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Geeta Sharma pranay
लिख तो दिया अपना दर्द पर कैसे उसे अपने ही हाथों दफ़नाया होगा | दिल नही रूह भी काँपी होगी जब उसने कहा-"कुछ करो " बेबस, लाचार हाथों मे लेकर उसे सीने से लगाया होगा, आँख ही नहीं रूह भी तड़पी होगी , उसकी बुझती-सी आस को देखकर | रब क्यों तू इतना निष्ठुर हो गया अपने हाथों मे जिसे पाला, जिसने गोद मे आकर जन्नतका अहसास करवाया | उसे ही तुमने अपनी आगोश में ले लिया, एक माँ की गोद सुनी कर, थोड़ा तो रहम तू भी कर लेता, उसके साथ जुड़ी जिंदगी पर | कैसा दर्द, कैसी विरह तू दे गया, अपने साथ खुशियों का जहाँ ही ले गया, लिखने वाले ने तकदीर को लिखा तो कम से कम उसे उसके हक की जिंदगी तो जीने देता रब | रब किसी के घर में ऐसा दिन न उगाए, कि उसे उसके ही घर का चिराग बूझ जाए बस! एक दुआ को ही कबुल कर ले, रब उसे जीवन-मृत्यु के क्रम से मुक्ति देकर मोक्ष प्रदान करें,, | लिख तो दिया अपना दर्द पर! कैसे अपने हाथों से दफ़नाया होगा | आँख ही नहीं रूह भी बहुत रोई होगी रूह भी रोई होगी
Anuj Verma
मैं दुःखी था तो वो भी कहाँ चैन से सोई थी, याद है मुझे हमने भी कभी मोहब्बत की फसल बोई थी, और कैसे कह दूँ यारों मैं उसे बेवफ़ा भरी महफ़िल मे ठुकरा के वो मुझे, अकेले मे गले लगा के रोई थी। ©Anuj Verma #mohabbat वो भी रोई थी। #dawnn
Vandana Rana
यूँ तो श्री कृष्ण के लिए, राधा भी रोई, मीरा भी रोई, मोहब्बत मुक्कमल सिर्फ, रुक्मणि की होई Vandana Rana यूँ तो श्री कृष्ण के लिए, राधा भी रोई, मीरा भी रोई, मोहब्बत मुक्कमल सिर्फ, रुक्मणि की होई !
ajay jain अविराम
नाम का प्रेम वासना बसे आज प्रभुता खोई गिरे है गर्भ चौराह जंगलों मे नोचता कोई वासना बस अपराध अधिक फेंकता कोई मृत आदमी वहशियों की बात मनुता रोई अजय जैन अविराम मनुता रोई
पंडित जी बनारस वाले
वो रोई तो बहुत पर मुहँ मोड़कर रोई कोई तो मजबूरी होगी… जो दिल तोड़कर रोई मेरे सामने कर दि उसने मेरे तस्वीर के टुकड़े पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड़कर रोई वो रोई तो बहुत… पर मुहँ मोड़कर रोई..
Harun Ali
जिस दिन तुमने अपनी आंखो को हरामकारी से और दिल को बदख्याली से बचा लिया । तो समझना कि तुम्हारे अंदर ये तकवे की सबसे पहली अलामत है।। दुआ है की अल्लाह हमें तकवे पर चलने की तौफीक अता फरमाए ©Harun Ali पर्दा आंख ही नहीं दिल का भी