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Sooraj Garg
तेरे इंतजार में नित बरसे ये अंखियां तेरी बोली सुनने को तरसे ये कनिया जल्दी आजा जल्दी आजा अब तू ओ मेरे मन बसिया मेरे रंग रसिया ©Sooraj Garg ओ मेरे मन बसिया ओ रंग रसिया
Deepanjali Patel (DAMS)
होली का है त्यौहार आया, भर कर पिचकारी, देखो गोविंद आया, भोली-सी है वृषभान दुलारी, उनको रंगने, देखो हमारा छलिया आया, प्यारी किशोरी जू ने फिर लठ उठाया, भगा-भगा कर फिर सब ग्वालों को खूब दौड़ाया, हाथ न उनके पर गोपाला आया, बांध के फेटा, फिर गोविंद ने धमाल मचाया, फूलों की पिचकारी लेकर, बांध कमर में बंसी लाया, प्रेम रंग की लीला कर, सबको प्रेम रंग में डुबोने आया, ढूँढ-ढूँढ फिर सब सखियन को गुलाल लगाया, नटखट मेरे कान्हा ने अपनी राधा संग ये त्यौहार मनाया।। ।।राधे-राधे।। ।।होली के रसिया की जय।। ।।नन्दकिशोर-वृषभान दुलारी की जय।। ©dpDAMS #Colors ।।होली के रसिया की जय।।
Harshit Bharti
Laddu ki lekhani Er.S.P Yadav
वर्षा के इंतजार में आसमाँ कि तरफ देखते रहे, बादल ने हि इजहार किया.. पर थोड़ी देर बाद ओला सिर पड़ गिरते हि गुस्से में बोली तुने मुझे धोखा दिया.. मैने कहाँ?अरे सुंदरी हम तुझे कभी देखे भी नहीं फिर तु हमें कैसे?पहचान लिया.. तो वो बोली मै आपकी वर्षा हूँ,बादल और ओला मेरा हि fake account है पिया .. आगे क्या? उसके सवालों से ऐसे घिर गया हूँ जैसे घिरी है CBI के सवालों से रिया.. ...laddu ki lekhani... CBI के सवालों से रिया
Radheshyam
रास रचाएँ, मोहन रसिया मेरा मन, मन बसिया, हैं मेरा सांवरिया पूनम की रात में, चांदनी हैं बात में बनसी बजाएं सांवरिया.... गवालिन, गोपिन दूर-दूर से धुन बनसी सुन, चली-चली आए नाचे, बजाए मोहन संग सब प्रेम गीत गाए, राधा भी धुन सुन के आए, पत्ता-पत्ता इस मधुबन का, नाच रहा हैं मोहन मन का, थिरक रहें हैं फूल यहाँ के, नाच रहे सब मोहन मन का, भूल गए सारी बातें, एक हुए पास आते राधा श्याम की हो गई, कैसे समझ ना पाते, एक हुए पास आते.... ©Divyanshi Triguna "Radhika" #NojotoHindi #मोहन रसिया
Rajal pungliya
सिया ने जब देखा राम को , पहली बार, देखा ऐसे जैसे देखा ना किसीको वैसे, नेत्र सिया के मंद मंद मुस्काए हो जैसे, जैसे बसे थे राम ह्रदय में, जन्मों जन्मों से।। ©Rajal pungliya #Ramnavami वो सिया के राम और राम कि सिया कहलाए थे ।