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Gunjan Agarwal
प्रतिदिन जलाती हूं, तुम्हारे नाम का दीया, - सुलगती है बाती, जलता है तेल, - किंतु - सच मानो तो, तुम्हारी स्मृतियों की तपन से, हौले - हौले पिघल रहे हैं, मेरी संवेदनाओ के - ग्लेशियर..!! ©अनहद गुंजन #ग्लेशियर #Travel
Ek villain
कोलंबिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट ऑफ अर्थ के अध्ययन में कहा गया कि भारत नेपाल भूटान और चीन में तकरीबन 650 से ज्यादा ग्लेशियर ग्लोबल वार्निंग के चलते लगातार बिगड़ रहे वर्ष 1975 से 2000 के बीच जो के लिए सर हर साल 10 इंच की दर से पकड़ रहे थे वह वर्ष 2000 से हर साल 20 इंच की दर से पिघलने लगे हैं इसलिए हिमालय क्षेत्र के व्यापक अध्ययन के साथ यह प्रकट की गतिविधियों को नियंत्रित किया जाना बेहद जरूरी है दुष्परिणाम होंगे के पीछे जलवायु परिवर्तन कारण है संवेदनशील इलाके में बढ़ती गतिविधियों भी इसके लिए जिम्मेदार है जम्मू कश्मीर लद्दाख के कई इलाके में 12000 के करीब ग्लेशियर है इसके लिए सिर्फ क्षेत्र में 2000 के करीब हिमनदी जिलों का निर्माण करती है इसमें 200 जिलों में पानी बढ़ने से उनके फटने की आशंका है जिस लाया नहीं जा सकता यदि ऐसा हुआ तो उत्तराखंड जैसी राशि के सपनों को नकार नहीं किया जा सकता इन गोला झील का एक बड़ा इलाका भारतीय क्षेत्र में आता है चिंतनीय बात यह है कि यह इलाका भूकंप की दृष्टि से बहुत अति संवेदनशील है जाहिर है कि खेतों में पानी पड़ेगा उसमें सीमा से अधिक पानी होने से वह किनारों को तोड़कर बाहर निकलेगा दूसरे शब्दों में उस दिशा में पानी से आसपास के गांवों कस्बों में पड़ जाएगा यानी उनको तबाही का सामान करना पड़ेगा और उस दिशा में सब कुछ बर्बाद हो जाएगा ©Ek villain #ग्लेशियर पर करने के खतरे से ना करें अनदेखी #Nofear
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी दिल ना पसीजे मानवता के ग्लेशियर पिघल रहे है चकाचौंध की रप्तार में गैस और धुंए से तापमान बढ़ रहे है विलुप्पत हो गयी क़ई प्रजातियां विनाश का खमियाजा भुगत रहे है भौतिकता की दुहाई में 5जी का इस्तेमाल कर तरंगों की गति से जन जीवन विकृत और बीमार करने की पहल दुनिया भर में आमंत्रित कर रहे है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" ग्लेशियर पिघल रहे है #Uttarakhand
Guru mantra 444
Amit Saini
बर्फ बारी अच्छी रही इस वर्ष अगर हम इंसान चाहे तो तेजी से पिघलते हुए ग्लेशियरों को रोक सकते हैं खत्म होते जल को बचा सकते हैं बेशर्त प्रदूषण पर अच्छी तरीके से रोकथाम लगाए तो चारों ओर जागरूकता फलाऐ तो ऐसी संवेदनशील जगहो पर इंसानों का पूर्ण प्रतिबंध लगाए तो हो सकता है ऐसा करने से प्राकृतिक में संतुलन बना रहे जीवन के लिए #Thoughts #पिघलते ग्लेशियर चिंता का विषय