Find the Latest Status about दनी अठन्नी रुपैया खर्चा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दनी अठन्नी रुपैया खर्चा.
Vikas Khandelwal ( Raman )
चर्चा तेरा चर्चा मेरा करते है सब आजकल खर्चा तेरा खर्चा मेरा करते है सब आजकल मैं पहले आईना तो देख लु ये चेहरा तेरा ये चेहरा मेरा देखते है सब आजकल चर्चा तेरा चर्चा मेरा करते है सब आजकल मुझसे बिछड़ के वो चांद हो गये ये चांद मेरा वो चांद तेरा करते है सब आजकल मैं चुप रहता हूं लेकिन के किसी को खबर ना हो जाये वो है सिर्फ मेरा वो है सिर्फ मेरा तुम दुनिया वालो हर चांद रख लो पूनम का चांद मेरा #चर्चा तेरा खर्चा मेरा
Sonali Ghosh
जो मैं करना चाहती हूं वो है बहुत मुश्किल। और जो में करती हूं उसमें लगता नही मेरा दिल। लेकिन कोई और रास्ता भी तो नहीं फिलहाल, क्यूंकि हर महीने भरना होता है मुझे हजारों का बिल। ©Sonali Ghosh आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया। तभी तो aye dil hai मुश्किल। #BookLife #hindi_quotes #Shayari #nojotohindi #thegirlwhowrites #hindi_shayari
writer abhay
सुनों, शहर में नया दौर लाने वाले हैं. अब तो हम बुलेट ट्रेन चलाने वाले हैं. सब अपने सर को ज़र बचाके चलना. सबकी टोपी तेज़ हवा में उड़ाने वाले हैं. जो तुम सच बोलते हो तो गुनहगार हो. तेज़ाब से तेरा चेहरा जलाने वाले हैं. और भाई अब ये देश कर्ज़मुक्त होगा. हम आलू से सोना बनाने वाले हैं. सालों से जिस इलहाबाद मे पल रहे थे. उन बच्चों को सच्चाई बताने वाले हैं. तुम कहीं पाकिस्तानी गद्दार तो नहीं. सोशल मीडिया पे कमेंट आने वाले हैं. हम चवन्नी से अठन्नी हो गए, ज़रूरतमंदों की आमदनी हो गए.
paritosh@run
कुछ अठन्नी और चार आनों में, कुछ मुफ्त मूंगफली के दानों में, कुछ बंद हो चुकी दुकानों में, कुछ असभ्यता के मुहानों में, कुछ गज़लों में, कुछ गानों में, कुछ मसीन से दूर इंसानों में, कुछ बड़े होने के अरमानों में, उम्म्र ने तलासी ली, तो जेब से कुछ लम्हें मिले, कुछ गम के थे, कुछ खुशी के थे, कुछ टूटे थे, कुछ अधूरे थे, बस कुछ ही सही सलामत थे, वो लम्हें बचपन के थे... बचपन जाने दो, बचपना नहीं।। कुछ अठन्नी...
મસ્તાન
खेल तो देखो किस्मत का, आज रुपये से ज्यादा चवन्नी की कीमत लगी है । #yqdidi #yqhindi #रुपया #चवन्नी #किस्मत #हिंदी
Anuj Ray
"जोबन की अठन्नी" जौं के पानी से भरा गिलास, चढ़ती देहरी, जोबन की अठन्नी। हर प्रेमी की नज़रों की प्यास, अल्हड़ चंचल, नखरो की चवन्नी। भरी हुई अंगड़ाई की गगरी काट रही क्यों, इत उत कन्नी। बे ठौर कहीं पर उलझ न जाना, जोबन अठन्नी, नखरो की चवन्नी। बनके बरस जा,बदरी एक दिन, रखूँगा दिल में बनाके गिन्नी। ©Anuj Ray जोबन की अठन्नी"
गौरव गोरखपुरी
इश्क एक बार में खरीद लेना budget में तो था लेकिन इश्क में maintenance का खर्चा बहुत है खर्चा
DINESH SHARMA
#एक_मिजाहिया_कता कैस के चेले है सभी, घूमे है बनके फरहाद चार अशआर वाले भी बन गए है उस्ताद फर्जी बातें है सब हुस्नो इश्क़ की तमाम और अठन्नी में मिले है अब शाइरान-ए-कराम ©दिनेश शर्मा 01.10.2019, 11:13 AM #अठन्नी #शायर #कैस #फरहाद
Sachin Ken