Nojoto: Largest Storytelling Platform

New सर्वेषां Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about सर्वेषां from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सर्वेषां.

    PopularLatestVideo

Poet Shivam Singh Sisodiya

योगिनामपि सर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना | श्रद्धावान्भजते यो मां स मे युक्ततमो मतः || ४७ || योगिनाम् – योगियों में से; अपि – भी; सर्वेषाम्

read more
योगिनामपि सर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना |
श्रद्धावान्भजते यो मां स मे युक्ततमो मतः || ४७ ||

भावार्थ
समस्त योगियों में से जो योगी अत्यन्त श्रद्धापूर्वक मेरे परायण है, अपने अन्तःकरण में मेरे विषय में सोचता है और मेरी दिव्य प्रेमाभक्ति करता है वह योग में मुझसे परम अन्तरंग रूप में युक्त रहता है और सबों में सर्वोच्च है | यही मेरा मत है | योगिनामपि सर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना |

श्रद्धावान्भजते यो मां स मे युक्ततमो मतः || ४७ ||



योगिनाम् – योगियों में से; अपि – भी; सर्वेषाम्

Shaarang Deepak

ShrimadBhagwadGeeta Chapter (01) Shlok (11) || श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञानार्जन श्रृंखला अध्याय (01) श्लोक (11) Namaskar. This verse/ shlok is #Krishna #Mahabharat #Arjuna #parth #समाज #geeta

read more
mute video

ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)

बे मतलब का शौक मत पाला करो,इनका भी घर आने का कोई इंतजार कर रहा होता है,,,, पंक्षी पर्यावरण गुलशन की रौनक , सृष्टि की सुषमा होते है,,,,,,,,,फ

read more
 बे मतलब का शौक मत पाला करो,इनका भी घर आने का कोई इंतजार कर रहा होता है,,,, पंक्षी पर्यावरण गुलशन की रौनक , सृष्टि की सुषमा होते है,,,,,,,,,फ

Akira Arsh

"कायनात एक कविता है" कहीं मन मोहे महक मनोहारी कहीं बागों की छटा है प्यारी ऐसे बहकाये बंसत की बहार जैसे रस हो संयोग श्रृंगार प्याला प् #Nature #Pain #Love #Emotion #SAD #Mother #girl #HindiPoem #NojotoFilms

read more
............. "कायनात एक कविता है"
 
कहीं मन मोहे महक मनोहारी 
कहीं बागों की छटा है प्यारी 
ऐसे बहकाये बंसत की बहार 
जैसे रस हो संयोग श्रृंगार  
प्याला प्

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 1 - भक्ति पंचम पुरुषार्थ योगिनामपि सुर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना। श्रद्धावान् भजते य

read more
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11

।।श्री हरिः।।
1 - भक्ति पंचम पुरुषार्थ

योगिनामपि सुर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना।
श्रद्धावान् भजते य
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile