Nojoto: Largest Storytelling Platform

New कविता योग पर Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about कविता योग पर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos.

    PopularLatestVideo
cc119910b75fd7efc8925db20ad8af85

Anurag Choursiya

।।योग::प्रकृति का अनमोल उपहार।।
जीवन में एक संकल्प करें,हम सब मिलकर योग करे,
तन और मन को स्वस्थ करे,जीवन को अपने दीर्घायु करे,

गहरी सांसों को हम ग्रहण करे,नियमित अनुलोम विलोम करे,
कपाल भाति से तन निरोग करे,भस्त्रिका कर मस्तिष्क प्रबल करे,

सभी शक्तियों का आगाज करे,बेचैन मन को हम प्रफुल्लित करे,
तन में हम अपने पैदा स्फूर्ति करे,खिलते योवन का एक श्रृंगार करे,

ईश्वर के खजाने का उपयोग करे,हम अपने दिल दिमाग सक्रिय करे,
अपने जोड़ो को हम शतायु करे,आँखों की रौशनी को हम दिव्य करे,

सूर्योदय में उठ सूर्य प्रणाम करें,ताज़ी हवा को अपने नाम करे,
ठंडे जल से सुबह जल्द स्नान करें,वेद शास्त्रो का नियमित पाठ करे,

व्यर्थ बढ़े वजन को सब कम करे,तांत्रिका तंत्र को हम मजबूत करे,
तंदुरुस्ती से जीवन खुशहाल करे,चुस्ती फुर्ती से खुशियों का मान करे,

कवि अनुराग कहे सब योग करे,स्वस्थ जीवन को अपने नाम करे,
जीवन में हम  एक संकल्प करें,आओ हम सब मिलकर योग करे,
"स्वर्णिम"अनुराग चौरसिया
रतलाम मप्र
9039509403


 योग दिवस पर मेरी कविता....

योग दिवस पर मेरी कविता....

3 Love

15c1d7a49847e2e273ba2b60bfdb4e7d

Sunil Singh

# विश्व योगा दिवस। पर योग।

# विश्व योगा दिवस। पर योग। #जानकारी

68 Views

965b451059051fd8a0bd5ad231defba2

Sushma srivastava

योगी जी पर एक कविता

योगी जी पर एक कविता

244 Views

71f2ba12d4dcf09273ecd23601baaa43

VIKY KIWI

कविता पर कविता

कविता पर कविता

33 Views

15c1d7a49847e2e273ba2b60bfdb4e7d

Sunil Singh

# योग दिवस पर क्रीड़ा भारती द्वारा योगा
    कार्यक्रम।

# योग दिवस पर क्रीड़ा भारती द्वारा योगा कार्यक्रम। #जानकारी

67 Views

5d22dc89b836674fb7e7ad93a1be51d2

Pratik Singhal " Premi "

आओ एक प्रण करे 
नित्य योग हम करे 
घर परिवार को 
समाज देश को 
योग का महत्व बतलाए 
भारत को फिर विश्व गुरु बनाए 
महामारी की इस लड़ाई में 
अनलाॅक की ढिलाई में 
कोरोना से अपना बचाव करे 
आओ एक प्रण करे 
नित्य योग हम करे ।

©Pratik Singhal " Premi " #विश्व_योग_दिवस #योग #विश्वगुरू #कविता #प्रेमी 

#YogaDay2021

विश्व_योग_दिवस योग विश्वगुरू कविता प्रेमी YogaDay2021

10 Love

256738e8e091c1e6e0bf7fbc41b139c1

Manjeet Kumar

भारतीय किसान का पढ़े लिखे लोग पर व्यंग्य कविता

#myvoice

भारतीय किसान का पढ़े लिखे लोग पर व्यंग्य कविता #myvoice

401 Views

b8c38416eaef5c3f118b863673e34f5e

@Anjani Tripathi

#योग भगाये रोग #

#योग भगाये रोग # #कविता

57 Views

9d2315b8891fa04c0af8d045ae93ba51

NR production (Nisha Ritesh)

Zindagi पर कविता

Zindagi पर कविता #Shayari

607 Views

291638c6144c7eba4f1b096187f58d8d

Rajpal Patel Kalmodiya

भगवान पर कविता

भगवान पर कविता

146 Views

21f43d1e983d104d714ea3857fd2f3d2

जिंदगी का जादू

छाया से दूर हुआ तो 
आंचल का मूल्य मैं जाना 
 जब तपी ये दिल की धरती 
बादल का मूल्य मैं जाना 
 वो छाया वो बदली
बस एक जगह मिलती है 
सब मिलता दूर शहर में 
बस  मां ही नहीं मिलती है


 पावस रजनी में जुगनू
 भट्ट के जैसे जंगल में
 पूछे राम जी वोन से
 कैसे हैं सब महल में

वन में ना कोई दुख है
 पुण्य ज्योति जलती है 
 देव मुनि सब मिलते
बस मां ही नहीं मिलती है
@गौतम माँ पर कविता

माँ पर कविता

2 Love

b509e849072ff7f6d10dda20fb887564

नेत्रपाल राघव

#कोरोनावायरस पर कविता

66 Views

5267775776020563b55cf74f96bfbb8a

Nilesh Kumar

कोरोना पर कविता

कोरोना पर कविता

39 Views

06a86c4b2c73d6b77081fb87aad2e8fb

Maruti Nandan

लेखकों पर कविता

लेखकों पर कविता

234 Views

9c9586b52052d019fec088434048662f

Raja Kumar

शिक्षा पर कविता

©Raja Kumar
  शिक्षा पर कविता

शिक्षा पर कविता

68 Views

c77117dc2b8328f416096c4dd3034c46

Sangeeta Gupta

भरोसा तो एक ऐसी चीज है जिसके टूटने पर कोई आवाज नहीं होती मगर उसके गूंज जीवन भर सुनाई देती है

©Sangeeta Gupta
  #कविता भरोसे पर

कविता भरोसे पर

265 Views

525930bf26b73c3d69331001cbaa4774

Rajesh Bharti

माँ पर कविता

माँ पर कविता

49 Views

82f08e48db30bc4eddb4aa13e008eb8f

The SagaR Kurve

उगता हुआ सुरज देख रही हूं
दिन की पहली किरण के साथ

खुशरंग नई सुबह देख रही हूं
आकर्षण बढ़ाते अंबर के साथ

¹विस्तीर्ण ²सौम्य सागर देख रही हूं
किनारे छुती चंचल लहरो के साथ

¹ विशाल, ² शांत चित्र पर #कविता

चित्र पर #कविता #poem

1 Love

4403706e6c49199fba34288f00c99640

Dr Mahesh Kaushik

जिन्दगी पर कविता

जिन्दगी पर कविता

129 Views

40082bc1349372745eb02856b091ac65

Dnyaneshwar Raut

#धारा370 पर कविता

#धारा370 पर कविता #nojotovideo

49 Views

a9829317a8eb9b217366a31d38d15462

Ayush jha

हिन्द की तू आन हैं,..
हिन्दुस्ता की  शान हैं...
वीरों की तू अरमान है...
शादिदो का स्वाभिमान हैं...
सच कहु तो ए तिरंगे तू एक ध्वज नही मेरा अभिमान/ यशगान हैं

तेरा सजदा करु, तुझपर  कुछ लिख दु कैसे मैं
तू शादिदो की शहादत हैं तुझे सिख दु कैसे में
ऐ तिरंगे जब भी वीरों के  वक्ष पर कोई प्रहार हो 
जिन्दगी रहे या मौत का असफ़ार हो।
या शहीदों के हृदय में किसी प्रकार का इजितरार हो।
लेकिन कभी भी कोई कायर नेता न बस वो वीर ही तिरंगे तेरे हक़दार हो।
ऐ तिरंगें तेरे स्वाभिमान में पूरा आर्य भूमि कुर्वानी हैं
 तू एक ध्वज नही मेरा अभिमान /  यशगान हैं।

जब भी हिन्द की अखंडता की बात आती हैं 
तब तब भारती के साथ साथ  तेरी आरती उतारी जाती है।
तू शहीदों की सहादत का एक मात्र प्रतीक हैं।
तू हिन्द की जवानियों में उफनता हुआ गीत हैं
तू अरियों के वक्ष में उतरा शरसंधान हैं
 तू एक ध्वज नही मेरा अभिमान/यशगान हैं।

...लेकिन तेरे वक्ष के प्रहार को आ मैं गाता हुं
तेरे क्रंदन के आशु को जनमानस में सुनता हूँ।
तेरे अनुयायियों ने गोधरा-गुजरात जला डाला।  
ससंद  पे हमला कर विषम हालात बना डाला
तुझे भी क्रन्दित कर जब नेताओं ने राजनीति संभाली
तेरे विशमय रुदन को देखे बिना रीति तोर डाली
कुछ इसी अल्फ़ाज़ रूपी आवाज़ में तेरा बखान हैं।
सच कहु तो ए तिरंगे तू एक ध्वज नही मेरा अभिमान /  यशगान हैं।
BY_शास्वत आयुष कविता तिरंगें पर

कविता तिरंगें पर

10 Love

e819a254a67583d2323325a76dde87b6

Nk Gupta Ji

आबे जमजम है उधर ,,और इधर गंगाजल  एक तरफ गीत की खुशबू,एक तरफ महके गजल,,बड़ी मुश्किल में फसा है किसे देखू पहले,एक तरफ प्यार मेरा एक तरफ ताजमहल,,,

©Nk Gupta Ji
  कविता,,प्रेम पर,,

कविता,,प्रेम पर,,

27 Views

e819a254a67583d2323325a76dde87b6

Nk Gupta Ji

प्रेम पर कविता,,प्यास बुझ जाए तो सबनम खरीद सकता हूं।जख्म मिला जाए तो मरहम खरीद सकता हूं।ये मानता हू की दौलत नहीं मगर  पाया,मगर तुम्हारा हक एक गम खरीद सकता हूं।।,

©Nk Gupta Ji
  प्रेम पर कविता

प्रेम पर कविता

47 Views

493213d7e5b0de42eab1796de8442ef7

नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)

सुनसान शहर इतना क्यों है, इन्सान यहां से कहां गए।
खिलते थे अमन फूल जहां,वो चमन सुहाने कहां गए।

रात उदासी डगर है सूनी,
शोर नहीं है अब गलियों में।
कौन लुटेरा लूट गया सब,
आग लगा दी बगियों में।

पूछ रही अब सूनी आंखें, हंसते आंगन कहां गए।
इन्सान यहां से कहां गए।

©नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
  # कविता# नूह # पर

# कविता# नूह # पर

125 Views

2ede200084023c10798819dd2b047c69

Ravi Pratap pal

mathmatics(कविता)
 आंखों की mathmatics में, मै(रवि)भी डूबता चला जाता हूं
तेरी differentiation बातों को, मै भी integration  कर बताता हूं
तेरी real और algebra वाले problem par, पहले की  तरह मैं भी calculus लगाता हूं
तेरी आंखो की mathmatics में  मै(रवि)भी डूबता चला जाता हूं
तेरी हर continuity Vali बातों को, सीमित करने के लिए limit tend कराता हूं
तुम्हीं तो मेरे दिल की function जिसको ,मैं(रवि) 1-1 map function बताता हूं
तुम्हीं तो मेरे सवाल का equation  हो, जिस पर हर solution पा जाता हूं 
 जब भी तुम्हे मैं अपने tangent पाता हूं ,तभी तो मैं अपने को normal बताता हूं
तेरी आंखो में जो sin45° का angle hai मै(रवि) भी cos 45°Ka trigonometry लगाता हूं
तेरी हर एक बातों मै मुझे complex रहता हैं तभी तो मै (रवि) लोगो को imaginary बताता हूं
तू ही तो मेरे statics Ka calculation ho, तभी तो तुझे mathmatics का relation बताता हूं
मानता हूं तेरी value maximum hai मुझसे,जिसकी वज़ह मै(रवि)अपने को minimum बताता हूं
BY RAVI PRATAP PAL mathmatics पर कविता

mathmatics पर कविता

4 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile