Find the Latest Status about फोलिक एसिड टेबलेट्स from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, फोलिक एसिड टेबलेट्स.
Azeem Khan
उनका मोहब्बत में था दाबा , कि रख देंगें दिल निकालकर । ये कैसे आशिक हैं, जो चेहरे जला रहे हैं तेजाब डालकर । एसिड अटैक
Love Prit
hdbfmdlwjdmdmcncncneimdnennfnf fnf m स्मैंड ©Love Prit डीजेडीएनए वेबलेक्स vwvwhekfmgg
कवि दिनेश अगरिया
ittu Sa
कुछ इस कद्र बिकता हैं एसिड अब भी , जैसे बच्चों की टॉफ़ी। इत्तु सा... इत्तु सा पैग़ाम एसिड के नाम। कुक इस कर्द बिकता हैं एसिड अब भी , जैसे बच्चों की टॉफ़ी। इत्तु सा... #stopsaleacid #nojoto #hindi #nojotohind
Mohan Sardarshahari
सिड एक बार उत्तर भारत में घूमने गया। वहां पर उसे एक पहाड़िन मिली ,जिसका नाम सिमल था। दोनों एक गार्डन में घूम रहे थे, एक दूसरे को देखा तो मन में उत्सुकता हुई बात करने की, बात की और सिमल सिड को गार्डन के पिछवाड़े ले गई। वो सामान्य बातें पूछती रही और सिड आराम से बातों का जवाब देता गया। गार्डन के अहाते में एक खोमचे वाला खड़ा था वहां पर दोनों ने वेज मंचूरियन खाया। मंचूरियन खाते-खाते दोनों बातें करते रहे और सिड कभी-कभी नजरें चुराकर सिमल को देख लेता था, यह बात सिमल से छिपी नहीं रही और सिमल ने सिड को उसे इस तरह न देखने की हिदायत दी। सिड एकदम सकपका गया और सिमल के चेहरे को फिर कभी नहीं देखा। लेकिन सिड को क्या पता था कि सिमल उसका टेस्ट ले रही थी कि वह सीधा है। थोड़ी देर बाद लंच का टाइम हुआ तो सिड ने सिमल को लंच का ऑफर दिया ,जिसको सिमल ने स्वीकार कर लिया। सिमल उसे एक रेस्टोरेंट के बार वाले सेक्शन में ले गयी। सिड बहुत असहज हो गया । यह देख सिमल उसको सामान्य सेक्शन में ले गयी और दोनों ने लंच किया। दरअसल यहां भी सिमल ने उसका टेस्ट लिया था कि सिड कहीं शराब वगैरह तो नहीं पीता । खाने के बाद दोनों ने फोन नंबर लिए और अपने - अपने गंतव्य के लिए निकल पड़े , लेकिन दोनों बातचीत से संपर्क में रहे । सिमल कभी परेशान होती तो सिड को रात में भी जगा देती और अपने दिल की उलझन बताती थी ।सिमल पहाड़ी एरिया में रहती थी इसलिए सर्दियों में अक्सर वह बातें करती थी ।लेकिन दोनों को लगता था हमारे बीच कभी कोई खास रिश्ता नहीं है । वक्त के साथ-साथ सिमल समाज सेवा में डूबती गई और उसके पास समय नहीं रहा। कभी मीटिंग, कभी ऑफिस, कभी सामाजिक कार्यक्रमों मैं इतना डूब गई कि उसके पास सिड से बात करने के लिए समय नहीं था। वास्तव में कभी-कभी हमें जो बातें सामान्य लगती हैं उनका बहुत दूरगामी प्रभाव हमारे मन पर पड़ता है। ऐसा ही सिड के साथ हुआ ,वह सिमल की बेरूखी से परेशान और उदास रहने लगा । और जो उसको खुद फोन करती थी उस सिमल से बात करने की कोशिश करता, लेकिन अक्सर बात नहीं हो पाती थी, जब होती थी तब भी वह कहती कि तुम खामखा हो। लेकिन सिड के लिए तो वह ही एक मात्र अपनी उलझन को बताने और उदासियों को शेयर करने का जरिया थी। एक दिन सिमल ने तैश में आकर सिड को झिड़क दिया और कह दिया यह हमारी अंतिम बार बात है वरना अच्छा नहीं होगा। आज सिड के पास एकमात्र तंजोर गार्डन में ली गयी सिमल की एक तस्वीर है जिससे वह बातें करते रहता है और उसको अपने पास पाता है। यहां खास बात यह नहीं है कि वह दोनों मिले और बातें शेयर की और फिर बंद कर दी। खास बात यह है कि मनुष्य के लिए परिस्थितियां कितनी भी दुरूह क्यों ना हो वह जीने का एक सूत्र तो ढूंढ ही लेता है यही सबसे बड़ा मानव मनोविज्ञान है। ©Mohan Sardarshahari सिमल और सिड #mask