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Jiten rawat
Standing near the window, I saw अग्यार है तू मेरा यार न बन, तू एक ही रह हज़ार न बन। #अग्यार = अजनबी, प्रतिद्वन्दी (गै़र का बहुवचन) #nojotoshayri #nojotolover #aloneboy #nojotowriter #jitenrawat
Tarun Vij भारतीय
हुकूको का अपने जो तलबगार हो गया मैं, हुकूमत के आगे इक गुनहगार हो गया मैं। ©Tarun Vij भारतीय हुकूक - हक का बहुवचन तलबगार - मांगने वाला #politics #farmer #farmersprotest #fightforright #autocracy #tarunvijभारतीय
Vibha Katare
मेरे कमरे के आखिरी छोर पर रखी मेज, जहाँ नव आगंतुकों की पहुँच कम ही होती है.. मेरे घर का वो मेरा मेरा सा हिस्सा, जहाँ रख पाती हूँ मैं मेरे मन को मेरे हिसाब से, मेज पर रखी डायरी का हर पन्ना , जैसे समेटे खुद में मेरे मन मष्तिष्क का कोई कल पुर्जा.. किसी पन्ने पर खिंची आड़ी टेढ़ी बेतरतीब लकीरों में उतरते मेरे दिमाग के उलझे उलझे तार.. किसी पन्ने पर पंक्तिबद्ध सजे सुव्यवस्थित अक्षरों में संवरते मेरे मन के सुलझे हुए विचार.. घर के इस कोने में मैं जीती रोज थोड़ा थोड़ा अपने अंदर का छिपा कलाकार ... #yqdidi #challenge #एकचीज़ #मेज #कोना
H. MuKeSh mEEna
आज फिर चाय की मेज़ पर एक हसरत बिछी रह गयी, प्यालियों ने तो लब छू लिए केतली देखती रह गयी। H.MuKeSh mEEna kk.✍️ आज फिर चाय की मेज पर....
Tarun Vij भारतीय
हुकूको का अपने जो तलबगार हो गया मैं, हुकूमत के आगे इक गुनहगार हो गया मैं। हुकूक - हक का बहुवचन तलबगार - मांगने वाला #rights #politics #intolerance #farmer #farmersprotest #fightforright #autocracy #tarunvijभारतीय
taufik mahida
CalmKazi
रिक्त खाली. स्थान. मन. दिल. दिमाग. कुर्सी. मेज #Taleof1 #CalmKaziWrites #Empty #YQDidi #Hindi
Prerit Modi सफ़र
रात गाती है तन्हाइयों के अशआर मेरे जब होता है 'सफ़र' तन्हा याद में तेरे Raat Gaati Hai Tanhaiyon Ke Ashaar Mere Jab Hota Hai Safar Tanha Yaad Main Tere 【अशआर- शेर के बहुवचन】 रात गाती है #raat #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan #yqbaba #yqdidi #shayari
SURAJ आफताबी
मै रचूँ कोई कविता एक शफ्फ़ाक संगमरमरी गज़ल पर काफिया होठों से चुराउँगा, आँखों से चुराउँगा बहर बिंदि जबीं की मुझे मतले का इल्म करायेगी मक़्ता रचा जायेगा उस पाजैब की फज़ल पर ! शब्द कुछ अनछुए से लेने है काव्य से कर्ज़ पर हर मिसरा बदन का खुदा ने बड़े एहतियात से गढ़ा मै कुछ छन्द चुराउँगा वहीं से इन्हीं अंगों की तर्ज़ पर! कई अनगिनत अश'आर झुल्फों में गुम कई फर्द़ों का आलिंगन कमर पर मै कवि बनू उस अमृती रचना का अल्लाह जिस पाक गज़ल का सुखनवर! याद करने हेतु बेहद शुक्रिया Chulbul Pandey..sachi.🤗🤗 शफ्फाक- निर्मल, bright फज़ल- कृपा, मेहरबानी अश'आर - शेर का बहुवचन फर्द़ - शेर #love #yq