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Andy Mann
लंबी-लंबी इबादतें एक तरफ मौजूदा दौर में जो हलाल रिज़क कमा रहा है वह जन्नती है ©Andy Mann #जन्नती
arvind bhanwra
तुम मुझे खून दो, मै तुम्हे आजादी दूंगा। शत शत नमन बोस जयन्ती 23 जनवरी बोस जयन्ती ।
shekhar prasoon
काव्य जगत के आदि सूर्य,भुवन मोहन के चुन-२गुन गाये। नेत्रहीन हो,दर्श पर्स पा,मधुसूदन को हिये बसाये।। नन्द लला, जशुदा के छैया के,कौतुक क्रीड़ा को काव्य बनाये। इन्ही सूर की संगीत विरदावली,भक्तवत्सल ब्रजकुँवर को भाये।। हिन्दी काव्य के सूर्य आदि ब्रज कवि सूरदास जी के जयन्ती पर सादर दण्डवत! सूरदास जयन्ती नमन।
Bidhata Golay
अदिकावी को समझनामा घासीको शब्दहरु देखि प्रेरित भएर उनी कवि बंन्यो नेपालको चुदी भन्ने ठाउबाट बाहिरा निकाली नेपालीजाती देखि लुकेको अनि भास्सेको हिरा जस्तै,कला अनि साहित्यलाई मोतीराम भट्टले पूरा नेपाली जगत लाई चिनायो अनि चिंन्यो अनि आज उनी'अदिकावी'भानु भक्त आचार्य भयो। संस्कृतमा मात्र लेखने कविहरु को भीड़मा नेपाली भाषा मै कविता अनि काव्य लेख्नु उनले रुचायो श्री रामको वीरता अनि माता सीता को पवित्रताको वर्णन महाकाव्य रामायणलाई नेपालीमा अनुवाद गरी सबै नेपाली जातीलाई एक बनायो। भर् जन्म घाँस तिर मन् दिई धन कमायो" आजको यो मॉडर्न जमाना पनि उन को यो घासी कविताले क्यों को मन भिजाई रहेको छ मान्छेको पुस्ता पुस्ता बित्यो तर पनि उनको नाम , उनको कृति सधैको लगी अमर भई साजि दिएको छ। आज उनी जीवित नभए पनि उनको घासीमा , नेपाली रामायणमा कांतिपुरी नगरीमा , उनलाई जीवित पाउने छू। उनको जन्मदिन मा, उनको समझना गर्दै फेरी एउटा कविता उनलाई समर्पण अनि जन्मदिन को हार्दिक शुभकामना चढ़ावदा छू। ©Bidhata Golay भानु जयन्ती 🙏🏼
Prashant Mishra
था एक शख्स जो रस्ते अलग बनाता था कि जिसके डर से हर अंग्रेज थरथराता था ग़ज़ब के शख्स थे "सुभाष चंद्र नेताजी" कि जिनके सामने हिटलर भी सर झुकाता था --प्रशान्त मिश्रा नेताजी सुभाषचंद्र बोस जयन्ती
प्रवीण कुमार
न कोई तुम्ह सम वीर न ज्ञानी है, जो कहता पण्डितमानी है । हे सूर्यशिष्य तुम दानी हो, भक्ति की राजधानी हो ।। दुःखों के तुम तो हर्ता हो सुखों के तुम तो कर्ता हो। तुम राम तत्व के ज्ञाता हो मेरे तो भाग्यविधाता हो।। ना ही तो मैं धर्मनिष्ठ हूँ ना ही तो मैं कर्मनिष्ठ हूँ। आत्मतत्व का ज्ञाता ना मैं भक्तिभाव का धर्ता ना मैं।। तथापि रामकिंकर बन सकूं मैं दुस्तर भव से तो तर सकूं मैं। भक्ति अनपायनी तो चाहता हूँ अमित आशिष तेरा मांगता हूँ।। अमितोपाध्यायः #हनुमान जयन्ती Prakash Mishra
Anjani Upadhyay
मोती बीए जयन्ती। पेज-01 ©Anjani Upadhyay मोती बीए जयन्ती। पेज-07