अदम्य अतुल साहस है जिनका,
और प्रचंड सिंह सी हुँकार,
रक्त रक्त में रोपित जिनके,
मातृ भूमि का प्रेम अनुराग,
जिनकी शौर्य गाथा से अब तक
गूँज र #army#yqdidi#देशभक्ति#विष्णुप्रिया
read more
vasundhara pandey
भीङ में हूँ मैं अकेली,
अमावस सी रात है।
काल जैसी इस पवन में,
ही भयानक राज़ है।
काली निशा का तिमिर व्यूह ,
क्यूँ न होता उज्ज्वल कभी
क्यों मय #myfirstpoem