्टि गणेश पर पड़ी और दृष्टिपात होते ही श्रीगणेश का मस्तक अलग होकर चन्द्रमण्डल में चला गया। इसी तरह दूसरे प्रसंग के मुताबिक माता पार्वती ने अपने तन के मैल से श्रीगणेश का स्वरूप तैयार किया और स्नान होने तक गणेश को द्वार पर पहरा देकर किसी को भी अंदर प्रवेश से रोकने का आदेश दिया। इसी दौरान वहां आए भगवान शंकर को जब श्रीगणेश ने अंदर जाने से रोका, तो अनजाने में भगवान शंकर ने श्रीगणेश का मस्तक काट दिया, जो चन्द्र लोक में चला गया। बाद में भगवान शंकर ने रुष्ट पार्वती को मनाने के लिए कटे मस्तक के स्थान पर गजमुख या हाथी का मस्तक जोड़ा। ऐसी मान्यता है कि श्रीगणेश का असल मस्तक चन्द्रमण्डल में है, इसी आस्था से भी धर्म परंपराओं में संकट चतुर्थी तिथि पर चन्द्रदर्शन व अर्घ्य देकर श्रीगणेश की उपासना व भक्ति द्वारा संकटनाश व मंगल कामना की जाती है। ©N S Yadav GoldMine {Bolo Ji Radhey Radhey} जानिए गणेश जी का असली मस्तक कटने के बाद कहां गया :- भगवान गणेश गजमुख, गजानन के नाम से जाने जाते हैं, क्योंकि उनका मु
Sachin Kukade
कितना पढू पढते पढते पागल ना हो जाऊ
Ayush kumar gautam
हम तो पढ़ने के आदी हो गये हैं अब किताबों से दिल नहीं भरता हमने लोगों की नजरें पढ़ना शुरु कर दिया है बहुत थक चुके थे तकलीफों से भागते भागते अब हमने तबियत से लड़ना शुरू कर दिया है आयुष कुमार गौतम हम आदी हो पढ़ने के...................
Mahesh Nehara
अगर कुछ चाहिए, तो मत कर रख हिम्मत और फैसला कर पंख नहीं तो हौसलों से उड़ान भर ©Mahesh Nehara सफल होना चाहते हो तो इसे जरूर पढ़े #yogaday
Saud Ansari
सुना है बहुत पढ़े लिखे हो तुम #कभी_वो_भी_पढ़ो_जो_हम_कह_नही_पाते 😍. S. A... सुना है बहुत पढ़े लिखे हो तुम #कभी_वो_भी_पढ़ो_जो_हम_कह_नही_पाते 😍