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Vaishali Kahale
अjit kharwar kunal
माना कि किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही पर ये सच है कि मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही उसके दिल में उसकी यादो मे कोई और है लेकिन मेरी हर सॉस में उसके सिवा कोई और नहीं....... ✍️अjit kharwar माना कि किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही पर ये सच है कि मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही उसके दिल में उसकी यादो मे कोई और है लेकिन मेरी हर सॉस में उसके सिवा
yogesh atmaram ambawale
कुरमुरे घेतले खुप सारे त्यात टाकली थोडी सेव कांदा चिरलेला बारीक नि त्यात बारीक मिरच्यांची ही ठेव. चण्याची डाळी,शेंगदाणे नि टोमॅटो ही त्यात घेतले. दिसण्या सुंदर वरून कोथिंबीर ही टाकले. पापडी चा चुरा नि चटणी घेऊन छान त्यास हलविले, बनत असताना ही चटकदार भेळ, अगोदरच तोंडाला पाणी सुटले. भेळ #collabratingwithyourquoteandmine #yqtaai #snacks #भेळ #खानपान #collab कुरमुरे घेतले खुप सारे त्यात टाकली थोडी सेव कांदा चिरलेला बारीक
Diversity channel
BURGER RECIPE (Read caption) 😂😂 Burger recipe🍔 सामग्री- पाव, आलू, अरारोट,मक्खन, प्याज, टमाटर, म्योनीज, टमैटो सॉस, नमक, मिर्च... बनाने की विधि- सर्वप्रथम हम आलू को उबाले
Hindi News
https://hindinewsu.com/2020/03/23/how-to-make-honey-chilli-potatoes-in-hindi-language/ शहद मिर्च आलू (Honey Chilli Potatoes) हर भारतीय घर
Kh_Nazim
फ़ौजी और ख़त चिठ्ठी ये कागज नही अरमान है शब्द नही इसमें प्यार है अपनों को याद करने का मुकाम है, यह चिठ्ठी नही परिवार है एक फौजी के लिए संसार है रहा वर्ष भर वो अकेला इसके शब्दो से बाधाता सॉस का ढेल, कागज नही यह परिवार का प्यार है चिता वर्दी पहनके आम आदमी नही वीर जवान है यह चिठी नही उसकी तरक्की का फरमान है चिठ्ठी....... नही यह!! अपनों को अपनों के लिए भेजा गया ग़मगीन फरमान है। ये चिठ्ठी नही बस चिठ्ठी नही!!! चिठ्ठी ये कागज नही अरमान है शब्द नही इसमें प्यार है अपनों को याद करने का मुकाम है, यह चिठ्ठी नही परिवार है एक फौजी के लिए
Ashutosh jain
पिंक सॉस पास्ता और रेड वेलवेट आइसक्रीम हम तुम मिले थे उस तरह टूटता तारा मिलता है धरती से जिस तरह .... तुम्हे पता है उस दिन आधी रात को जब मुझे पता चला था तुम मेरे शहर आने वाली हो... कितनी खुशनुमा गुजरी थी वो रात जानती हो मैं उस दिन पूरी रात सोया ही नहीं ...ना जाने बस आसमान में टिमटिमाते तारे और बनते बिगड़ते बादलों को देखता रहा ...जब सुबह हुई बड़ी मुश्किल से तो तैयार हुआ समझ ही नही आ रहा था क्या पहनूं...जैसे जैसे हमारे मिलने का समय करीब आ रहा था वैसे वैसे दिल की धड़कने बढ़ती जा रही थी...दोपहर में 12 बजे के आस पास जब मैं अपनी लाल परी ( मेरी बाइक ) लेकर तुम्हारे भाई के घर के बाहर पहुंचकर तो ना जाने कितनी बातें जो तुमसे की थी मन में उमड़ घुमड़ रही थी..जब तुम बाहर आई और बाइक पर बैठ गई ऐसा लगा जैसे मैं कोई सपना देख रहा हूं ..थोड़ी झिझक के साथ मैंने पूंछा कि कहां चले?? तुमने कितनी आसानी से कह दिया जहां तुम्हारा मन करे कहीं भी चलो ...किसी कैफे में चलें? बहुत धूप थी उस दिन...कैफे पहुंचते पहुंचते तुम पसीने से पूरी तरह भीग चुकी थी...तुम्हारे माथे पर पसीने की बूंदे ऐसी लग रही थी मानो जैसे बारिश के मौसम में पत्तों से टपकती बूंदे.. तुम्हे पता है जब तुम कैफे का मेनू देख रही थी ना...उस समय मैने तुम्हे ठीक से देखा उस दिन तुमने हल्के गुलाबी रंग का टॉप और नीले रंग का जींस पहना हुआ था ...खुले हुए बाल जो तुम्हारे कंधे से आगे की तरफ बिखरे हुए थे उनमें जो गोवा में ऊन से बनवाई गई रंगबिरंगी चोटी थी उसने जैसे तुम्हारे रूप को और सुंदर बना दिया था ..तुमने कितने प्यार से पूंछा था कि आपको चाय पसंद नही है ?? मै संकोच में था कि हां कहूं या ना...फिर हमने पिंक सॉस पास्ता ,रेड वेलवेट आइसक्रीम और कोल्ड काफी मंगवाई ...2 घंटे कब बीत गए पता ही नही चला .. उसके बाद हम लोग कैफे के बाहर थोड़ा टहलने निकल आए थे..कहना तो बहुत कुछ था तुमसे लेकिन शब्द ही नहीं मिल रहे थे...तुम भी शांत थी लेकिन एक खामोशी थी जो हमारे बीच बातें कर रही थी..उस दिन लगभग हैं आधा शहर हमने बाइक पर ही घूम लिया था....वो शाम शाम नही एक याद बनने वाली थी ..तुम शाम को बस से अपने घर जाने वाली थी ...सच बताऊं तो यह सुनकर मेरा मन बहुत उदास हो गया था .. जी चाहता था तुम्हे थोड़ा वक्त और अपने पास रोक लूं थोड़ा और वक्त हुएहम साथ बिता लें एक दूसरे को समझे ....लेकिन तुम्हारी बस का समय होने वाला था ....जाते जाते तुमने कहा था ..माफ करना आशु हम शायद कभी एक नही हो पाएंगे ...तुम्हे जाते देख में आँखें भर आई थी...लेकिन मैं तुम्हारी दुविधा समझ सकता था इसीलिए मैंने कुछ कह नहीं सका ...लेकिन आज एक बात कहना चाहता हूं...तुम जहां भी रही खुश रहना ... क्यूं कि तुम्हे खुश देखकर हम भी मुस्कुरा दिया करते हैं...प्रकृति चाहेगी तो हम फिर कभी ऐसे ही मिलेंगे किसी कैफे में और हां इस बार तुम्हारी पसंद की चाय जरूर पियेंगे ... तुम्हारा .......... ©Ashutosh jain पिंक सॉस पास्ता एंड रेड वेलवेट आइसक्रीम। पिंक सॉस पास्ता और रेड वेलवेट आइसक्रीम हम तुम मिले थे उस तरह टूटता तारा मिलता है धरती से
sandy
आठवणीतली!! कोजागिरी!! कोजागिरी म्हणलं की प्रत्येकाला आठवतं गच्चीवरील जागरण ,भेळ,मसाला दुध आणि विविध गाण्यांचे कार्यक्रम त्यांत चंद्र, चा