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Harshita Pareek

मैं भूल से भटकी थी तुम पर जो नज़र अटकी थी❤ #Nojoto #Love #lovequotes #nazar #Poetry

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मैं भूल से भटकी थी
तुम पर जो नज़र अटकी थी मैं भूल से भटकी थी
तुम पर जो नज़र अटकी थी❤
#nojoto #love #lovequotes #nazar

पीराराम जी परिहार

फंकी #हॉरर

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Ov

#फीकी-फीकी रातें.. तुम बिन

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गमों के अंधकार में दिल कुछ यूं बेकरार है, 

वो बस आने वाले हैं ,

अब बस इसी खुशी का इंतजार है... #फीकी-फीकी रातें.. तुम बिन

Santosh Babu

मटकी

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सपना है या था कोई हकीकत,
हर रात जिसे मैं देखता हूँ,
भरम है मेरा या थी कोई अप्सरा,
याद कर जिसे मैं मुस्कुराता हूँ। मटकी

Aslam Siddiqui

चटकी

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चुटकी बजा के तुझको तमाशा दिखा तो दूं

लेकिन मैं तेरे वास्ते ख़ुद को गिराऊं क्यों? चटकी

Iti Bisht

फीकी जुबां

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अब जुबां भी फीकी पड़ी है, तेरी  आदतों के किस्सों से।
अब बेपरवाह बनकर मैं, अपनी जुबां को कागजों में समेट लेती हूं।
    
                                                                     -  इट्स फीकी जुबां

cfg

फेका फेकी

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हँसी आवो कुछ फेका फेकी करते 

मैने आज रेल्वे का टायर पंक्चर किया... फेका फेकी

Er. Nishant Saxena "Aahaan"

फीकी चाय #Comedy

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Rajnish Sharma

फटी

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कुछ खवाबों को पलकों तले छुपाए रखा हैं 
कोई खजाना तहखाने में जैसे दबाए रखा है 
खो गया वो शख्स, दुनिया की दुश्वारियों मे 
उस सिक्के को भी फटी जेब में बचाए रखा है 


 फटी

Parasram Arora

# भटकी हुई ग़ज़ल

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अपनी गजल मे  कही गिराई  बिजली 
कही बरसाए  घनघोर   बादल भी 
कागज़ की किश्ती  मे  पतवार  भी चलाई  हमने 
अब आकाश  मेरा घर  और  निर्वाण  मेरी    नीयती है 
जीवन को  मुक्ति से  अनुबंधित  कर दिया हमने 
महत्वकांशाओ  क़े  उजले शिखरों का   अब हम करे क्या 
वर्तमान  क़े तटस्थ    तट  अब  पा लिए  हमने    
शातिर  हवाओ का  रुख  है अब  मेरे घर  की तरफ 
तिनको क़े  सहारे  उसे  बचा लिया  हमने 
मुहब्बत  क़े हर   इम्तिहान मे हम  फेल  होते रहे  अबतक 
दिल क़े केनवास  पर  नफरतों  की इबारत  लिख दीं  हमने #
भटकी हुई ग़ज़ल
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